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लखनऊ: 'बाजीराव द ब्लड मैन', 75 बार कर चुके हैं रक्तदान

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक शख्श ऐसे भी हैं जिन्हें लोग 'बाजीराव द ब्लड मैन' के नाम से जानते हैं. इन्होंने अभी तक 70 से ज्यादा बार रक्तदान करके लोगों की जिंदगियां बचाई हैं.

न्यायिक सदस्य उपभोक्ता फोरम राजर्षि शुक्ला
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Published : Sep 17, 2019, 8:24 PM IST

लखनऊ: जहां एक ओर लोग नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर रक्तदान कर रहे हैं. वहीं राजधानी लखनऊ के एक ऐसे शख्स हैं जो पिछले लंबे समय से लगातार रक्तदान कर रहे हैं और अब तक तकरीबन 75 बार रक्तदान कर चुके हैं. इनके जानने वाले लोग इन्हें बाजीराव द ब्लड मैन के नाम से पुकारते हैं.

न्यायिक सदस्य उपभोक्ता फोरम राजर्षि शुक्ला.

रक्तदान करने से बचती हैं चार जिंदगियां-
हम बात कर रहे हैं न्यायिक सदस्य उपभोक्ता फोरम राजर्षि शुक्ला की. राजर्षि शुक्ला राजधानी लखनऊ में सबसे ज्यादा बार रक्तदान करने की लाइन में दूसरे नंबर पर हैं और पहले नंबर पर राजर्षि शुक्ला के ही बड़े भाई राजन शुक्ला है. जो अब तक लगभग डेढ़ सौ बार रक्तदान कर चुके हैं. पिछले दिनों ईटीवी भारत ने अपनी खबर के माध्यम से आईएएस अधिकारी राजन शुक्ला के बारे में बताया था. जिन्होंने सबसे ज्यादा बार तकरीबन डेढ़ सौ बार रक्तदान किया है जिसमें से 117 बार रक्तदान करने का सर्टिफिकेट उनके पास उपलब्ध है.

लखनऊ में प्रतिवर्ष डेढ़ लाख यूनिट ब्लड की आवश्यकता -
अंकडों की बात करें तो राजधानी लखनऊ में प्रतिवर्ष डेढ़ लाख यूनिट ब्लड की अतिरिक्त आवश्यकता रहती है. जिसे पूरा करने में रक्तदान महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकता है. राजर्षि शुक्ला और राजन शुक्ला जैसे लोग इस कमी को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका मिभाते हैं.

ये भी पढ़ें:-भारत लौटेंगे स्वामी आनंद गिरि, आस्ट्रेलिया में सिडनी कोर्ट ने किया बरी

उन्हें रक्तदान करने की प्रेरणा उनके पिताजी से मिली है जिसको बल उनके बड़े भाई आईएएस अधिकारी राजन शुक्ला से मिला. रक्तदान करने से किसी तरह की कोई कमजोरी नहीं आती है बल्कि शरीर को फायदा ही पहुंचता है. उन्होंने बताया कि मैं नियमित रक्तदान करता हूं लेकिन मुझे किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होती है.
-राजर्षि शुक्ला,न्यायिक सदस्य ,उपभोक्ता फोरम

लखनऊ: जहां एक ओर लोग नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर रक्तदान कर रहे हैं. वहीं राजधानी लखनऊ के एक ऐसे शख्स हैं जो पिछले लंबे समय से लगातार रक्तदान कर रहे हैं और अब तक तकरीबन 75 बार रक्तदान कर चुके हैं. इनके जानने वाले लोग इन्हें बाजीराव द ब्लड मैन के नाम से पुकारते हैं.

न्यायिक सदस्य उपभोक्ता फोरम राजर्षि शुक्ला.

रक्तदान करने से बचती हैं चार जिंदगियां-
हम बात कर रहे हैं न्यायिक सदस्य उपभोक्ता फोरम राजर्षि शुक्ला की. राजर्षि शुक्ला राजधानी लखनऊ में सबसे ज्यादा बार रक्तदान करने की लाइन में दूसरे नंबर पर हैं और पहले नंबर पर राजर्षि शुक्ला के ही बड़े भाई राजन शुक्ला है. जो अब तक लगभग डेढ़ सौ बार रक्तदान कर चुके हैं. पिछले दिनों ईटीवी भारत ने अपनी खबर के माध्यम से आईएएस अधिकारी राजन शुक्ला के बारे में बताया था. जिन्होंने सबसे ज्यादा बार तकरीबन डेढ़ सौ बार रक्तदान किया है जिसमें से 117 बार रक्तदान करने का सर्टिफिकेट उनके पास उपलब्ध है.

