लखनऊ: 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले बसपा सुप्रीमो मायावती पार्टी संगठन को बूथ स्तर तक पूरी तरह से मजबूत करने में जुट गई हैं. इसको लेकर उन्होंने पार्टी नेताओं को दिशा-निर्देश दिया है कि संगठन को हर हाल में बूथ स्तर तक मजबूत किया जाए. इसके लिए बसपा ने जहां एक तरफ प्रदेश अध्यक्ष के पद पर भी बदलाव किया है तो वहीं अन्य संगठनात्मक बदलाव भी किया है.
कई जिलों के मंडल व सेक्टर प्रभारी बदले गए
तमाम जिलों में भी सेक्टर प्रभारी और मंडल सेक्टर प्रभारियों में भी फेरबदल किया गया है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने यह सारे फेरबदल 2022 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए किए हैं, जिससे संगठन को मजबूत करके चुनाव मैदान में उतरकर अधिक से अधिक सीटें जीती जा सकें.
वरिष्ठ नेताओं को संगठन मजबूत करने का निर्देश
बहुजन समाज पार्टी से जुड़े सूत्र बताते हैं कि मायावती ने पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं खासकर राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र, प्रदेश अध्यक्ष भीम राजभर व अन्य सभी मंडल कोऑर्डिनेटर को फोन कर दिशा निर्देश दिए हैं कि बसपा संगठन को मंडल, जिला और बूथ स्तर तक सक्रिय किया जाए.
निष्क्रिय लोगों को हटाकर कैडर वाले कार्यकर्ताओं को मिले पद
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि जहां जो लोग निष्क्रिय हुए हैं या पिछले कुछ समय में दूसरे दलों के संपर्क में आए हैं और उन्हें पार्टी से हटाया गया है, उन जगहों पर नए समर्पित और निष्ठावान कैडर के लोगों को दायित्व दिया जाए. बसपा संगठन को पूरी तरह से मजबूत करते हुए चुनावी तैयारियां शुरू की जाएं.
'सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय' की नीति पर ही रहेगी बसपा
सूत्र बताते हैं कि मायावती ने कहा है कि समाज के सभी वर्ग के लोगों को बताया जाए कि बहुजन समाज पार्टी 'सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय' की नीति पर ही हमेशा आगे बढ़ती रही है और 2022 के विधानसभा चुनाव में बसपा को सफलता मिलती है तो बसपा इसी राह पर आगे बढ़ेगी और सब के हित में काम करेगी.
सतीश चंद्र मिश्रा को मिला ये निर्देश
बसपा सुप्रीमो मायावती ने सतीश चंद्र मिश्रा को ब्राह्मण समाज में बसपा की पैठ व पहुंच को और बढ़ाने के लिए भी और अधिक मेहनत करने या दूसरे दलों के ब्राह्मण नेताओं से संपर्क करके उन्हें बसपा से जुड़ने के भी निर्देश दिए हैं, जिससे बसपा को और अधिक मजबूत किया जा सके.
जनाधार वाले नेताओं से हो संपर्क
इसके अलावा बसपा सुप्रीमो मायावती ने सभी नेताओं से कहा है कि जितने भी जनाधार वाले नेता बसपा में रहे हैं और अन्य दूसरे दलों में गए, उनसे संपर्क करके उन्हें पार्टी में वापस लाने की कवायद शुरू की जाए, जिससे बसपा को पहले की तरह और अधिक मजबूत बनाकर काम किया जाए और चुनाव में सफलता मिल सके.
पिछड़ी जातियों के लोगों को जोड़ने का निर्देश
इसके अलावा बसपा सुप्रीमो मायावती ने पार्टी नेताओं को जो दिशा निर्देश दिए हैं, उनमें मुख्य रूप से प्रदेश अध्यक्ष भीम राजभर को पूर्वांचल में बसपा को और अधिक मजबूत करने और पिछड़ी जाति के लोगों को पार्टी से जोड़ने के लिए विशेष प्रकार का अभियान चलाए जाने के लिए कार्यक्रम तय करने की बात कही है.