लखनऊ: वर्ष 2014 से 2017 के बीच स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की काकोरी स्थित बैंक शाखा में फर्जी दस्तावेज के आधार पर 96 किसान क्रेडिट कार्ड लोन पास किए गए. इस फर्जीवाड़े को लेकर सीबीआई से शिकायत की गई थी. सीबीआई ने इस शिकायत पर मामला दर्ज किया है. 6.60 करोड़ के घोटाले में क्रेडिट कार्ड के तहत जारी की गई रकम दूसरे खाते में ट्रांसफर कर किसान क्रेडिट कार्ड के पैसे निकाल लिए गए. जिन खातों पर किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए गए, उन्हें बाद में एनपीए घोषित कर दिया गया. क्रेडिट कार्ड के तहत जारी की गई रकम अन्य खातों की मदद से निकाली गई.
6.60 करोड़ का घोटाला उजागर होने के बाद स्टेट बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक मुनीश उप्पल ने घोटाले की शिकायत सीबीआई से की थी. शिकायत में इस बात का जिक्र किया गया था कि 2014 से 2017 के बीच काकोरी बैंक शाखा में किसान क्रेडिट कार्ड के नाम पर बड़े पैमाने पर घपलेबाजी की गई है. इसी शिकायत के आधार पर सीबीआई की एंटी करप्शन यूनिट ने तात्कालिक शाखा प्रबंधक कमल कुमार श्रीवास्तव सहित अंशुल मेदीदत्ता, अवधेश कुमार, एडवोकेट प्रकाश चंद्र विद्यार्थी और काकोरी के रहने वाले एक व्यक्ति गोले द्विवेदी पर मामला दर्ज किया है. शिकायत में बताया गया था कि तात्कालिक बैंक मैनेजर कमल कुमार श्रीवास्तव के कार्यकाल के दौरान 2015 से 2016 के बीच सबसे अधिक 70 फर्जी किसान क्रेडिट कार्ड लोन दिए गए. इनमें अनियमितताएं पाई गई हैं. अब सीबीआई इस पूरे मामले पर केस दर्ज कर कार्रवाई कर रही है.