लखनऊः देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू के संक्रमण के बाद प्रदेश के कानपुर चिड़ियाघर में भी दो पक्षियों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई, जिसके बाद पूरे उत्तर प्रदेश में अलर्ट घोषित कर दिया गया. बर्ड फ्लू के कारण चिकन बाजार में सन्नाटा पसरा हुआ है.
बर्ड फ्लू से चिकन व्यवसाय प्रभावित
बर्ड फ्लू के के बाद चिकन बाजार में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा है. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए चिकन व्यवसाई धर्मराज का कहना है कि बर्ड फ्लू के संक्रमण की खबर के बाद 90 प्रतिशत व्यापार प्रभावित हुआ है. अब मात्र 10 प्रतिशत ही चिकन व्यवसाय ही रह गया है. संक्रमण के कारण कीमतों में लगातार कमी आ रही है. इससे पहले भी बर्ड फ्लू की अफवाह फैल चुकी है, पर जिस तापमान पर चिकन पकाया जाता है उस तापमान पर बर्ड फ्लू वायरस मर जाता है. धर्मराज का कहना है कि इस वायरस के कारण आजीविका प्रभावित हो रही है.
100 डिग्री पर पकाकर खाएं चिकन
बर्ड फ्लू के संक्रमण के सवाल पर पशुधन के डायरेक्टर रामपाल सिंह का कहना है कि प्रदेश में कानपुर के अलावा कहीं भी बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि 70 डिग्री तापमान पर बर्ड फ्लू के वायरस मर जाते हैं. ऐसे में 100 डिग्री तापमान पर चिकन को पकाकर खाया जा सकता है.
संक्रमित एरिया के चिकन से करें परहेज
पशुधन डायरेक्टर रामपाल सिंह ने बताया कि अंडे और चिकन का परहेज तब तक न करें जब तक पशुधन विभाग की तरफ से संक्रमित एरिया को चिन्हित नहीं किया जाता. उन्होंने बताया कि संक्रमण फैलने के बाद पूरे एरिया को चिन्हित कर लिया जाता है. इसके बाद उस एरिया में चिकन का प्रयोग एक तरह से वर्जित माना जाएगा.