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69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती: भाजपा कार्यालय पहुंचे प्रदर्शनकारी, पुलिस से झड़प में महिला अभ्यर्थी का टूटा हाथ

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Published : Jul 20, 2021, 12:24 PM IST

Updated : Jul 20, 2021, 12:51 PM IST

69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती में OBC/SC आरक्षण की मांग कर रहे अभ्यर्थियों ने मंगलवार को भी जमकर हंगामा किया. प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थी सुबह मुख्यमंत्री आवास के पास पहुंचे. उन्हें वहां से हटाया गया. इस दौरान एक अभ्यर्थी ने गोमती नदी में छलांग लगा दी. फिलहाल उसे निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं.

OBC/SC आरक्षण की मांग.
OBC/SC आरक्षण की मांग.

लखनऊ: 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती प्रकरण में OBC/SC अभ्यर्थियों ने आरक्षण की मांग को लेकर मंगलवार को भी हंगामा किया. मुख्यमंत्री आवास के पास पहुंचे अभ्यर्थियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगाए. जिसके कारण वहां जाम लग गया. इतना ही नहीं न्याय की मांग करते हुए एक अभ्यर्थी गोमती नदी में भी कूद गया. अभ्यर्थी के नदी में कूदने से अधिकारियों में हडकंप मच गया. आनन-फानन में मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कराया. बता दें, इन अभ्यर्थियों ने एक दिन पहले एससीईआरटी कार्यालय पर प्रदर्शन किया था.

69000 सहायक शिक्षक भर्ती में हुई अनियमितता को लेकर प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थी जब सीएम आवास से खदेड़े गए तो भाजपा कार्यालय पहुंच गए. भाजपा कार्यालय के बाहर अभ्यर्थी सड़क पर लेटकर न्याय की गुहार लगाई. प्रदर्शन के दौरान पुलिस और अभ्यर्थियों के बीच झड़प भी हो गई. इस झड़प में एक महिला अभ्यर्थी का हाथ भी टूट गया. पुलिस ने लाठी चार्च कर अभ्यर्थियों को तितर बितर करने का प्रयास किया. इस दौरान कई अभ्यर्थी बेहोश हो गए कई को चोटें आईं हैं. जिसके बाद पुलिस ने अभ्यर्थियों घसीटकर को बस में भरा और जगह खाली कराई.

OBC/SC आरक्षण की मांग को लेकर हंगामा.


प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों का कहना है कि उत्तर प्रदेश के सरकारी प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों में 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती प्रक्रिया में आरक्षण के नियमों की अनदेखी की जा रही है. ओबीसी अभ्यर्थियों को भर्ती में 27% के स्थान पर सिर्फ 3.86% आरक्षण मिला है. वहीं, एससी वर्ग के अभ्यर्थियों को 21% के स्थान पर सिर्फ 16.6% आरक्षण दिया गया है. उनका यह भी कहना है कि राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने अपनी रिपोर्ट में भी इसकी पुष्टि की है. राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने 29 अप्रैल को जारी अपनी अंतरिम रिपोर्ट में माना था कि 5844 ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थियों की ओवरलैपिंग रोकी गई. 5 जुलाई को बेसिक शिक्षा मंत्री ने आयोग की अंतरिम रिपोर्ट लागू करने के लिए 4 दिन का समय मांगा था, लेकिन 15 दिन का समय गुजर जाने के बाद भी इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है. इसके विरोध में वह लोग सोमवार को एससीईआरटी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे. आरक्षण नियमों में अनदेखी का आरोप लगाकर अभ्यर्थियों ने शाम तक प्रदर्शन किया. शाम को पुलिस ने लाठी चार्ज कर उन्हें वहां से खदेड़ा. इतना ही नहीं कुछ लोगों को पुलिस द्वारा ईको गार्डन में भी छोड़ा गया था.

OBC/SC आरक्षण की मांग.
OBC/SC आरक्षण की मांग.

सीएम आवास पहुंचे अभ्यर्थी
सोमवार को एससीईआरटी कार्यालय पर प्रदर्शन करने के बाद अभ्यर्थी मंगलवार सुबह मुख्यमंत्री आवास पर धरना देने पहुंच गए. सीएम आवास पर भर्ती में OBC/SC आरक्षण की मांग को लेकर किए जा रहे प्रदर्शन के कारण ट्रैफिक जाम हो गया. प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. इसी दौरान एक अभ्यर्थी द्वारा गोमती नदी में कूदने की सूचना सामने आई. खबर लिखे जाने तक उसे निकालने के लिए अभियान चलाया जा रहा है.

इसे भी पढ़ें- यूपी के डिप्टी सीएम नौकरी मांगने वालों पर चलवाते हैं लाठियां : अजय कुमार लल्लू

अभ्यर्थियों पर लाठी चार्च पर अजय कुमार लल्लू ने उठाए थे सवाल

बता दें कि बीते दिनों मुख्यमंत्री आवास पर प्रदर्शन करने पहुंचे अभ्यर्थियों पर पुलिस ने लाठी चार्च कर उन्हें वहां से हटाया था. इस पुलिसिया कार्रवाई को लेकर कांग्रेस ने सरकार और मुख्यमंत्री पर सवाल उठाए थे. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा था कि उप मुख्यमंत्री पिछड़े वर्ग से आते हैं, लेकिन जब उनके समाज के लोग उनसे बात करने जाते हैं तो बात करने के बजाए उपमुख्यमंत्री उन्हें पिटवाते हैं. लाठी चार्ज कराते हैं और लहूलुहान करते हैं. कांग्रेस पार्टी इनके हक की लड़ाई लड़ने के लिए सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगी और इन्हें न्याय दिलाएगी.

