वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय में छात्राएं विश्वविद्यालय के सिंह गेट पर धरने पर बैठी है. मामला छेड़खानी के आरोपी प्रोफ़ेसर की बहाली से जुड़ा है. छात्राएं विश्वविद्यालय के सिंह गेट पर धरने पर बैठी और विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की.
बीएचयू की छात्राओं ने किया प्रदर्शन
- सैकड़ों की संख्या में मौजूद छात्राओं ने विश्वविद्यालय के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया.
- धरने की सूचना मिलते ही सुरक्षा अधिकारी और पुलिस मौके पर पहुंची गई है और छात्राओं समझाने का प्रयास किया.
- जंतु विभाग के प्रोफ़ेसर के ऊपर एजुकेशनल टूर के दौरान छात्राओं ने छेड़खानी का आरोप लगाया था.
- कमेटी ने उन्हें दोषी भी पाया था, लेकिन विश्वविद्यालय ने प्रोफेसर को बहाल कर दिया है.
- इससे छात्राएं नाराज होकर धरने पर बैठ गई हैं.
- छात्राओं ने प्रोफेसर को बर्खास्त करने के साथ ही फिर से कमेटी गठित करने की मांग की है.
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छात्रा ने बताया कि जंतु विज्ञान के प्रोफेसर एसके चौबे अक्टूबर 2018 में एजुकेशनल टूर ले गए थे. वहां पर कुछ लड़कियों के साथ छेड़खानी की थी. छात्राओं की शिकायत पर उन पर इंक्वायरी बैठाई गई थी. जब तक इंक्वायरी चली उनका कॉलेज आना बंद था. इंक्वायरी में उनको दोषी पाया गया, जिसमें यह पाया गया कि कड़ी से कड़ी सजा दी जाए, लेकिन वापस उनको डिपार्टमेंट में भेजा जा रहा है उनकी बहाली हो गई है. हम छात्राएं इसका विरोध करते हैं. इसलिए हम लोग यहां पर धरने पर बैठे हैं. जब तक उनको बर्खास्त नहीं किया जाएगा हम धरने पर बैठे रहेंगे.