लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने राजस्थान सरकार की तरफ से 500 रुपये में रसोई गैस और 100 यूनिट बिजली देने की घोषणा पर नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने कहा है कि मुफ्त की रेवड़ी बांटना सरकार को आखिर चुनावी साल में ही क्यों याद आता है? जब पांच साल पहले जनता मौका देती है, तब इस तरह की सुविधाएं देने का ख्याल क्यों नहीं आता है? उन्होंने जनता से अपील की है कि मुफ्त का लालच देकर पार्टियां सिर्फ वोट लेना चाहती हैं. इनसे बचकर रहें. देश के कई राज्य की सरकारों पर मायावती ने ट्वीट के जरिए प्रहार किया है.
बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने ट्वीट किया है कि 'राजस्थान में विधानसभा आम चुनाव के नजदीक आने पर अब वहां की कांग्रेस सरकार ने 500 रूपए में रसोई गैस व 100 यूनिट फ्री बिजली देने की घोषणा की है. ये स्पष्टतः चुनावी छलावा नहीं तब और क्या है? जबकि बढ़ती महंगाई के मद्देनजर इनको ये कार्य सरकार बनने के प्रारंभ में पांच साल पहले कर देना चाहिए था.'
राजस्थान की तरह ही जनहित व जनकल्याण कार्यों में विफल रही छत्तीसगढ़ की कांग्रेस, मध्य प्रदेश की भाजपा व तेलंगाना की बीआरएस सरकार विधानसभा चुनाव के नजदीक अपनी सरकार को बचाने के लिए अनेकों प्रलोभनों व भ्रामक विज्ञापनों आदि के छलावे का सहारा ले रही हैं. जबकि जनता इनसे ऊब चुकी है. उपरोक्त चारों राज्यों की जनता ने इन पार्टियों की सरकार को, चुनावी वादे के मुताबिक, महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, पिछड़ापन दूर करने और राज्य का आपेक्षित विकास करने का भरपूर मौका दिया है. लेकिन, इन पार्टियों की सरकारों ने जनता के हित की अनदेखी की और उनके साथ विश्वासघात किया है.'
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