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लखनऊः कोविड अस्पताल में शव को भी नहीं बख्शा, सांसद ने लिखा पत्र

लखनऊ के मोहनलालगंज लोकसभा से भाजपा सांसद कौशल किशोर ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर कोविड अस्पताल प्रबन्धकों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है. उनका आरोप है कि कोविड अस्पताल कोरोना मरीजों के इलाज में लापरवाही बरत रहे हैं. इतना ही नहीं उन्होंने एक कोरोना मरीज की मौत के बाद उसके शरीर के आन्तरिक अंग निकालने का गंभीर आरोप भी लगाया है.

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सांसद ने कोरोना मरीज के शरीर के अंग निकालने का गंभीर आरोप.
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Published : Oct 23, 2020, 1:03 AM IST

लखनऊ: मोहनलालगंज से बीजेपी सांसद कौशल किशोर ने दो निजी अस्पतालों पर कोरोना के इलाज में गड़बड़ी करने के गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि अस्पताल मरीजों इस मामले में उन्होंने सीएमओ और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत की है।

कोरोना महामारी के दौरान कोविड मरीजों का इलाज करने वाले दो निजी अस्पतालों पर इलाज में गड़बड़ी के आरोप लगे थे. सांसद कौशल किशोर ने मुख्यमंत्री और सीएमओ को शिकायती पत्र लिखकर निजी अस्पतालों पर कोरोना मरीजों से पैसा लेने और मृत्यु के बाद उनके अंग निकालने के गंभीर आरोप लगाए हैं. दरअसल, चिनहट इलाके में रहने वाले एक व्यक्ति की कोरोना के कारण मौत हो गयी थी. अस्पताल प्रबन्धन ने कोविड मरीज होने के कारण उसका शव भी परिजनों को नहीं दिया था. इसके बाद परिजनों ने अस्पताल प्रबन्धन पर मानव अंग निकालने का गम्भीर आरोप लगा कर सनसनी फैला दी. इसी संबंध में सांसद ने जांच कराने के लिए पत्र लिखा है.


ये है मामला
चिनहट के पक्का तालाब निवासी शिप प्रकाश पाण्डेय ने विधि एवं न्यायमंत्री को प्रेषित शिकायती पत्र में कहा कि उसके बेटे आदर्श कमल पाण्डेय को सर्दी और बुखार हुआ. आदर्श ने लोहिया संस्थान में कोरोना की जांच करायी. रिपोर्ट पॉजिटिव होने पर वह 11-15 सितम्बर तक होम क्वारंटाइन रहा. तबियत बिगड़ने पर बेटे को कुर्सी रोड स्थित निजी कोविड हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. वहां मरीज का काफी उत्पीड़न हुआ. शिप प्रकाश ने आरोप लगाया कि बेटे को वहां इलाज न देकर ऐसी दवाएं दी गईं, जिससे उसकी हालत और बिगड़ गयी. परेशान होने के बाद उन्होंने अस्पताल से डिस्चार्ज करने की मांग की. उन्होंने सीएमओ व डीएम स्तर पर गुजारिश के बाद वहां से हरदोई रोड स्थित निजी अस्पताल में रेफर किया गया. यहां भी उसको सही इलाज नहीं मिला.

पाण्डेय ने आरोप लगाया कि उनके बेटे को जानबूझकर मारा गया है. पिता के पत्र को आधार मानते हुए सांसद कौशल किशोर ने मुख्यमंत्री, पुलिस आयुक्त, जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पत्र लिखकर मामले की जांच की मांग की है.

लखनऊ: मोहनलालगंज से बीजेपी सांसद कौशल किशोर ने दो निजी अस्पतालों पर कोरोना के इलाज में गड़बड़ी करने के गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि अस्पताल मरीजों इस मामले में उन्होंने सीएमओ और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत की है।

कोरोना महामारी के दौरान कोविड मरीजों का इलाज करने वाले दो निजी अस्पतालों पर इलाज में गड़बड़ी के आरोप लगे थे. सांसद कौशल किशोर ने मुख्यमंत्री और सीएमओ को शिकायती पत्र लिखकर निजी अस्पतालों पर कोरोना मरीजों से पैसा लेने और मृत्यु के बाद उनके अंग निकालने के गंभीर आरोप लगाए हैं. दरअसल, चिनहट इलाके में रहने वाले एक व्यक्ति की कोरोना के कारण मौत हो गयी थी. अस्पताल प्रबन्धन ने कोविड मरीज होने के कारण उसका शव भी परिजनों को नहीं दिया था. इसके बाद परिजनों ने अस्पताल प्रबन्धन पर मानव अंग निकालने का गम्भीर आरोप लगा कर सनसनी फैला दी. इसी संबंध में सांसद ने जांच कराने के लिए पत्र लिखा है.


ये है मामला
चिनहट के पक्का तालाब निवासी शिप प्रकाश पाण्डेय ने विधि एवं न्यायमंत्री को प्रेषित शिकायती पत्र में कहा कि उसके बेटे आदर्श कमल पाण्डेय को सर्दी और बुखार हुआ. आदर्श ने लोहिया संस्थान में कोरोना की जांच करायी. रिपोर्ट पॉजिटिव होने पर वह 11-15 सितम्बर तक होम क्वारंटाइन रहा. तबियत बिगड़ने पर बेटे को कुर्सी रोड स्थित निजी कोविड हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. वहां मरीज का काफी उत्पीड़न हुआ. शिप प्रकाश ने आरोप लगाया कि बेटे को वहां इलाज न देकर ऐसी दवाएं दी गईं, जिससे उसकी हालत और बिगड़ गयी. परेशान होने के बाद उन्होंने अस्पताल से डिस्चार्ज करने की मांग की. उन्होंने सीएमओ व डीएम स्तर पर गुजारिश के बाद वहां से हरदोई रोड स्थित निजी अस्पताल में रेफर किया गया. यहां भी उसको सही इलाज नहीं मिला.

पाण्डेय ने आरोप लगाया कि उनके बेटे को जानबूझकर मारा गया है. पिता के पत्र को आधार मानते हुए सांसद कौशल किशोर ने मुख्यमंत्री, पुलिस आयुक्त, जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पत्र लिखकर मामले की जांच की मांग की है.

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