लखनऊ : मुख्यमंत्री मिशन रोजगार योजना के तहत राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान अलीगंज में सोमवार को रोजगार मेले का आयोजन किया गया. मेले का आयोजन उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन, क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय के संयुक्त तत्वावधान में किया गया. इस रोजगार मेले में 108 कंपनियों ने 13381 पदों के लिए जॉब ऑफर किया था. सोमवार को इस जॉब मेले में जितने पदों के लिए आवेदन मांगे थे, उससे लगभग पांच हजार कम अभ्यर्थी ही मेले में पहुंचे. रोजगार मेले को लेकर अभ्यर्थियों में विशेष उत्साह देखने को नहीं मिला. एक ओर जहां सरकार रोजगार मुहैया कराने के दावे कर रही है, वहीं सोमवार को हुए इस रोजगार मेले में 108 कंपनियों की ओर से 13381 पदों के आवेदन मांगे गए थे. जिसके सापेक्ष केवल 8500 व्यक्ति ही शामिल हुए, वहीं इनमें से भी केवल 4743 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र का वितरण किया गया, जबकि विभाग का दावा था कि इस रोजगार मेले में कंपनियों की ओर से जितना भी पद के लिए आवेदन मांगे गए हैं उससे अधिक अभ्यर्थी वहां पहुंचगे.
मेले की शुरुआत में प्रशिक्षण एवं सेवायोजन निदेशालय की ओर से राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान अलीगंज से शॉर्ट टर्म कोर्स करने वाली छात्राओं को नियुक्ति पत्र देकर मेले का शुभारंभ किया गया. रोजगार के लिए लगाए गए रोजगार मेले में अभ्यर्थियों का उत्साह बहुत ही कम देखने को मिला. दोपहर एक बजे तक विभिन्न कंपनियों के स्टॉल पर करीब चार हजार के आसपास ही अभ्यर्थी अपना बायोडाटा जमा कराने के लिए पहुंचे थे, वहीं कई कंपनियों के स्टॉल पर भीड़ कम देखने को मिली. रोजगार मेले में आए कुछ अभ्यर्थियों में मायूसी देखने को मिली. उनका कहना था कि कई बड़ी कंपनियां जिनका इस मेले में आने का दावा किया गया था, वह नदारद रहीं. ज्यादातर वहीं कंपनियां आई थीं, जो बायोडाटा जमा कराकर बाद में संपर्क करने के लिए कह रही थीं.
मेले की अध्यक्षता कर रहे मुख्य अतिथि व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि "प्रदेश के युवाओं को व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार देना तथा उद्योग को उनकी जरूरत के अनुरूप कुशल बनाना सरकार की पहली प्राथमिकता है." उन्होंने कहा कि "प्रदेश में कानून व्यवस्था, विद्युत आपूर्ति एवं उद्योग की मददगार नीतियों व अनुकूल वातावरण के कारण देश-विदेश में निवेशकों का रुझान प्रदेश में बढ़ा है. उद्योग को चलाने के लिए कुशल जनशक्ति की उपयोगिता एक बड़ी आवश्यकता है तथा इसी को देखते हुए सरकार ने कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों को और तेजी से तथा अधिक उपयोगिता के साथ बढ़ाने का निर्णय किया है." उन्होंने कहा कि "बीते पांच वर्षों में व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग की तरफ से आयोजित रोजगार मेले में करीब 7 लाख 50 हजार युवकों रोजगार दिलाया गया है." उन्होंने बताया कि "इस वर्ष मिशन तथा आईटीआई द्वारा 1250 से अधिक रोजगार मेले का आयोजन प्रदेश में किया जा चुका है, जिसमें 1 लाख 20 हजार युवाओं को रोजगार दिलाया गया है. इसके अलावा 58 सौ से अधिक युवाओं को अप्रेंटिसशिप की सुविधा उपलब्ध कराई गई है, जबकि 20 हजार से अधिक युवाओं को डुअल ट्रेनिंग मॉड्यूल के जरिए रोजगार के साथ प्रशिक्षण की निशुल्क सुविधा कराई गई है."