लखनऊ: भले ही 2017 की तुलना में अबकी सीटों की संख्या घटी हो, लेकिन भाजपा ने इस चुनाव में कई सियासी रिकॉर्ड भी बनाए. साथ ही पार्टी ने कई ऐसी सीटों पर भी जीत हासिल की, जहां इससे पहले कभी भाजपा को जीत नहीं मिली थी. वहीं, अगर बात सीटों की करें तो भाजपा को 2017 की तुलना में अबकी 48 सीटों का नुकसान हुआ है. भाजपा गठबंधन ने 274 सीटों पर जीत हासिल की तो सपा को 124 सीटों पर जीत मिली है. वहीं, 2017 के मुकाबले सपा ने इस बार अधिक सीटें जीती हैं.
वहीं, मथुरा की माठ विधानसभा सीट पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राजेश चौधरी ने शानदार जीत दर्ज की. उन्होंने यहां से सात बार के विधायक रहे बसपा के श्याम सुंदर शर्मा को करीब 8000 मतों से पराजित किया. अबकी चुनाव में खास सीटों की सूची में शामिल रही सीतापुर की सिधौली विधानसभा सीट से भाजपा के मनीष रावत ने जीत दर्ज की. इधर, बीते विधानसभा चुनाव में बसपा के डॉ. हरगोविंद भार्गव ने समाजवादी पार्टी के मनीष रावत को मात दी थी.
इस बार हरगोविंद बसपा का दामन छोड़कर सपा के टिकट पर चुनाव में उतरे थे. वहीं, टिकट कटने से नाराज मनीष भी भाजपा उम्मीदवार के रूप में उतरे थे. ऐसे में जहां पहले मुकाबला सपा और बसपा के बीच रहता था, वह इस बार सपा और भाजपा के बीच हो गया था. इससे भी बड़ी बात यह है कि भाजपा इस सीट पर 40 साल से नहीं जीती थी. हालांकि, इस बार भाजपा ने यहां अपनी जीत की मुहर लगा दी, जिसे बहुत बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है.
इसी तरह बदायूं की बिल्सी विधानसभा सीट से भाजपा ने जीत का परचम लहराया है. भाजपा प्रत्याशी हरीश चंद्र ने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी चंद्र प्रकाश मौर्य को हराकर जीत हासिल की है. हरीश चंद्र की इस जीत से भाजपा में खुशी की लहर है. दरअसल, भाजपा को 24 साल बाद 2017 में कमल खिलाने में कामयाबी हासिल हुई थी. इस जीत का सेहरा बांधने वाले पंडित आरके शर्मा पार्टी छोड़कर सपा में शामिल हो गए थे. ऐसे में भाजपा ने हरीश चंद्र को मैदान में उतारा था, जहां पार्टी को सफलता हासिल हुई. यहां भाजपा के हरीश चंद्र को कुल 93329 वोट मिले और उन्होंने सपा के चंद्र प्रकाश मौर्य को करीब 25000 वोटों के अंतर से पराजित कर इस सीट पर कब्जा कर लिया.
वहीं, लखनऊ की मोहनलालगंज (सुरक्षित) सीट पर भी भाजपा को बड़ी जीत मिली है. इस सीट पर भाजपा का अब तक खाता नहीं खुला था. लेकिन इस बार इस सीट पर कमल खिल गया. 2017 में मोदी लहर के बावजूद समाजवादी पार्टी ने लखनऊ की 9 सीटों में से महज एक सीट पर जीत दर्ज की थी, वह यही सीट थी. 2017 में मोहनलालगंज (सुरक्षित) सीट में कुल 32% वोटिंग हुई थी. तब समाजवादी पार्टी के अमरेश सिंह पुष्कर ने बसपा के राम बहादुर को हराया था.
इस बार के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने इतिहास बदलने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंकी थी. भाजपा ने यहां से अमरेश कुमार, सपा ने सुशीला सरोज, बसपा ने देवेंद्र सरोज और कांग्रेस ने ममता चौधरी को उतारा था. बता दें कि यहां भाजपा ने पहली बार जीत दर्ज की है. यहां से भाजपा प्रत्याशी अमरेश सिंह पुष्कर ने करीब 10000 वोटों से सपा की सुशीला सरोज को मात दी.
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