लखनऊ: राजधानी लखनऊ के निशातगंज स्थित बेसिक शिक्षा कार्यालय परिसर में 69 हजार शिक्षक भर्ती मामले में धरना दे रहे एक अभ्यर्थी की अचानक तबीयत बिगड़ गई. अन्य अभ्यर्थियों ने आनन-फानन में उसे अस्पताल पहुंचाया. वहीं, अन्य अभ्यर्थियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि हालत बिगड़ने के बाद वहां पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों के साथ अभद्रता की.
अभ्यर्थियों ने लगाया आरोप
निशातगंज स्थित बेसिक शिक्षा कार्यालय परिसर में शनिवार को अभ्यर्थियों द्वारा प्रदर्शन के दौरान बस्ती से आई अभ्यर्थी क्षमा शुक्ला की अचानक तबीयत बिगड़ गई. उसे लखनऊ के कपूरथला स्थित एक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. जहां उसका उपचार चल रहा है. बता दें कि ये अभ्यर्थी पिछले 34 दिनों से लगातार अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. अभ्यर्थियों की मांग है कि आवेदन करते समय उनसे कुछ त्रुटियां हो गई थी, जिसके चलते उन्हें नियुक्ति नहीं दी गई. अभ्यर्थियों का आरोप है कि यह समस्या सर्वर के चलते हुई है. अभ्यर्थियों के प्राप्त अंक गलत भर गए थे.
सरकार से की जांच की मांग
इनमें कई अभ्यर्थी ऐसे थे जिनको नियुक्ति मिल गई थी, लेकिन 4 दिसंबर को पास हुए जिओ (शासनादेश) के अनुसार उनसे नियुक्ति पत्र वापस ले लिया गया. अभ्यर्थियों की मांग है कि उनके मूल अभिलेखों की जांच करके उन्हें नियुक्ति दी जाए. इन्हीं मांगों को लेकर अभ्यर्थी पिछले कई दिनों से लगातार प्रदर्शन करते चले आ रहे हैं. उनका आरोप है कि कोई भी अधिकारी स्पष्ट जवाब देने को तैयार नहीं है. अभ्यर्थियों ने कहा कि सरकार से निवेदन है कि हमारे मूल अभिलेखों की जांच कराए. जांच में सही पाए जाने पर दोबारा नियुक्ति दी जाए.