हरिद्वार: उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी (Wasim Rizvi) के खिलाफ हरिद्वार कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. मामले को लेकर हरिद्वार और ज्वालापुर कोतवाली में तीन अलग-अलग तहरीरें दी गई थीं. एक तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है. बाकी तहरीरों को भी उसी मुकदमे में शामिल किया जाएगा.
मुकदमा दर्ज होने की वजह: वसीम रिजवी ने बीते शुक्रवार को स्वामी यति नरसिंहानंद, स्वामी दर्शन भारती आदि के साथ हरिद्वार वे प्रेस क्लब में 'मोहम्मद' नाम की पुस्तक का विमोचन किया था. आरोप है कि वसीम रिजवी और स्वामी यति नरसिंहानंद ने मंच से भड़काऊ और आपत्तिजनक भाषण दिए, जिसकी वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने से मुस्लिम समुदाय में नाराजगी बढ़ गई है. मामले को लेकर रविवार को राशिद अली निवासी कस्साबान और भारतीय पत्रकार संघ के जिलाध्यक्ष दिलशाद अली की ओर से तहरीर दी गई. तहरीर में वसीम रिजवी, यति नरसिंहानंद, दर्शन भारती, प्रबोधनंद गिरि, अधीर कौशिक व प्रेस क्लब अध्यक्ष और महामंत्री पर आरोप लगाए गए थे. इनमें दिलशाद की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है.
मुस्लिम समाज के लोगों की प्रतिक्रिया: एडवोकेट फुरकान अली ने बताया कि प्रेस क्लब में आयोजित कार्यक्रम में जिस तरह के शब्दों का प्रयोग किया गया, वो नाकाबिले बर्दाश्त है. इसे किसी भी कीमत पर सही नहीं ठहराया जा सकता है. हम सर्वधर्म समभाव पर यकीन रखते हैं और सभी धर्मों के महापुरुषों का सम्मान करते हैं, लेकिन जिस तरीके से प्रेस क्लब जैसे सार्वजनिक मंच का प्रयोग कर शहर का माहौल का खराब करने का प्रयास किया गया, वो एक सोची समझी साजिश का हिस्सा है. पुलिस-प्रशासन को इसमें कार्रवाई करनी चाहिए. जिन्होंने भी आपत्तिजनक बयान दिए हैं उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. साथ ही भविष्य में ऐसे कार्यक्रम ना हों, इसके लिए प्रशासन को कड़े कदम उठाने की जरुरत है.
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प्रेस क्लब ऑफ हरिद्वार में 12 नवंबर को श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी यति नरसिंहानंद गिरी अन्य सन्तों के सानिध्य में शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन सैयद वसीम रिजवी की इस्लाम के प्रवर्तक मोहम्मद के जीवन पर लिखी गयी पुस्तक "मोहम्मद" का विमोचन हुआ था. इस अवसर पर वसीम रिजवी ने इस्लाम के प्रामाणिक ग्रन्थों के आधार पर मोहम्मद के लिए अपमानजनक बातें कहीं थीं.
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स्वामी यति नरसिंहानंद गिरी ने किया था समर्थन: पुस्तक के विमोचन के दौरान महामंडलेश्वर स्वामी यति नरसिंहानंद गिरी ने कहा था कि सनातन धर्म की आध्यात्मिक राजधानी हरिद्वार में आज वसीम भाई का स्वागत करके मैं गौरवान्वित महसूस करता हूं, जितनी भी बातें आज तक मैंने कही हैं वो वसीम भाई ने सही सिद्ध कर दी हैं. उन्होंने कहा कि इस्लाम के गहन अध्ययन के बाद वसीम रिजवी ने मुहम्मद के जीवन के ये किताब लिखी है.
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ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड भड़का: उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी की विवादित किताब के बाद देश में मुसलमानों की सबसे बड़ी संस्था ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने बड़ा फैसला लिया है. पैगंबर मोहम्मद साहब पर आपत्तिजनक और विवादित किताब लिखने के बाद पर्सनल लॉ बोर्ड ने उनकी असल सीरत (जीवन परिचय) पर मण्डलियां बनाकर सबके सामने प्रस्तुत करने का फैसला किया है.
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा है कि इस्लाम के पवित्र पैगंबर मोहम्मद साहब के व्यक्तित्व के परिचय एवं प्रशंसा की कदाचित आवश्यकता नहीं, मुसलमानों ने ही नहीं बल्कि निष्पक्ष गैर मुस्लिम विद्वानों ने भी मोहम्मद साहब के सर्वांगीण गुणों को स्वीकार किया है. भारत के बड़े-बड़े धर्म गुरुओं और हिन्दू धर्म के प्रतिनिधियों ने आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के चरित्र को आदर्श के रूप में वर्णित किया है और अनेक हिन्दू कवियों ने मोहम्मद साहब के सम्मान में नात कविताएं कही हैं. यदि कोई व्यक्ति आपका अपमान (ईशनिंदा) करता है तो वह स्वयं अपनी गंदगी को दिखाता है और चांद पर थूकने का असफल प्रयास करता है.
वसीम रिजवी को गिरफ्तार करने की मांग: विवादों में रहने वाले यूपीू शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी के खिलाफ अब लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है. वसीम रिजवी ने मुस्लिम समुदाय की पवित्र किताब कुरान की 26 आयतों को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. वहीं, अब एक बार रिजवी ने मुस्लिम समुदाय के पैगम्बर मोहम्मद साहब के जीवनशैली पर एक विवादित पुस्तक लिख कर उसका विमोचन किया है. इसी के चलते बुधवार शाम शिया धर्मगुरुओं ने मौलाना रजा हुसैन के नेतृत्व में सआदतगंज थाने पहुंचकर वसीम रिजवी के खिलाफ कार्रवाई की मांग के लिए प्रार्थना पत्र सौंपा है.