लखनऊ: 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर भारतीय जनता पार्टी का प्रदेश व केंद्रीय नेतृत्व सक्रिय हो गया है. उसी के अनुरूप न सिर्फ संगठनात्मक अभियान और कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं बल्कि तमाम जगहों पर पार्टी नेताओं को समायोजित करने का भी काम किया जा रहा है. पार्टी नेतृत्व की कोशिश है कि सबको साथ लेकर आगे बढ़ें और चुनावी तैयारियों को धरातल तक पहुंचा सकें.
वहीं, केंद्र सरकार के अधीन आने वाले केंद्रीय बोर्ड और केंद्रीय निगमों में पार्टी नेताओं को समायोजित करने की तैयारियां तेज हो गई हैं. बीजेपी के उच्च स्तरीय सूत्रों का कहना है कि पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व और प्रदेश नेतृत्व की तरफ से केंद्रीय बोर्ड, आयोग और केंद्रीय निगमों में चेयरमैन व उपाध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पदों पर तैनाती की प्रक्रिया शुरू हो गई है. पार्टी नेतृत्व की तरफ से सभी क्षेत्रीय अध्यक्ष व पार्टी के जिला अध्यक्षों से वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की सूची मांगी गई है.
इसके साथ ही उन लोगों की सूची भी मांगी गई है जो उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2022 से पहले दूसरे दलों को छोड़कर आए थे और विधानसभा चुनाव जो लोग नहीं लड़ पाए या विधान परिषद में जिन लोगों का समायोजन नहीं किया जा सका है. ऐसे लोगों को केंद्रीय आयोग, केंद्रीय बोर्ड और केंद्रीय निगमों में महत्वपूर्ण तैनाती दी जा सकेगी. इसको लेकर सबसे क्षेत्र स्तर पर सूची मांगी गई है.
इसके बाद उस सूची पर प्रदेश स्तर पर प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल के स्तर पर बैठक करते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं यानी कोर ग्रुप के साथ बातचीत के बाद उस सूची को अंतिम रूप देते हुए केंद्रीय नेतृत्व को भेज दिया जाएगा, जिससे संबंधित नेताओं को अलग-अलग बोर्ड और निगमों में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी जा सकेगी. इसके अलावा बोर्ड और निगमों में काफी संख्या में सदस्यों के पदों पर भी नेताओं को भेजा जाना है.
वहीं, जिन नेताओं को इन जगहों पर जाना है वे जुगाड़ लगाने में जुट गए हैं. कुछ नेता आरएसएस से लेकर केंद्रीय और प्रदेश नेतृत्व से मिलकर बोर्ड निगम में जाने का प्रयास कर रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी के एक प्रदेश स्तरीय नेता ने बताया कि 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर सभी तैयारियां तेज कर दी हैं. संगठन के अभियान और कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 8 साल का कार्यकाल पूरा होने को लेकर गरीब कल्याण कार्यक्रम किए जा रहे हैं. इसके साथ ही संगठन को भी और मजबूत करने का काम किया जा रहा है. इसके अलावा जो लोग दूसरे दलों से पार्टी में आए थे और अभी तक उनका पार्टी में या सरकार के स्तर पर कहीं समायोजन नहीं हो सका है ऐसे लोग या पार्टी के पुराने तमाम वरिष्ठ जो कार्यकर्ता हैं उनका भी समायोजन किया जाना है. इसको लेकर केंद्र सरकार के अंतर्गत आने वाले केंद्रीय बोर्ड और केंद्रीय निगमों में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जानी है.जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार के अधीन आने वाले करीब दो दर्जन से अधिक निगम और बोर्ड हैं जहां अभी तक किसी की तैनाती नहीं है और आने वाले एक-दो महीने में इनमें तैनाती की जानी है.
इन निगमों और बोर्ड में दी जानी तैनाती
नेशनल वाइन बोर्ड, नेशनल कॉफी बोर्ड एंड कॉरपोरेशन, टोबैको बोर्ड, कॉटन एडवाइजरी बोर्ड, कोकोनट बोर्ड, नेशनल टेक्सटाइल बोर्ड, नेशनल हॉर्टिकल्चर बोर्ड, नेशनल फूड एंड प्रोसेसिंग बोर्ड, नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन, नेशनल ऑयल सीड एंड वेजिटेबल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन, नेशनल सीड वेजिटेबल बोर्ड, इंडियन टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन, नेशनल बुक ट्रस्ट, नेशनल बाल भवन बोर्ड, स्पाइस बोर्ड आदि.
इस बारे में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता हीरो बाजपेयी कहते हैं कि पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को तमाम आयोग निगम और बोर्ड में समायोजित करने का काम किया जाता है. केंद्र सरकार के अधीन जो आयोग बोर्ड और निगम हैं, वहां भी पार्टी नेताओं की नियुक्ति करने का काम किया जाना एक सतत प्रक्रिया है और उसी के अंतर्गत यह काम होना है.
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