लखनऊ: कोरोना संक्रमण के बावजूद राजधानी के कारोबार में बेशुमार बढ़ोतरी दर्ज की गई है. धनतेरस के पहले दिन ही व्यवसाय का आंकड़ा 600 करोड़ रूपया तक पहुंच गया है. जिसमें डायमण्ड और सोने-चांदी के आभूषण, इलेक्ट्रॉनिक सामान, कार, कमर्शियल वाहन, कपड़े व बर्तन सहित तमाम व्यवसाय शामिल हैं. चेयरमैन ऑफ लखनऊ उघोग व्यापार मण्डल हरिश्चंद्र अग्रवाल ने उम्मीद जताई है कि दूसरे दिन दोगुने से ज्यादा ब्रिकी होगी.
राजधानी भर में धनतेरस की धूम
धनतेरस पर्व पर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ भर में धूम दिखाई दे रही है. धनतेरस के पहले दिन ही करोड़ों रुपयों का कारोबार हुआ है. ग्राहकों ने दुकानदारों की उम्मीद से भी कहीं ज्यादा खुलकर खरीदारी की है. कारोबारियों ने बताया कि पहले दिन की बिक्री में ही 600 करोड़ रूपया का आंकड़ा तक पहुंच गया है. मान्यता है कि धनतेरस छोटी दिवाली के 1 दिन पहले मनाया जाता है. ऐसे में कारोबारियों और दुकानदारों ने उम्मीद जताई है कि दूसरे दिन यह आंकड़ा 1500 करोड़ के भी पार जाएगा.
समय मिलने से ग्राहकों ने इत्मीनान से की खरीदारी
लखनऊ उद्योग व्यापार मंडल के चेयरमैन हरिश्चंद्र अग्रवाल ने बताया कि धनतेरस के पहले दिन उम्मीद से कहीं ज्यादा ग्राहक खरीदारी करने के लिए निकले हैं. ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने बताया कि इस बार धनतेरस 2 दिन मनाया जा रहा है. दो दिन का समय मिलने से लोगों को खरीदारी करने के अवसर मिला हैं. ऐसे में ग्राहकों ने इत्मीनान से खरीदारी की है.
दूसरे दिन की बिक्री पर व्यवसायियों की टिकी निगाहें
धनतेरस के पहले दिन बेशुमार बिक्री को लेकर व्यापारी सुभाष अग्रवाल ने खुशी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जिस तरह लोग घर से बाहर निकल कर खरीदारी कर रहे हैं, ऐसे में व्यापारियों में खुशी है. आज करोड़ों रुपयों का कारोबार हुआ है. कल इससे कहीं ज्यादा लोगों की भीड़ खरीदारी करने के लिए आएगी. बता दें कि इस बार धनतेरस पर्व 2 दिन मनाया रहा है. पहले दिन लोगों ने शहर के सभी सेक्टरों में जमकर खरीदारी की है. धनतेरस के दिन राजधानी में हुई बिक्री का आकलन करीब 600 करोड़ रूपये लगाया जा रहा है. बेशुमार बिक्री होने से कारोबारी और दुकानदारों में खुशी है तो वहीं दूसरे दिन इससे दुगनी बिक्री का अनुमान भी लगाया गया है.