लखनऊ : बसपा ने अक्टूबर में राजधानी में बड़ी रैली कर ताकत का अहसास कराया मगर, दूसरी पार्टी में टूट कर जा रहे नेताओं से कार्यकर्ताओं का हौसला डगमगा रहा है. फिर भी समाज में दबे पांव पैठ बनाने की रणनीति जारी है, जिलों में युवा-महिलाओं की गोष्ठी जारी है. वहीं, शनिवार को पार्टी मुख्यालय पर राष्ट्रीय महासचिव ने पदाधिकारियों संग समीक्षा बैठक कर संगठन के कील-कांटे दुरुस्त किए. वहीं बसपा विधायकों के जाने पर कहा कि सपा गद्दारों को पार्टी में शामिल कर रही है।
बसपा प्रमुख मायावती के निर्देश पर पार्टी के प्रदेश कार्यालय पर राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने समीक्षा बैठक की. इसमें सभी जिलों के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया. इस दौरान आगामी चुनाव में फतह करने की रणनीति पर मंथन हुआ. पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की क्या जिम्मेदारी हैं, विरोधियों के छलावों से जनता को कैसे सतर्क करना है आदि की सीख दी गई. साथ ही बसपा सरकार में किए कार्यों की जानकारी हर परिवार को देने का तरीका भी बताया गया.
सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि बसपा की नकल कर दूसरी पार्टी भी प्रबुद्ध सम्मेलन कर रही हैं. बसपा की लोकप्रियता देखकर उनका मनोबल चकनाचूर हो गया है. वही सरकार बनने पर उन्होंने वित्तविहीन कर्मचारियों एवं शिक्षकों की समस्या हल करने का दावा किया.
ये भी पढ़ेंः 6 बीएसपी और एक भाजपा विधायक सपा में शामिल, अखिलेश बोले जल्द बदलेगा भाजपा का नारा
राम के नाम का चंदा रैलियों में इस्तेमाल करेगी भाजपा
मिश्रा ने भाजपा पर बड़ा आरोप लगाया. कहा कि अयोध्या और भगवान श्री राम के नाम पर जो चंदा बटोरा है वो सब ये अपनी रथयात्रा और रैलियों में इस्तेमाल करेंगे. अब जब विधानसभा चुनाव करीब आ रहा है तब जनता को सिर्फ बेवकूफ बनाने के लिए पेट्रोल और डीजल के आसमान छूते दामों पर बैठक करने का नाटक करने लगे. भाजपा से तो जनता इस कदर नाराज है कि उनको गांव में घुसने नहीं दिया जा रहा है. जनता सपा और भाजपा का अपराधराज भूली नहीं है. समीक्षा बैठक में नकुल दुबे, अरुण दिवेदी, बृज किशोर सिंह (डिंपल), ऋषभ सिंह, आनंद सिंह और प्रशांत सिंह जी मौजूद थे.