लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए 14 हारी हुई सीटों को जीतने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाएगी. भाजपा 2019 उत्तर प्रदेश में कुल 16 सीटें हार गई थी. जिनमें से आजमगढ़ और रामपुर की सीट भाजपा फिर से उपचुनाव में जीत गई. ऐसे में 14 सीटों को जीतने के लिए भाजपा छत्रपों को पार्टी में शामिल कर रही है.
ओमप्रकाश राजभर और दारा सिंह के साथ आने से पूर्वांचल की दो हारी हुई सीटों को जीतने की व्यवस्था भाजपा कर चुकी है. दारा सिंह भी एक सीट को मऊ में भाजपा को जिता सकते हैं. ऐसे ही अब रायबरेली छोड़कर भारतीय जनता पार्टी हर सीट के लिए एक खास उम्मीदवार को दूसरे दल से लाएगी. रायबरेली के लिए भारतीय जनता पार्टी दिल्ली से किसी बड़े नेता को अपना उम्मीदवार बना सकती है. जिस तरह से स्मृति इरानी राहुल गांधी के खिलाफ अमेठी में उम्मीदवार बनाई गई थीं.
14 सीटों के लिए बन रही विशेष रणनीति : इन हारी हुई सीटों को लेकर भारतीय जनता पार्टी एक विशेष रणनीति पर काम कर रही है. जिस में मुख्य रूप से इस बात पर विचार विमर्श किया जा रहा है कि इस लोकसभा क्षेत्र से जिताऊ उम्मीदवार कौन हो सकता है. आमतौर से दूसरे दलों से आने वाले नेताओं को इन सभी सीटों पर जिताऊ उम्मीदवार माना जा रहा है. जिनमें से मऊ, गाजीपुर या घोसी सीट के लिए व्यवस्था की जा चुकी है. अब बची हुई सीटों के लिए बात की जा रही है. जिसमें मुख्यतः मजबूत नेताओं की तलाश हो रही है. जिन पर दांव आजमा कर भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश में सभी सीटों पर जीत सुनिश्चित करे.