लखनऊ: जहां एक ओर लोग नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर रक्तदान कर रहे हैं. वहीं राजधानी लखनऊ के एक ऐसे शख्स हैं जो पिछले लंबे समय से लगातार रक्तदान कर रहे हैं और अब तक तकरीबन 75 बार रक्तदान कर चुके हैं. इनके जानने वाले लोग इन्हें बाजीराव द ब्लड मैन के नाम से पुकारते हैं.
रक्तदान करने से बचती हैं चार जिंदगियां-
हम बात कर रहे हैं न्यायिक सदस्य उपभोक्ता फोरम राजर्षि शुक्ला की. राजर्षि शुक्ला राजधानी लखनऊ में सबसे ज्यादा बार रक्तदान करने की लाइन में दूसरे नंबर पर हैं और पहले नंबर पर राजर्षि शुक्ला के ही बड़े भाई राजन शुक्ला है. जो अब तक लगभग डेढ़ सौ बार रक्तदान कर चुके हैं. पिछले दिनों ईटीवी भारत ने अपनी खबर के माध्यम से आईएएस अधिकारी राजन शुक्ला के बारे में बताया था. जिन्होंने सबसे ज्यादा बार तकरीबन डेढ़ सौ बार रक्तदान किया है जिसमें से 117 बार रक्तदान करने का सर्टिफिकेट उनके पास उपलब्ध है.
लखनऊ में प्रतिवर्ष डेढ़ लाख यूनिट ब्लड की आवश्यकता -
अंकडों की बात करें तो राजधानी लखनऊ में प्रतिवर्ष डेढ़ लाख यूनिट ब्लड की अतिरिक्त आवश्यकता रहती है. जिसे पूरा करने में रक्तदान महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकता है. राजर्षि शुक्ला और राजन शुक्ला जैसे लोग इस कमी को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका मिभाते हैं.
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उन्हें रक्तदान करने की प्रेरणा उनके पिताजी से मिली है जिसको बल उनके बड़े भाई आईएएस अधिकारी राजन शुक्ला से मिला. रक्तदान करने से किसी तरह की कोई कमजोरी नहीं आती है बल्कि शरीर को फायदा ही पहुंचता है. उन्होंने बताया कि मैं नियमित रक्तदान करता हूं लेकिन मुझे किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होती है.
-राजर्षि शुक्ला,न्यायिक सदस्य ,उपभोक्ता फोरम