लखनऊ : विधानसभा चुनाव को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने एक नई ज्वाइनिंग कमेटी का गठन किया है. इस कमेटी में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी को अध्यक्ष की भूमिका प्रदान की गई है. इनके अलावा उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, डॉ. दिनेश शर्मा और प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह को इसमें सदस्य बनाया गया है.
इस कमेटी का उद्देश्य भारतीय जनता पार्टी में 2022 विधानसभा चुनाव से पहले शामिल होने वाले नए लोगों पर नजर रखना होगा. उनके प्रोफाइल के बारे में जानकारियां हासिल करनी और उनको पार्टी में शामिल करने पर अंतिम निर्णय देने का अधिकार इसी कमेटी पर होगा. लंबे समय बाद पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी को भारतीय जनता पार्टी में कोई अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है.
प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने शुक्रवार की देर शाम इस कमेटी की घोषणा की. स्वतंत्र देव सिंह ने बताया कि पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी उक्त कमेटी के अध्यक्ष होंगे. इनके अलावा डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और डॉक्टर दिनेश शर्मा सदस्य होंगे. राज्य मंत्री स्वाति सिंह के पति और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह को इस कमेटी का सदस्य नियुक्त किया गया.
2022 विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बनाई गई ज्वाइनिंग कमेटी का बहुत अधिक महत्व है. इस कमेटी के निर्णय के आधार पर ही नए लोगों को भारतीय जनता पार्टी में शामिल किया जाएगा. उनकी जिम्मेदारियां तय होंगी और यहां तक कि उनको विधानसभा में टिकट देना है कि नहीं देना है. संगठन में उनकी क्या भूमिका होगी. यह भी कमेटी ही तय करेगी.
गौरतलब है कि लक्ष्मीकांत बाजपेयी जब प्रदेश अध्यक्ष थे, तब उन्होंने नए ज्वाइन करने वाले लोगों के लिए एक स्क्रीनिंग कमेटी का भी गठन किया था. जिसका काम पार्टी में शामिल होने वाले लोगों पर नजर रखना और उनकी स्वीकृति प्रदान करना था. मगर लक्ष्मीकांत बाजपेयी के अध्यक्ष पद से हटने के बाद ये स्क्रीनिंग कमेटी नाम मात्र की ही रह गई थी. मगर माना जा रहा है कि अब नई कमेटी नए सिरे से अपना काम शुरू करेगी.
भारतीय जनता पार्टी पूर्व में ज्वाइन किए गए लोगों को लेकर कई बार पटखनी खा चुकी है. अभी कुछ दिन पहले ही जितेंद्र सिंह बबलू को भारतीय जनता पार्टी में शामिल किया गया था. मगर प्रयागराज की सांसद रीता जोशी बहुगुणा के विरोध के बाद बबलू को भाजपा से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था.
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जानकारी के लिए बताते चलें कि जितेंद्र सिंह बबलू उन आरोपियों में शामिल हैं. जिन्होंने 2009 में लखनऊ के माल एवेन्यू में रीता जोशी बहुगुणा के घर में आग लगा दी थी. जितेंद्र सिंह बबलू को पार्टी में लेने और उनको बाहर करने इस प्रक्रिया को लेकर काफी किरकिरी हुई थी, जिसके बाद ये ज्वाइनिंग कमेटी और भी अहम हो जाती है.