लखनऊ: मंगलवार को भाजपा पार्षद दिलीप श्रीवास्तव पर मामला दर्ज करने के बाद राजधानी पुलिस के खिलाफ भाजपा पार्षदों ने मोर्चा खोल दिया है. भाजपा के एक दर्जन से अधिक पार्षदों ने सार्वजनिक बयान देते हुए कहा कि लखनऊ पुलिस तानाशाही कर रही है.
लखनऊ नगर निगम (Lucknow Municipal Corporation) कार्यकारिणी के उपाध्यक्ष व डिप्टी मेयर रजनीश श्रीवास्तव ने देर रात्रि बयान जारी करते हुए कहा कि लखनऊ पुलिस तानाशाही कर रही है, जिसके कारण सरकार की छवि लगातार खराब हो रही है. यही कारण है कि लखनऊ के सभी पार्षदों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई है. पत्र के माध्यम से कार्यकारिणी के उपाध्यक्ष राजीव दीक्षित ने आरोप लगाया कि भाजपा के कार्यकर्ताओं का पुलिस द्वारा उत्पीड़न किया जा रहा है, जो कि बहुत ही दुखद है.
जानें क्या है मामला
राजधानी लखनऊ के इंदिरा नगर स्थित ओम शिव शक्ति पीठ में पंचमुखी हनुमान मंदिर की मूर्ति एसडीएम के कहने पर पुलिस ने हटा दी, जिसके बाद पार्षद दिलीप श्रीवास्तव ने मंदिर पर दोबारा मूर्ति स्थापित करने की मांग की. पार्षद की इस मांग पर पुलिस ने उनके विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कर लिया. पुलिस के इस कदम के बाद भाजपा के सभी पार्षदों ने पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
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विरोध में यह लोग शामिल
नगर निगम कार्यकारिणी के उपाध्यक्ष रजनीश गुप्ता ने बताया कि इस विरोध कार्यक्रम में भाजपा पार्षद दल के उपनेता कौशलेंद्र वेदी, संजय राठौर, राजेश मालवीय, श्रवण नायक, संतोष राय, रघुनाथ शुक्ला, राजकुमार वर्मा, रामकृष्ण यादव व विजय गुप्ता प्रमुख रूप से शामिल रहे.