लखनऊ: एग्जिट पोल के अनुमानों से उत्साहित बीजेपी मतगणना के दिन के लिए विशेष तैयारियां कर रही हैं. बीजेपी के प्रदेश मुख्यालय पर सुबह 11:00 बजे से भगवा फाग खेलने की तैयारी की जा रही है. जिसमें मुख्य तौर पर नारंगी रंग का इस्तेमाल होगा, इसके साथ ही गेंदे के फूलों की होली भी भाजपाई खेलेंगे.
भारतीय जनता पार्टी समय-समय पर परिणामों और उद्यानों की जानकारी भी अपने प्रदेश मुख्यालय पर एलईडी स्क्रीन के माध्यम से देगी. मगर भाजपा के कार्यकर्ताओं को नेतृत्व की सख्त हिदायत है कि किसी भी तरह की अनुशासनहीनता और सुबह 10 बजे से पहले जश्न का आगाज नहीं होगा. भले ही रुझान कितने भी भाजपा के पक्ष में क्यों ना हो. जब तक स्पष्ट रुझान सामने नहीं आते उल्लास का आगाज नहीं होगा. बीजेपी से पहले 2015 में बिहार और इसके बाद में 2018 में कर्नाटक के चुनाव में समय से पहले जश्न मना कर सोशल मीडिया पर आलोचना का शिकार हो चुकी है. इसलिए दूध का जला मट्ठा फूट-फूटकर पिएगा.
भाजपा में उल्लास है 2017 की ही तरह 2022 में भी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (up assembly election 2022) में पार्टी की जीत के अनुमान लगाए गए हैं. विभिन्न चैनलों के एक्जिट पोल अनुमानों में भाजपा को एक बार फिर 325 तक सीटें जीत जाने की आशा जताई गई है.
बीजेपी के एक पदाधिकारी ने ईटीवी भारत को बताया कि हमारी सबसे बड़ी तैयारी होली से पहले पार्टी कार्यालय पर भगवा होली खेलने की है, जिसमें नारंगी रंग के गुलाल का उपयोग होगा और गेंदे के फूलों की वर्षा कार्यकर्ताओं पर की जाएगी. जिस भगवा रंग को आदर्श मानकर बीजेपी का पूरा चुनाव अभियान चला है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) के भगवा वस्त्रों को मतदाताओं ने एक पहचान माना है. उसी को आधार बनाते हुए भाजपा अपना उल्लास भी मनाएगी.
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2015 में बिहार में चुनाव थे 2014 में भाजपा ने देश में बड़ी जीत दर्ज की थी. एग्जिट पोल के नतीजे बता रहे थे कि बिहार में भारतीय जनता पार्टी सरकार बनाने जा रही है. सुबह 9:00 बजे तक भाजपा बहुमत के नजदीक पहुंच चुकी थी. भाजपा के दिल्ली से लेकर पटना स्थित कार्यालयों में जश्न शुरू हो चुका था. मगर 9:00 बजे के बाद रुझानों में ऐसा बदलाव आया कि राजद और जनता दल यूनाइटेड गठबंधन को पूर्ण बहुमत प्राप्त हो गया. जश्न मनाने को लेकर भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं और नेतृत्व की बहुत किरकिरी हुई थी. कुछ इसी तरह से कर्नाटक में भी 2018 में शुरुआती रुझान में भारतीय जनता पार्टी काफी आगे थी. मगर बाद में बहुत कम अंतर से कांग्रेस की सरकार बनी. वहां भी जश्न की शुरुआत हो गई थी. इसलिए इस बार भारतीय जनता पार्टी किसी तरह की सोशल मीडिया ट्रोलिंग में नहीं फंसना चाहती है. पार्टी सुबह 10:00 बजे से पहले जश्न का आगाज नहीं करेगी.
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