लखनऊ: राजधानी के केजीएमयू में रविवार को मरीज की मौत के तीन घंटे बाद तक शव वाहन नहीं मिला. मरीज का शव परिसर में ही पड़ा रहा. परिजन शव वाहन के लिए एक स्थान से दूसरे स्थान तक भटकते रहे, लेकिन उन्हें सही जानकारी तक देने वाला कोई नहीं था.
ट्रॉमा सेंटर की हालत खराब
ऐशबाग निवासी एक व्यक्ति को सांस में तकलीफ हुई, जिसके बाद परिजन उन्हें लेकर ट्रॉमा सेंटर पहुंचे. लेकिन आधे घंटे बाद मरीज की सांसें थम गईं. बेटा पिता के शव को घर तक ले जाने के लिए वाहन की तलाश में भटकता रहा, लेकिन केजीएमयू कर्मचारियों ने बताया कि शव को घर तक पहुंचाने की व्यवस्था केजीएमयू में नहीं है. ट्रॉमा के बाहर खड़े वाहनों ने अधिक पैसों की मांग की. परिजन रकम खर्च कर पाने में सक्षम नहीं थे. इस दौरान परिजनों ने निजी वाहन का इंतजाम किया, उसके बाद शव घर ले जा सके.