ETV Bharat / state

राज्यसभा सांसद हरद्वार दुबे के निधन पर सीएम योगी ने जताया शोक, लखनऊ से रहा यह नाता - ब्राह्मण नेता हरद्वार दुबे

राज्यसभा सांसद और भाजपा नेता हरद्वार दुबे (74) का दिल्ली के एक अस्पताल में निधन हो गया. निधन की जानकारी उनके बेटे प्रांशु दुबे ने दी है. हरद्वार दुबे एबीवीपी से लेकर भाजपा संगठन तक अहम भूमिका में रहते थे.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Jun 26, 2023, 12:52 PM IST

लखनऊ : आगरा की राजनीति से सक्रिय होते हुए लखनऊ में राज्य भाजपा संगठन का हिस्सा रहकर राज्यसभा तक पहुंचे वरिष्ठ भाजपा नेता हरद्वार दुबे (74) का दिल्ली में निधन हो गया है. प्रखर ब्राह्मण नेता होने के नाते भारतीय जनता पार्टी ने समय समय पर हरद्वार दुबे को अहम जिम्मेदारी दी जाती रही है. एबीवीपी से लेकर भाजपा संगठन तक हरद्वार दुबे अहम भूमिकाएं निभाते रहे थे.



मूल रूप से बलिया के निवासी हरद्वार दुबे लंबे समय से आगरा की राजनीति में सक्रिय रहे. वर्ष 1969 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठन मंत्री बनकर आगरा आए थे. तभी से यहां की राजनीति में सक्रिय रहे. वर्ष 1983 में वे महानगर इकाई के मंत्री बने. इसके बाद महानगर अध्यक्ष बने. वर्ष 1989 में छावनी से पहली बार चुनाव लड़ा और जीते. इसके बाद वर्ष 1991 में भी जीते. उन्हें संस्थागत वित्त राज्यमंत्री बनाया गया. वर्ष 2005 में वह खेरागढ़ विधानसभा से उपचुनाव लड़े, जिसमें हार का सामना करना पड़ा था. वर्ष 2011 में प्रदेश प्रवक्ता और 2013 में प्रदेश उपाध्यक्ष रहे.

हरद्वार दुबे के निधन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक व्यक्त किया है. उन्होंने शोक संतृप्त परिवार के प्रति संवेदना की है. उनके पुत्र प्रांशु दुबे ने जानकारी दी है कि दिल्ली के फोर्टिस हॉस्पिटल में उनका निधन हो गया था. अचानक सीने में दर्द के बाद बीती रात उनको अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. जहां चिकित्सकों ने उनको मृत घोषित किया गया. हरद्वार दुबे के परिवार में पुत्र प्रांशु दुबे, पुत्रवधू उर्वशी, पुत्री डाॅ, कृत्या दुबे, दामाद डाॅ. शिवम और पौत्र दिव्यांश, पौत्री दिव्यांशी हैं. उनके भाई गामा दुबे भी वरिष्ठ भाजपा नेता हैं.

यह भी पढ़ें : मणिपुर पुलिस की कार्रवाई, 24 घंटे में 12 बंकर किये नष्ट

लखनऊ : आगरा की राजनीति से सक्रिय होते हुए लखनऊ में राज्य भाजपा संगठन का हिस्सा रहकर राज्यसभा तक पहुंचे वरिष्ठ भाजपा नेता हरद्वार दुबे (74) का दिल्ली में निधन हो गया है. प्रखर ब्राह्मण नेता होने के नाते भारतीय जनता पार्टी ने समय समय पर हरद्वार दुबे को अहम जिम्मेदारी दी जाती रही है. एबीवीपी से लेकर भाजपा संगठन तक हरद्वार दुबे अहम भूमिकाएं निभाते रहे थे.



मूल रूप से बलिया के निवासी हरद्वार दुबे लंबे समय से आगरा की राजनीति में सक्रिय रहे. वर्ष 1969 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठन मंत्री बनकर आगरा आए थे. तभी से यहां की राजनीति में सक्रिय रहे. वर्ष 1983 में वे महानगर इकाई के मंत्री बने. इसके बाद महानगर अध्यक्ष बने. वर्ष 1989 में छावनी से पहली बार चुनाव लड़ा और जीते. इसके बाद वर्ष 1991 में भी जीते. उन्हें संस्थागत वित्त राज्यमंत्री बनाया गया. वर्ष 2005 में वह खेरागढ़ विधानसभा से उपचुनाव लड़े, जिसमें हार का सामना करना पड़ा था. वर्ष 2011 में प्रदेश प्रवक्ता और 2013 में प्रदेश उपाध्यक्ष रहे.

हरद्वार दुबे के निधन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक व्यक्त किया है. उन्होंने शोक संतृप्त परिवार के प्रति संवेदना की है. उनके पुत्र प्रांशु दुबे ने जानकारी दी है कि दिल्ली के फोर्टिस हॉस्पिटल में उनका निधन हो गया था. अचानक सीने में दर्द के बाद बीती रात उनको अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. जहां चिकित्सकों ने उनको मृत घोषित किया गया. हरद्वार दुबे के परिवार में पुत्र प्रांशु दुबे, पुत्रवधू उर्वशी, पुत्री डाॅ, कृत्या दुबे, दामाद डाॅ. शिवम और पौत्र दिव्यांश, पौत्री दिव्यांशी हैं. उनके भाई गामा दुबे भी वरिष्ठ भाजपा नेता हैं.

यह भी पढ़ें : मणिपुर पुलिस की कार्रवाई, 24 घंटे में 12 बंकर किये नष्ट

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.