लखनऊ: कोरोना के कारण गन्ना पर्ची के स्थान पर किसानों को उनके मोबाइल फोन पर गन्ना पर्ची का एसएमएस भेजने के निर्देश दिए गए हैं. उत्तर प्रदेश के गन्ना आयुक्त संजय भूसरेड्डी ने एक निर्देश जारी किया है, जिसमें कहा है कि गन्ना किसानों को पूर्व में प्रिंटेड पर्ची तथा मोबाइल फोन पर एसएमएस पर्ची दोनों ही उपलब्ध कराई जा रही थी.
वर्तमान समय में कोरोना वायरस के दृष्टिगत अब प्रिंटेड गन्ना पर्ची को बंद कराकर किसानों को केवल एसएमएस पर्ची उनके मोबाइल फोन पर उपलब्ध कराई जाएगी. इसके निर्देश सभी अफसरों को और जिलाधिकारियों को दिए गए हैं.
एंड्रायड मोबाइल फोन पर उपलब्ध है गन्ना ऐप
गन्ना किसान SMS पर्ची को दिखाकर तथा साथ में फोटो युक्त पहचान पत्र, वोटर आईडी कार्ड और आधार कार्ड को दिखाकर अपने गन्ने की तौल करा सकेंगे. जिन किसानों के मोबाइल नंबर बदल गए हैं अथवा कंप्यूटर में अपडेट नहीं है. उन किसानों से अनुरोध है कि वह कृपया एंड्रायड मोबाइल फोन पर ही गन्ना ऐप की मदद से अपना मोबाइल नंबर ठीक करा लें.
इस ऐप खोलकर किसान रजिस्टर करके सबसे ऊपर दाईं तरफ 3dot को छूने पर मोबाइल नंबर बदलने का ऑप्शन आता है. आपके बैंक खाते का आखरी छाया पासवर्ड रहेगा. इससे उनको पर्ची भेजने की सूचना सही समय से प्राप्त हो सकेगी.
सभी चीनी मिलों को गन्ना पर्चियों की सूची गन्ना क्रय केंद्रों पर तथा मिल गेट पर अनिवार्य रूप से चस्पा करने के निर्देश भी दिए गए हैं. किसानों से यह अपील भी की गई है कोरोना महामारी को रोकने के लिए सरकार द्वारा समय-समय पर जारी दिशा निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करें.
-संजय भूसरेड्डी, गन्ना आयुक्त