लखनऊ: 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती प्रकरण में OBC/SC अभ्यर्थियों ने आरक्षण की मांग को लेकर मंगलवार को भी हंगामा किया. मुख्यमंत्री आवास के पास पहुंचे अभ्यर्थियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगाए. जिसके कारण वहां जाम लग गया. इतना ही नहीं न्याय की मांग करते हुए एक अभ्यर्थी गोमती नदी में भी कूद गया. अभ्यर्थी के नदी में कूदने से अधिकारियों में हडकंप मच गया. आनन-फानन में मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कराया. बता दें, इन अभ्यर्थियों ने एक दिन पहले एससीईआरटी कार्यालय पर प्रदर्शन किया था.

69000 सहायक शिक्षक भर्ती में हुई अनियमितता को लेकर प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थी जब सीएम आवास से खदेड़े गए तो भाजपा कार्यालय पहुंच गए. भाजपा कार्यालय के बाहर अभ्यर्थी सड़क पर लेटकर न्याय की गुहार लगाई. प्रदर्शन के दौरान पुलिस और अभ्यर्थियों के बीच झड़प भी हो गई. इस झड़प में एक महिला अभ्यर्थी का हाथ भी टूट गया. पुलिस ने लाठी चार्च कर अभ्यर्थियों को तितर बितर करने का प्रयास किया. इस दौरान कई अभ्यर्थी बेहोश हो गए कई को चोटें आईं हैं. जिसके बाद पुलिस ने अभ्यर्थियों घसीटकर को बस में भरा और जगह खाली कराई.

OBC/SC आरक्षण की मांग को लेकर हंगामा.


प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों का कहना है कि उत्तर प्रदेश के सरकारी प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों में 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती प्रक्रिया में आरक्षण के नियमों की अनदेखी की जा रही है. ओबीसी अभ्यर्थियों को भर्ती में 27% के स्थान पर सिर्फ 3.86% आरक्षण मिला है. वहीं, एससी वर्ग के अभ्यर्थियों को 21% के स्थान पर सिर्फ 16.6% आरक्षण दिया गया है. उनका यह भी कहना है कि राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने अपनी रिपोर्ट में भी इसकी पुष्टि की है. राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने 29 अप्रैल को जारी अपनी अंतरिम रिपोर्ट में माना था कि 5844 ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थियों की ओवरलैपिंग रोकी गई. 5 जुलाई को बेसिक शिक्षा मंत्री ने आयोग की अंतरिम रिपोर्ट लागू करने के लिए 4 दिन का समय मांगा था, लेकिन 15 दिन का समय गुजर जाने के बाद भी इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है. इसके विरोध में वह लोग सोमवार को एससीईआरटी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे. आरक्षण नियमों में अनदेखी का आरोप लगाकर अभ्यर्थियों ने शाम तक प्रदर्शन किया. शाम को पुलिस ने लाठी चार्ज कर उन्हें वहां से खदेड़ा. इतना ही नहीं कुछ लोगों को पुलिस द्वारा ईको गार्डन में भी छोड़ा गया था.

OBC/SC आरक्षण की मांग.
OBC/SC आरक्षण की मांग.

सीएम आवास पहुंचे अभ्यर्थी
सोमवार को एससीईआरटी कार्यालय पर प्रदर्शन करने के बाद अभ्यर्थी मंगलवार सुबह मुख्यमंत्री आवास पर धरना देने पहुंच गए. सीएम आवास पर भर्ती में OBC/SC आरक्षण की मांग को लेकर किए जा रहे प्रदर्शन के कारण ट्रैफिक जाम हो गया. प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. इसी दौरान एक अभ्यर्थी द्वारा गोमती नदी में कूदने की सूचना सामने आई. खबर लिखे जाने तक उसे निकालने के लिए अभियान चलाया जा रहा है.

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अभ्यर्थियों पर लाठी चार्च पर अजय कुमार लल्लू ने उठाए थे सवाल

बता दें कि बीते दिनों मुख्यमंत्री आवास पर प्रदर्शन करने पहुंचे अभ्यर्थियों पर पुलिस ने लाठी चार्च कर उन्हें वहां से हटाया था. इस पुलिसिया कार्रवाई को लेकर कांग्रेस ने सरकार और मुख्यमंत्री पर सवाल उठाए थे. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा था कि उप मुख्यमंत्री पिछड़े वर्ग से आते हैं, लेकिन जब उनके समाज के लोग उनसे बात करने जाते हैं तो बात करने के बजाए उपमुख्यमंत्री उन्हें पिटवाते हैं. लाठी चार्ज कराते हैं और लहूलुहान करते हैं. कांग्रेस पार्टी इनके हक की लड़ाई लड़ने के लिए सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगी और इन्हें न्याय दिलाएगी.

Last Updated : Jul 20, 2021, 12:51 PM IST
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