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बुरे दिनों में दलित नेता को कांग्रेस बनाती है बलि का बकरा, कांग्रेस पर बिफरी मायावती

बसपा सुप्रीमो मायावती ने गुरुवार को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया. जहां उन्होंने लिखा कि बुरे दिनों में दलित नेता को कांग्रेस पार्टी में बलि का बकरा बनाया जाता है. उनका ये ट्वीट कांग्रेस के नए अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे से जोड़कर देखा जा रहा है.

मायावती.
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Published : Oct 20, 2022, 11:27 AM IST

Updated : Oct 20, 2022, 12:01 PM IST

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष व यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने ट्वीट कर कांग्रेस पार्टी पर जोरदार हमला बोला है. इशारों-इशारों में उन्होंने मलिकार्जुन खड़गे कांग्रेस के नए अध्यक्ष को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा बाबा साहेब अंबेडकर का अपमान किया. लेकिन अब पार्टी जब बुरे वक्त में है, तो दलितों को आगे रखने की याद आ गई. दरअसल, मल्लिकार्जुन खड़गे कर्नाटक से हैं और दलित जाति से आते हैं.

मायावती ने ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस का इतिहास गवाह है कि इन्होंने दलितों और उपेक्षितों के मसीहा बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर और उनके समाज की हमेशा उपेक्षा और तिरस्कार किया. इस पार्टी को अपने अच्छे दिनों में दलितों की सुरक्षा और सम्मान की याद नहीं आती बल्कि बुरे दिनों में इनको बलि का बकरा बनाते हैं.

उन्होंने आगे लिखा, कांग्रेस पार्टी को अपने अच्छे दिनों के लंबे समय में अधिकांश गैर-दलितों को और वर्तमान की तरह सत्ता से बाहर बुरे दिनों में दलितों को आगे रखने की याद आती है. क्या यह छलावा व छद्म राजनीति नहीं? लोग पूछते हैं कि क्या यही है कांग्रेस का दलितों के प्रति वास्तविक प्रेम?

  • 2. अर्थात् कांग्रेस पार्टी को अपने अच्छे दिनों के लम्बे समय में अधिकांशतः गैर-दलितों को एवं वर्तमान की तरह सत्ता से बाहर बुरे दिनों में दलितों को आगे रखने की याद आती है। क्या यह छलावा व छद्म राजनीति नहीं? लोग पूछते हैं कि क्या यही है कांग्रेस का दलितों के प्रति वास्तविक प्रेम?

    — Mayawati (@Mayawati) October 20, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

निकाय चुनाव की तैयारी में जुटी मायावती
निकाय चुनाव की तैयारियों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. जिसके चलते मायावती ने 22 अक्टूबर को अहम बैठक बुलाई है. राष्ट्रीय और प्रदेश पदाधिकारी इस मीटिंग में बुलाए गए हैं. इसके अलावा सभी मंडल के मुख्य जोन इंचार्ज भी बैठक में बुलाए गए हैं.

बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती इस बार प्रदेश में होने वाले निकाय चुनाव पूरे दमखम के साथ लड़ना चाहती हैं. इसीलिए बसपा सुप्रीमो ने खुद कमान संभाल ली है. पहले ही सभी जिलाध्यक्षों को निर्देश दिए जा चुके हैं कि अपने-अपने जिलों में सदस्यता अभियान चलाकर पार्टी के साथ नए सदस्य जोड़ें जिससे बहुजन समाज पार्टी मजबूत हो सके.

गौरतलब है कि प्रदेश भर में बसपा का सदस्यता अभियान चल भी रहा है. इसके अलावा पार्टी में विभिन्न दलों के बड़े नेताओं को जोड़ने की भी मायावती ने कवायद शुरू कर दी है. एक दिन पहले ही समाजवादी पार्टी छोड़ कर इमरान मसूद बसपा में शामिल हो चुके हैं. मायावती को उम्मीद है कि निकाय चुनाव में बहुजन समाज पार्टी बेहतर प्रदर्शन करेगी. 22 अक्टूबर को प्रदेश कार्यालय पर जो बड़ी बैठक होने जा रही है उसमें निकाय चुनाव के साथ ही आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर भी मायावती बनाएंगी.

