लखनऊ. बसपा सुप्रीमो मायावती ने जिला और विधानसभा कार्यकारिणी को छोड़कर अन्य सभी कार्यकारिणियों को भंग कर दिया है. मायावती ने यह निर्णय विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के लिए इन कार्यकारिणियों के पदाधिकारियों को जिम्मेदार मानते हुए लिया है. मायावती ने संगठन में बदलाव करते हुए तीन सेक्टर प्रभारियों को जिम्मेदारी सौंप दी है.
इन सेक्टर प्रभारियों को संगठन को जोड़ने की जिम्मेदारी दी गई है. पूरे प्रदेश में यही तीन सेक्टर प्रभारी काम करेंगे. वहीं, उत्तर प्रदेश की मॉनिटरिंग अब नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद करेंगे. मीटिंग में बसपा मुखिया मायावती ने आजमगढ़ की मुबारकपुर लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली को प्रत्याशी घोषित किया. सूत्रों के मुताबिक मायावती ने मीटिंग में यह भी कहा कि चुनाव हम इसलिए भी हारे हैं कि एक अफवाह उड़ाई गई कि यदि बहुजन समाज पार्टी भाजपा का साथ देगी तो वह राष्ट्रपति बनेंगी. यह बिल्कुल भी सही नहीं है.
बसपा सुप्रीमो मायावती ने जिन तीन नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी है, उनमें मुनकाद अली, विजय प्रताप और राजकुमार गौतम शामिल हैं. यह तीनों सेक्टर प्रभारी प्रदेशभर में बिखरे हुए संगठन को फिर से एकजुट करने का काम करेंगे. साथ ही नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद सभी की मॉनिटरिंग करेंगे. उत्तर प्रदेश में भी अब उनकी सक्रियता बढ़ेगी. मायावती ने अब सभी से विधानसभा प्रभारी हटा देने की बात कही है. यानी प्रत्याशी अब अपने नाम के आगे विधानसभा प्रभारी नहीं लिख सकेंगे.
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मीटिंग समाप्त होने के बाद बाहर निकले एमएलसी गंगाराम अंबेडकर ने बताया कि बसपा सुप्रीमो ने जो भी निर्देश दिए हैं, उनका पालन करते हुए सभी कार्यकर्ता मिशन को एकजुट होकर आगे बढ़ाएंगे. जहां तक बात आजमगढ़ की मुबारकपुर लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के प्रत्याशी की है तो गुड्डू जमाली को प्रत्याशी घोषित कर दिया गया है. अब हम सभी कार्यकर्ता मिलकर गुड्डू जमाली को लोकसभा चुनाव जिताने का काम करेंगे. बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एमएच खान ने बताया कि कुल तीन कोऑर्डिनेटर बनाए गए हैं जिनमें मुनकाद अली, विजय प्रताप और राजकुमार गौतम शामिल हैं. यह प्रदेश भर में संगठन को एकजुट करने का काम करेंगे. नौजवानों को पार्टी से जोड़ेंगे.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में नकुड़ विधानसभा सीट से बसपा प्रत्याशी साहिल खान ने बसपा सुप्रीमो की मीटिंग अटेंड करने के बाद बताया कि मायावती ने एक बार फिर से सभी को निर्देशित किया है. सभी कार्यकर्ताओं को संगठन मजबूत करने के निर्देश दिए हैं. दावा किया कि इस कवायद का असर 2024 लोकसभा चुनाव में जरूर दिखेगा.
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