लखनऊ : केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के फर्जी पहचान पत्र के सहारे चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट के अराइवल सिटी साइड एरिया में बुधवार को सीआईएसएफ के सहायक उपनिरीक्षक पद की वर्दी पहन कर संदिग्ध घूम रहे एक युवक और युवती को सीआईएसएफ जवानों ने धर दबोचा. बाद में जांच पड़ताल के बाद दोनों को सरोजनीनगर पुलिस के हवाले कर दिया गया. फिलहाल पुलिस ने पूछताछ के बाद इंद्रेश मौर्य और सोनी को जेल भेज दिया है.
राजधानी लखनऊ के चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट पर तैनात सीआईएसएफ के उप निरीक्षक प्रदीप कुमार सिंह के मुताबिक बुधवार शाम करीब 7:30 बजे सीआईएसएफ के सहायक उप निरीक्षक पद की वर्दी पहन कर एक संदिग्ध व्यक्ति एक लड़की के साथ एयरपोर्ट के अराइवल सिटी साइड एरिया में घूम रहा था. संदेह होने पर जब सीआईएसफ स्टाफ ने उनसे पूछताछ की तो पता चला कि दोनों व्यक्ति सीआईएसएफ में कार्यरत नहीं है. आननफानन इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी गई.
इसके बाद हुई पूछताछ में पता चला कि पकड़ा गया युवक गोरखपुर के बनगांवा का रहने वाला इंद्रेश मौर्या, जबकि रायबरेली के कुंदनगंज स्थित पहराखेड़ा निवासी युवती सोनी है. दोनों से तलाशी ली गई तो उनके पास सीआईएसएफ का कूट रचित पहचान पत्र और बीसीएएस का टेंपरेरी एयरपोर्ट एंट्री परमिट मिला. बाद में अधिकारियों ने बीसीएएस से कंफर्म किया तो पता चला कि वह सब दस्तावेज कूट रचित हैं. फिलहाल सीआईएसएफ ने दोनों को हिरासत में लेकर सरोजनीनगर पुलिस के सुपुर्द कर दिया. सरोजनीनगर पुलिस सीआईएसएफ उपनिरीक्षक प्रदीप कुमार सिंह की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर ली है.
सरोजनीनगर थाना प्रभारी शैलेंद्र कुमार गिरि ने बताया कि पकड़े गए दोनों शातिर जालसाज हैं. भोले भाले लोगों को नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगी करते थे. यह दोनों सीआईएसफ की ड्रेस पहनकर एयरपोर्ट पर टहल कर अपनी फोटो खींच कर दिखाते थे कि हम लोग लखनऊ एयरपोर्ट पर तैनात हैं. इसी दौरान सीआईएसफ कर्मियों ने शक के आधार पर दोनों को पकड़ लिया. पूछताछ के दौरान दोनों ने जो कागजात दिखाए वह सब कूट रचित हैं. दोनों से पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया है.
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