लखनऊ : जिले के पारा थाने में मोहन रोड चौकी इंचार्ज ने 10 लोगों पर नामजद व 40 से अधिक अज्ञात लोगों समेत कुल 50 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. सभी लोगों पर पुलिसिया कार्रवाई में बाधा पहुंचाने का आरोप है.
दरअसल, शनिवार सुबह पारा इलाके से एक 12 साल की किशोरी संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई थी. खोजबीन के दौरान बालिका के कपड़े व चप्पल जंगल में पड़े मिले थे. इसके बाद पुलिस ने पास की नहर में गोताखोरों की मदद से तलाश शुरू की थी. जहां देर रात बालिका का अर्धनग्न शव बरामद किया गया.
पुलिस का आरोप है कि रविवार को चौकी इंचार्ज विनय सिंह, हेड कांस्टेबल ब्रह्मकांत यादव व कांस्टेबल मुकेश कुमार ड्यूटी पर तैनात थे. पुलिस लड़की का शव रविवार शाम पोस्टमार्टम के बाद ग्राम सरोसा ला रही थी. इसी दौरान शव को गांव के नहर पुलिया के पास करीब 50 लोगों ने रोक लिया. सभी लोग रोड जाम कर प्रदर्शन करने लगे. वहीं जब किशोरी का शव घर पहुंचा तो परिजनों ने शव को पहचानने से इंकार कर दिया. जिसके बाद भ्रामक खबरें फैलाई जानें लगी. जिसके बाद आरोपियों पर सरकारी काम में बाधा पहुंचाने, कोविड-19 लॉकडाउन का उल्लंघन करने, पुलिस बल से गाली-गलौज और हाथापाई करने का आरोप लगाते हुए मोहान रोड चौकी इंचार्ज विनय सिंह ने 10 नामजद और 40 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है.