लखनऊः भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष (BL Santosh) 19 दिन बाद एक बार फिर सूबे की राजधानी लखनऊ आ रहे हैं. 31 मई को तीन दिवसीय लखनऊ प्रवास पर आये बीएल संतोष का दौरा सुर्खियों में बना था. बदलाव की तमाम अटकलों के बावजूद अभी तक कोई परिवर्तन नहीं दिखा है. एक बार फिर बीएल संतोष के दौरे से सियासी गलियारें में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गयी हैं. बीएल संतोष के साथ यूपी बीजेपी राधामोहन सिंह (UP BJP In-Charge Radha Mohan Singh ) भी पहुंच रहे हैं.
भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janata Party) आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है. पार्टी की सक्रियता देखने से स्पष्ट है कि भाजपा जल्द ही सारी अड़चनें खत्म कर लेना चाहती है. गत बुधवार और गुरुवार को दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने केंद्रीय नेतृत्व के साथ सेवा ही संगठन को लेकर चर्चा की है. निश्चित तौर पर पार्टी के नेता इस दौरान यूपी की राजनीति को लेकर भी चर्चा की है. इसके बाद प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह और राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष का 21-22 जून को राजधानी लखनऊ के दौरे पर पहुंचे रहे हैं. इन दोनों नेताओं का दौरा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह के दौरे से जोड़कर देखा जा रहा है. बताया जा रहा है कि जेपी नड्डा और अमित शाह के दौरे से पहले यहां यूपी भाजपा नेताओं के साथ मंथन कर जमीन तैयार करेंगे. यूपी भाजपा प्रवक्त हीरो बाजपेयी कहते हैं कि पार्टी में इस तरह गतिविधियां होती रहती हैं. राजनीतिक पार्टी है तो दौरे और बैठकें स्वाभाविक हैं.
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बीएल संतोष के दौरे के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि वह जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव पर प्रदेश नेतृत्व के साथ मंथन करेंगे. इसके बाद पार्टी उम्मीदवारों की घोषणा करेगी. वहीं, भाजपा के सहयोगी पार्टियों के साथ संबंधों को मजबूत करने पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा. अनुप्रिया पटेल (Anupriya Patel) की पार्टी अपना दल (एस) की तरफ से चार जिला पंचायत अध्यक्षों की सीट पर चुनाव लड़ने की मांग की जा रही है. पार्टी अनुप्रिया को दो सीटें देना चाह रही है. इसके अलावा उत्तर प्रदेश विधान परिषद में पांच जुलाई को रिक्त हो रही चार सीटों पर भी मंथन होगा. भाजपा इस वक्त आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए जातीय और सामाजिक संतुलन के साथ ही सहयोगी दलों से सामंजस्य बिठाकर ही कोई कदम उठाएगी.