लखनऊ: राजधानी के तीन अलग-अलग थाना क्षेत्रों में युवती समेत तीन युवकों ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. युवती ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि वह बीएससी नहीं करना चाहती थी. घरवाले जबरन दबाव डालकर बीएससी की पढ़ाई करवा रहे हैं. इस कारण आत्महत्या कर रही हूं. इस मामले में पुलिस जांच-पड़ताल करने में जुटी है. वहीं मड़ियांव व गोमतीनगर विस्तार में दो युवकों के पास से सुसाइड नोट नहीं मिला है. आगे की कार्रवाई की जा रही है. फिलहाल शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
मिली जानकारी के मुताबिक, मूलरूप से गौराखुर्द निवासी थाना अतरौली, जिला हरदोई हालपता गोरखनाथ मन्दिर खरगापुर गोमतीनगर विस्तार निवासी राजेश मजदूरी करता था. राजेश की पत्नी पूनम ने बताया कि बीते दिन राजेश शराब के नशे में घर आया और कहा पैसे दे दो. इस मांग को पूरी करने से मना किया तो कहा कि किसी से मांग कर लाओ. यह सुन पुनम मकान के बाहर चली गई. लौट कर आई तो देखा उसके पति राजेश ने छप्पर में लगी बल्ली के सहारे साड़ी का फंदा बनाकर फांसी के फंदे से लटकर खुदकुशी कर ली है.
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वहीं दूसरी ओर महानगर इंस्पेक्टर ने बताया कि बीते बुधवार की रात्रि एक युवती दीक्षा उम्र करीब 20 वर्ष पुत्री नीरज कुमार मूल निवासी रेलवे लाइन के पास श्रीनगर कॉलोनी खूबपुर थाना रामकोट जनपद सीतापुर हालपता प्रतीक भटनागर का किराये का मकान नं 510-167 न्यू हैदराबाद महानगर यहां सहपरिवार रहती थी. बताया गया कि वह नेशनल पीजी कॉलेज में बीएससी सेकण्ड ईयर की छात्रा थी. दीक्षा ने अपने किराये के मकान में कमरे में लगे पंखे में चादर का फंदा बनाकर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. मृतका के पास से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें लिखा था कि मैं बीएससी नहीं करना चाहती थी, घरवालों ने जबरदस्ती बीएससी करवा दिया. इसलिए मैं आत्महत्या कर रही हूं. पुलिस सुसाइड नोट की जांच करने में जुटी है.
इसके अलावा मड़ियांव इंस्पेक्टर मनोज कुमार सिंह ने बताया कि गुरुवार को हिमांशु दास उम्र करीब 26 वर्ष पुत्र जितेन्द्र निवासी 537-भ-496 भरतनगर मड़ियांव ने अपने घर के कमरे में लगे छत के कुण्डे में दुपट्टे का फंदा बनाकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. फिलहाल पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर मेडिकल परीक्षण के लिए भेज दिया है और आगे की कार्रवाई करने में जुटी है.