लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा कराई गई एलएलबी और पीजी प्रवेश परीक्षाओं में जारी हुई मेरिट में गड़बड़ी को लेकर विवि के कुलपति आलोक कुमार राय ने सभी अभ्यर्थियों से 11 तारीख तक शिकायत से संबंधित एप्लिकेशन मांगी थी, जिसके बाद सोमवार को कई अभ्यर्थी एलएलबी और पीजी में हुई प्रवेश परीक्षा की शिकायत को लेकर विश्वविद्यालय एप्लीकेशन जमा करने पहुंचे.
दरअसल, विगत दिनों लखनऊ विश्वविद्यालय के परिसर में छात्रों ने एलएलबी और पीजी की प्रवेश परीक्षा को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन के ऊपर धांधली का आरोप लगाते हुए कुलपति और प्रवेश समन्यक के खिलाफ धरना प्रदर्शन और नारेबाजी की थी. छात्रों की मांग थी कि एलएलबी और पीजी प्रवेश परीक्षा में प्रवेश समन्यक ने मेरिट लिस्ट में गड़बड़ी की है. इसलिए दोबारा कॉपी की जांच कराई जाए. हालांकि प्रदर्शन कर रहे छात्रों को कुछ देर बाद विवि के कुलपति ने बुलाकर उनसे बातचीत की और मामले की जांच कराने की बात कही.
विश्वविद्यालय के कुलपति आलोक कुमार राय ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए एक कमेटी बनाई जाएगी और वह प्रवेश प्रक्रिया की जांच कराएगी. उन्होंने अभ्यर्थियों को निर्देश दिया कि जिस भी अभ्यर्थियों को प्रवेश से संबंधित शिकायत हो, वह लिखित में अपनी शिकायत विवि को जमा कर दें, जिसके बाद सोमवार को काफी विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय पहुंच कर एप्लीकेशन जमा की.
एलएलबी और पीजी समेत समस्त प्रवेश परीक्षा की जांच के लिए विश्वविद्यालय के कुलपति आलोक कुमार राय ने तीन सदस्यों की कमेटी भी घोषित कर दी है. इस कमेटी में प्रोफेसर डीएस यादव, निदेशक, विधि प्रकोष्ठ, प्रोफेसर अवधेश त्रिपाठी, विभागाध्यक्ष, वाणिज्य विभाग और प्रोफेसर मधुरिमा प्रधान विभागाध्यक्ष मनोविज्ञान विभाग को नियुक्त किया गया है. कमेटी से मामले की तथ्यात्मक छानबीन करके 11 नवंबर तक रिपोर्ट जमा करने को कहा गया है.
एबीवीपी छात्र संगठन ने सोमवार को लविवि परिसर में मुंबई सरकार के खिलाफ टीवी चैनल के पत्रकार अर्नब गोस्वामी की गिरफ़्तारी और मुंबई में हुई साधु-संतों की हत्या को लेकर धरना प्रदर्शन किया.