लखनऊ : लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर भारतीय जनता पार्टी 806 'साइबर योद्धा' तैयार कर रही है. इन विशेष कार्यकर्ताओं को भोपाल में प्रशिक्षण दिया जाएगा. लोकसभा चुनाव से कुछ पहले 'साइबर योद्धाओं' को विपक्षी के 'साइबर अटैक' के सामने खड़ा किया जाएगा, ताकि सोशल मीडिया के जरिए भारतीय जनता पार्टी अपने आप को सबसे आगे और विपक्ष को पीछे दिखा सके. इसके अलावा फेक न्यूज और फैक्ट चेक में भी यह टीम काम करेगी. भारतीय जनता पार्टी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर विपक्षियों को पस्त करने के लिये आईटी क्षेत्र से जुड़े देश भर में लगभग पांच हजार कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करने जा रही है.
![साइबर योद्धाओं को तैनात करेगी भाजपा (फाइल फोटो)](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/26-06-2023/18849000_ni2364.jpg)
पहले चरण में इनको भोपाल में प्रशिक्षित किया जायेगा, उसके बाद राज्य स्तर पर सभी का प्रशिक्षण होगा. जनसंख्या की दृष्टि को ध्यान में रखकर प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में 9 से 10 'साइबर योद्धाओं' को तैनात किया जायेगा. यूपी जैसे राज्य में हर विधानसभा क्षेत्र में दो हाइटेक साइबर योद्धा तैनात होंगे. पार्टी के खिलाफ यदि कोई झूठी खबर या भ्रामक प्रचार हुआ तो पलक झपकते ही यह साइबर योद्धा तर्कों और तथ्यों के बल पर विरोधी को जवाब देंगे. इस बारे भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता आलोक कुमार वर्मा ने कहा कि 'निश्चित तौर पर इस वक़्त विपक्ष के दुष्प्रचार को रोकने के लिए सोशल मीडिया पर पार्टी मजबूत हो रही है. लोकसभा चुनाव के आने के दौर में साजिश और तेज होंगी. जिनसे बचने के लिए हम अपनी मजबूत टीम जरूर बनाएंगे जोकि लोकसभा चुनाव के दौरान सच्चाई जनता के सामने रखेगी.'
महामंत्री संगठन और प्रदेश अध्यक्ष से सीधे जुड़ेंगे : आईटी योद्धा महामंत्री संगठन और प्रदेश अध्यक्ष से सीधे जुड़े रहेंगे. उन्हें ही यह अपनी रिपोर्ट करेंगे. न्यूनतम समय में बूथ स्तर पर किसी भी सूचना को प्रसारित करने में माहिर यह आईटी योद्धा जिले स्तर पर वार रूम बनाकर काम करेंगे. केंद्रीय प्रशिक्षण लेकर जिलों में आये आईटी योद्धा अल्प समय में कोई सूचना कैसे प्रसारित करना है जुलाई में प्रदेश के कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करेंगे. इन आईटी योद्धाओं को जुलाई में नवीन तैनाती मिल जायेगी. तीन माह के अंदर ही बूथ स्तर से लेकर केंद्रीय स्तर तक आईटी की सशख्त टीम खड़ी हो जाएगी.
इन मुद्दों पर होगा काम
- नेहरू-एडविन संबंध, नेहरू द्वारा चीन से मिली पराजय का जवाब देने के बजाय जमीन बंजर बताकर वक्तव्य देने का मुद्दा
- 1984 में हुये नरसंहार जैसे विषय को जन-जन तक पहुंचाने की तैयारी
- आपातकाल में इंदिरा सरकार द्वारा पीड़ित-प्रताड़ित लोगों का स्थानीय लेबल पर परिवार को हीरो बनाकर उनके संघर्षों को सम्मान
- स्व. मुलायम सिंह यादव के मुख्यमंत्रित्व काल में उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के चुर्क, चुनार सीमेंट फैक्ट्रियों को निजी हाथों में बेचने का विरोध किया था.
- स्व. मुलायम सिंह यादव के मुख्यमंत्रित्व काल में अयोध्या में कारसेवकों पर गोलीकांड हुआ. इसके साथ ही अलग उत्तराखंड राज्य की मांग को लेकर हो रहे आंदोलन कारियों को गोलियां चलाने के लिए मुलायम सिंह यादव को जिम्मेदार बताएंगे.
- सपा की सरकार के दौरान हुए मुजफ्फरनगर दंगों में आरोपितों को जिन्हें हिन्दू समाज 'खलनायक' मानता था, उन्हें स्टेट प्लेन से मुख्यमंत्री के सरकारी आवास में स्वागत करना, केवल वर्ग विशेष की लड़कियों को छात्रवृत्ति.
- कब्रिस्तान की बाउंड्री निर्माण, शमशान की उपेक्षा करना.
- इसके साथ ही खाद्यान्न घोटाले में संलिप्त लोगों को बचाने की कोशिश करना, यूपीएससी की नौकरियों में घोटाला करने के आरोप को जनता में ताजा करने का काम आईटी योद्धा करेंगे.