इसे भी पढे़ं- बसपा में शामिल हुए इमरान मसूद, मायावती ने बनाया पश्चिमी यूपी का संयोजक

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष व यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने ट्वीट कर कांग्रेस पार्टी पर जोरदार हमला बोला है. इशारों-इशारों में उन्होंने मलिकार्जुन खड़गे कांग्रेस के नए अध्यक्ष को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा बाबा साहेब अंबेडकर का अपमान किया. लेकिन अब पार्टी जब बुरे वक्त में है, तो दलितों को आगे रखने की याद आ गई. दरअसल, मल्लिकार्जुन खड़गे कर्नाटक से हैं और दलित जाति से आते हैं.

मायावती ने ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस का इतिहास गवाह है कि इन्होंने दलितों और उपेक्षितों के मसीहा बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर और उनके समाज की हमेशा उपेक्षा और तिरस्कार किया. इस पार्टी को अपने अच्छे दिनों में दलितों की सुरक्षा और सम्मान की याद नहीं आती बल्कि बुरे दिनों में इनको बलि का बकरा बनाते हैं.

उन्होंने आगे लिखा, कांग्रेस पार्टी को अपने अच्छे दिनों के लंबे समय में अधिकांश गैर-दलितों को और वर्तमान की तरह सत्ता से बाहर बुरे दिनों में दलितों को आगे रखने की याद आती है. क्या यह छलावा व छद्म राजनीति नहीं? लोग पूछते हैं कि क्या यही है कांग्रेस का दलितों के प्रति वास्तविक प्रेम?

  • 2. अर्थात् कांग्रेस पार्टी को अपने अच्छे दिनों के लम्बे समय में अधिकांशतः गैर-दलितों को एवं वर्तमान की तरह सत्ता से बाहर बुरे दिनों में दलितों को आगे रखने की याद आती है। क्या यह छलावा व छद्म राजनीति नहीं? लोग पूछते हैं कि क्या यही है कांग्रेस का दलितों के प्रति वास्तविक प्रेम?

    — Mayawati (@Mayawati) October 20, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

निकाय चुनाव की तैयारी में जुटी मायावती
निकाय चुनाव की तैयारियों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. जिसके चलते मायावती ने 22 अक्टूबर को अहम बैठक बुलाई है. राष्ट्रीय और प्रदेश पदाधिकारी इस मीटिंग में बुलाए गए हैं. इसके अलावा सभी मंडल के मुख्य जोन इंचार्ज भी बैठक में बुलाए गए हैं.

बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती इस बार प्रदेश में होने वाले निकाय चुनाव पूरे दमखम के साथ लड़ना चाहती हैं. इसीलिए बसपा सुप्रीमो ने खुद कमान संभाल ली है. पहले ही सभी जिलाध्यक्षों को निर्देश दिए जा चुके हैं कि अपने-अपने जिलों में सदस्यता अभियान चलाकर पार्टी के साथ नए सदस्य जोड़ें जिससे बहुजन समाज पार्टी मजबूत हो सके.

गौरतलब है कि प्रदेश भर में बसपा का सदस्यता अभियान चल भी रहा है. इसके अलावा पार्टी में विभिन्न दलों के बड़े नेताओं को जोड़ने की भी मायावती ने कवायद शुरू कर दी है. एक दिन पहले ही समाजवादी पार्टी छोड़ कर इमरान मसूद बसपा में शामिल हो चुके हैं. मायावती को उम्मीद है कि निकाय चुनाव में बहुजन समाज पार्टी बेहतर प्रदर्शन करेगी. 22 अक्टूबर को प्रदेश कार्यालय पर जो बड़ी बैठक होने जा रही है उसमें निकाय चुनाव के साथ ही आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर भी मायावती बनाएंगी.

इसे भी पढे़ं- बसपा में शामिल हुए इमरान मसूद, मायावती ने बनाया पश्चिमी यूपी का संयोजक

Last Updated : Oct 20, 2022, 12:01 PM IST
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