लखनऊ. हिंदू धर्म में छठ पर्व काफी महत्व है. इस बार छठ पूजा 30 व 31 अक्टूबर को है. छठ के मौके पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु गोमती नदी के तट पर पहुंचकर सूर्य भगवान को अर्घ्य देते हैं. सूर्य भगवान को अर्घ्य देने के लिए राजधानी लखनऊ में तैयारियां शुरू हो गई हैं. जिला प्रशासन व नगर निगम की ओर से श्रद्धालुओं को सुविधा देने के लिए व्यवस्था की जा रही है. वहीं श्रद्धालु भी नदी तट पर पहुंच कर घाट पर बेदी का निर्माण कर रहे हैं.
हिंदू धर्म (Hindu Religion) की मान्यता के अनुसार सूर्य को अर्घ्य देते समय बेदी का उपयोग होता है जिसे घाट के किनारे बनाया जाता है. यहीं पर मां अपने बेटे की लंबी उम्र व उन्नति के लिए सूर्य भगवान को अर्घ्य देते हुए कामना करती है. गुरुवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु घाट पर पहुंचे और बेदी का निर्माण किया.
घाट पर बेदी का निर्माण (Bedi making) कर रहे श्रद्धालुओं ने ईटीवी भारत के खास बातचीत में बताया कि छठ पूजा की काफी मान्यता है. पूर्वांचल क्षेत्र के लोगों के साथ अब उत्तर प्रदेश के लोग भी छठ को मनाते हैं. यह व्रत महिलाएं अपने पुत्र की लंबी उम्र की कामना के लिए रखती हैं.
दूसरे श्रद्धालु ने बताया कि यह पर्व उनके लिए काफी महत्वपूर्ण है और वह पूरे परिवार के साथ हर्ष उल्लास के साथ यह पर्व मनाते हैं। इस पर्व में उनकी पत्नी निर्जला व्रत रखती हैं. इसके बाद सूर्य भगवान को अर्घ्य दिया जाता है. व्रत को लेकर काफी मान्यताएं हैं और लोगों की काफी आस्था जुड़ी हुई है. ऐसे में वह भी गोमती नदी के किनारे घाट पर बेदी का निर्माण करने आए हैं.
नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह (Municipal Commissioner Inderjit Singh) ने बताया कि इस बार जीरो वेस्ट इवेंट (zero waste event) बनाने की योजना है. इसके लिए नगर निगम के साथ कई संगठनों के साथ मिलकर तैयारियां की जा रही है. नगर निगम की ओर से लक्ष्मण मेला मैदान परिसर में सफाई व्यवस्था अभी से संभाल ली गई है. इसके अलावा विभिन्न सुविधाएं भी मुहैया कराई जाएंगी. आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की समस्या न हो इसका पूरा ध्यान रखा जाएगा.