लखनऊ: सीबीआई ने लखनऊ के प्रॉपर्टी डीलर अशोक पाठक सहित तीन लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित कई अन्य धाराओं में अभियोग दर्ज किया है. प्रॉपर्टी डीलर अशोक पाठक सहित हाईकोर्ट के अधिवक्ता विनयजीत लाल वर्मा और विभूति खंड निवासी कपिल प्रताप राणा के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है.
जमीन विवाद को लेकर गलत याचिका की थी दाखिल
प्रॉपर्टी डीलर अशोक पाठक पर आरोप है कि उसने अधिवक्ता विनय लाल वर्मा के साथ मिलकर खुर्शीद आगा नाम के एक व्यक्ति की तरफ से हाईकोर्ट में जमीन विवाद को लेकर याचिका दाखिल की थी. जब इस बारे में खुर्शीद आगा को जानकारी मिली, तो उसने हाईकोर्ट को जानकारी उपलब्ध कराई कि उसके नाम से गलत तरीके से याचिका दाखिल की गई है. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने प्रॉपर्टी डीलर अशोक पाठक अधिवक्ता विनयजीत लाल वर्मा और कपिल प्रताप के खिलाफ एफआईआर और जांच करने के निर्देश दिए थे. सीबीआई ने जांच के बाद तीनों के ऊपर एफआईआर दर्ज की है. वहीं कोर्ट सीबीआई की तरफ से की जा रही विवेचना की निगरानी कर रहा है.