लखनऊ में प्रतिवर्ष डेढ़ लाख यूनिट ब्लड की आवश्यकता -
अंकडों की बात करें तो राजधानी लखनऊ में प्रतिवर्ष डेढ़ लाख यूनिट ब्लड की अतिरिक्त आवश्यकता रहती है. जिसे पूरा करने में रक्तदान महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकता है. राजर्षि शुक्ला और राजन शुक्ला जैसे लोग इस कमी को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका मिभाते हैं.

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उन्हें रक्तदान करने की प्रेरणा उनके पिताजी से मिली है जिसको बल उनके बड़े भाई आईएएस अधिकारी राजन शुक्ला से मिला. रक्तदान करने से किसी तरह की कोई कमजोरी नहीं आती है बल्कि शरीर को फायदा ही पहुंचता है. उन्होंने बताया कि मैं नियमित रक्तदान करता हूं लेकिन मुझे किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होती है.
-राजर्षि शुक्ला,न्यायिक सदस्य ,उपभोक्ता फोरम

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लखनऊ। आज हम देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 69वा जन्मदिन मना रहे हैं जहां एक ओर नरेंद्र मोदी के जन्मदिन को लेकर कई जगह भव्य कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है तो उसी बीच नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर एक ऐसी चीज भी हो रही है जिस पर हम सभी को बात करनी चाहिए। बताते चलें नरेंद्र मोदी को लेकर उनके जन्मदिन पर उनके चाहने वाले रक्तदान कर रहे हैं एक अच्छी पहल है और इसकी हम सभी को प्रशंसा करनी चाहिए। अगर जन्मदिन पर हम रक्त देने की परंपरा को अपनाते हैं तो रक्त की कमी के चलते होने वाली मौतों में भारी कमी लाई जा सकती है।


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जहां एक और लोग नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर रक्तदान कर रहे हैं वही मौके पर राजधानी लखनऊ के एक ऐसे शख्स से बात की जो पिछले लंबे समय से लगातार रक्तदान कर रहा है और अब तक तकरीबन 75 बार रक्तदान कर चुके हैं।
हम बात कर रहे हैं न्यायिक सदस्य उपभोक्ता फोरम राजर्षि शुक्ला की राजर्षि शुक्ला राजधानी लखनऊ में सबसे ज्यादा बार रक्तदान करने की लाइन में दूसरे नंबर पर हैं और पहले नंबर पर राजर्षि शुक्ला के ही बड़े भाई राजन शुक्ला है जो अब तक लगभग डेढ़ सौ बार रक्तदान कर चुके। पिछले दिनों ईटीवी भारत ने अपनी खबर के माध्यम से आईएएस अधिकारी राजन शुक्ला के बारे में बताया था। जिन्होंने सबसे ज्यादा बार तकरीबन डेढ़ सौ बार रक्तदान किया है जिसमें से 117 बार रक्तदान करने का सर्टिफिकेट उनके पास उपलब्ध है। केजीएमयू ब्लड बैंक इंचार्ज तूलिका चंद्र ने बताया कि कि सबसे अधिक रक्तदान करने वाले आईएएस अधिकारी राजन शुक्ला व उपभोक्ता फोरम न्यायिक सदस्य राज ऋषि शुक्ला एक ही परिवार के सदस्य हैं बताते चलें राजर्षि शुक्ला अब तक तकरीबन 75 बार रक्तदान कर चुके हैं जिसमें से 55 बार रक्तदान करने का सर्टिफिकेट इनके पास उपलब्ध है। तूलिका चंद्रा केजीएमयू ब्लड बैंक प्रभारी ने बताया कि राजधानी लखनऊ में सबसे ज्यादा रक्तदान करने में राज ऋषि शुक्ला का दूसरा स्थान है। राजधानी लखनऊ में कुछ चंद लोग और हैं जो नियमित रक्तदान करते हैं।


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राजर्षि शुक्ला ने ईटीवी से खास बातचीत में बताया की उन्हे रक्तदान करने की प्रेरणा उनके पिताजी से मिली है जिसको बल उनके बड़े भाई आईएएस अधिकारी राजन शुक्ला से मिला। इस दौरान राजषि शुक्ला ने कहा कि रक्तदान करने से किसी तरह की कोई कमजोरी नहीं आती है बल्कि शरीर को फायदा ही पहुंचता है उन्होंने बताया कि मैं नियमित रक्तदान करता हूं लेकिन मुझे किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होती है।


ईटीवी के माध्यम से राजर्षि शुक्ला ने सभी युवाओं व स्वस्थ व्यक्तियों से अपील की है कि उन्हें नियमित रक्तदान करना चाहिए जिससे कि रक्त की कमी से जिन लोगों की मौत हो जाती है उनकी जान बचाई जा सके।

अंकडों की बात करें तो राजधानी लखनऊ में प्रतिवर्ष डेढ़ लाख यूनिट ब्लड की अतिरिक्त आवश्यकता रहती है। जिसे पूरा करने में रक्तदान महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकता है।





Conclusion:संवाददाता
प्रशांत मिश्रा
90 2639 25 26
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