लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यालय में गुरुवार को प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की प्रदेश कार्यशाला आयोजित की गई. प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी, केन्द्रीय मंत्री बीएल वर्मा तथा प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह की उपस्थिति में आयोजित कार्यशाला में जन सम्पर्क व संवाद से पात्र लोगों को विश्वकर्मा योजना से जोड़ने का प्रशिक्षण दिया गया. भाजपा हर बूथ पर प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना से पात्र लोगों को जोड़ने का अभियान (BJP will connect with PM Vishwakarma Yojana Beneficiaries) प्रारम्भ करेगी.
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि हस्तशिल्पी कारीगर परिवारों के लिए पीएम विश्वकर्मा योजना आशा की किरण बनकर आई है. उन्होंने कहा कि हर शहर, गांव, गली, मौहल्ले, मजरों में कारीगर परिवार है जो पीढ़ी दर पीढ़ी मिट्टी के बर्तन बनाने, बाल काटने, गलीचे और दरियां बनाने, खिलोने बनाने, मालाएं गूथने जैसे पारम्परिक व्यवसाय से जुडे़ हुए हैं. देश का यह वर्ग ना सिर्फ परम्परागत उद्योगों को जीवित रखे हुए है बल्कि देश की परम्पराओं का संवाहक भी है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ऐसे सभी विश्वकर्माओं का सम्मान, क्षमता व समृद्धि बढ़ाने के लिए भागीदार बनकर आगे आई है. भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता ऐसे सभी विश्वकर्मा मित्रों से सम्पर्क करके उन्हें प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना से जोड़ने का काम करेंगे.केन्द्रीय मंत्री बीएल वर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पीएम विश्वकर्मा योजना के द्वारा देश के विश्वकर्मा बन्धुओं को आधुनिक युग से जोड़ने का प्रयास है. उन्होंने कहा कि जब देश के शिल्पी आर्थिक रूप से मजबूत होंगे तो देश भी मजबूत होगा.
योजना के तहत विश्वकर्मा बन्धुओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा तथा आधुनिक टूलकिट के लिए भी 15 हजार रुपये की मदद की जाएगी. इसके साथ ही उत्पादों की ब्रांडिग, पैकेजिंग तथा मार्केटिंग में भी सरकार सहायता करेगी तथा बहुत कम ब्याज दर पर 3 लाख रुपए तक का ऋण भी योजना के तहत दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी लोकल को वोकल और वोकल को ग्लोबल बनाने के संकल्प के साथ काम कर रहे है. हम सभी कोअधिक से अधिक विश्वकर्मा बन्धुओं को योजना से जोड़ने में सहायक बनकर काम करना है.
प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने कहा कि देश के हस्तशिल्पी देश के अर्थव्यवस्था की मजबूत कड़ी है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत की विरासत को संजों रहे हैं. लकड़ी का कार्य, नांव बनाने का कार्य, लौहे के बर्तन बनाने वाले, मूर्तिकार, मिट्टी के बर्तन, चमडे़ का कार्य, कपडे़ की सिलाई, भवन निर्माण जैसे 18 तरह के परम्परागत कार्यों को करने वाले लोगों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने का कार्य पीएम विश्वकर्मा योजना से संभव होगा.
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