कडप्पा( आंध्र प्रदेश)/लखनऊ: भदोही जिले के बरवाकाश गांव के कृष्ण कुमार दुबे संत रविदास नगर (भदोही) में होमगार्ड हैं. उनके चार बच्चे हैं. एक दिसंबर को कृष्णकुमार दुबे का दूसरा बेटा नक्षत्र कुमार दुबे बारिशपुर रेलवे स्टेशन पर खड़ा था. इस बीच दो लोग उसके पास आए और कहा कि आपके पिता आपको बुला रहे है. दोनों लोगों पर विश्वास कर नक्षत्र दुबे उनके साथ चला गया. दोनों अपहर्ताओं ने उसे कार में जबरन बैठा लिया और उसे नशीली दवा खिला दी.
खाना खाने के बाद नक्षत्र कुमार बेहोशी की हालत में चला गया. अपहर्ता नक्षत्र को वाया चेन्नई कडप्पा रिंग रोड उपनगर की ओर ले जा रहे थे. इस बीच लड़के को होश आ गया था. रास्ते में अपहरणकर्ताओं ने सड़क के किनारे गाड़ी रोक दी और चाय पीने चले गए. तब नक्षत्र कुमार बड़ी चतुराई से कार से उतर गया और वहां से भाग निकला. इसके बाद वह कडप्पा रेलवे स्टेशन पहुंच गया.
आधार कार्ड से मिली जानकारी
स्टेशन पर आरपीएफ के एसआई शंकर राव ने लड़के को प्लेटफॉर्म पर अकेले देखा. उसने नक्षत्र से पूछताछ की तो पूरे माजरे का पता चला. आरपीएफ ने नक्षत्र के पास मिले आधार कार्ड से मिली जानकारी के बाद यूपी पुलिस को सूचना दी. एसआई शंकर राव ने बताया कि उत्तर प्रदेश के अपहरण का मामला पहले ही दर्ज किया जा चुका है. कडप्पा आरपीएफ पुलिस से मिली सूचना के बाद नक्षत्र दुबे के पिता कृष्णकुमार दुबे मंगलवार को कडप्पा आए और उसे साथ ले गए. पिता खुश थे कि उनका बेटा आरपीएफ पुलिस की वजह से सुरक्षित उनके पास पहुंच गया.