लखनऊः बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय (BBAU) के परीक्षा नियंत्रक प्रो.कमान सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. यह इस्तीफा तब सामने आया है जब प्रो.कमान सिंह ने कुलसचिव समेत कई अन्य अधिकारियों से रिकवरी के लिए आवाज उठाई थी. इसके लिए बकायदा कुलपति को पत्र भेजा था. ऐसे में अचानक इस इस्तीफे ने कई सवाल खड़े कर दिए है. उधर, विश्वविद्यालय ने तत्काल उनके इस्तीफा को स्वीकार करते हुए राजनीति विज्ञान विभाग के प्रो.रिपु सुधन सिंह को इस पद की जिम्मेदारी सौंप दी है.
यह है विश्वविद्यालय का रिकवरी विवाद
परीक्षा नियंत्रक प्रो. कमान सिंह ने बीती 20 जनवरी को एक पत्र कुलपति प्रो.संजय सिंह को भेजा था. इस पत्र में विश्वविद्यालय की सम्पत्ति के दुरुपयोग के आरोप लगाए गए. आरोप थे कि कुलसचिव समेत कई अन्य पदाधिकारियों ने विश्वविद्यालय की सम्पत्ति का गलत इस्तेमाल किया है. ऐसे में उनकी रिकवरी की जाए. पत्र में अनाधिकृत अधिकारियों को दिए गए ट्रांसपोर्ट अलाउंस और ऑनरेरियम की रिकवरी के लिए लिखा गया था. जिसमें, कुलसचिव से लेकर डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर, प्रॉक्टर तक को जोड़ा गया. शिकायत के अनुसार जब विश्विद्यालय में कोरोना के कारण सभी छात्रावास खाली पड़े हुए हैं उसके बावजूद भी डीएसडब्लू, प्रॉक्टर समेत अन्य अधिकारी भत्ता ले रहे हैं जबकि दूसरी तरफ विश्विद्यालय के पास संविदा कर्मचारियों को वेतन देने के लिए पैसे नहीं हैं.
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कार्रवाई तो नहीं, पर इस्तीफा हो गया
अचानक इस प्रकरण के सामने आने के बाद विश्वविद्यालय में हड़कंप मच गया था. ज्यादातर अधिकारियों के नाम रिकवरी की लिस्ट में शामिल किए गए थे. इन सबके बीच अभी तक इस प्रकरण में कोई ठोस कार्रवाई तो नहीं हुई, लेकिन प्रो. कमान सिंह के इस्तीफे की बात सामने आई है. ऐसे में कई कयास लगाए जा रहे हैं. प्रो. सिंह ने अपने पत्र में लिखा है कि वह मौजूदा हालातों में काम नहीं कर सकते. सूत्रों की मानें तो, प्रशासन के दवाब में उन्होंने यह इस्तीफा लिखा है.
विश्वविद्यालय का पक्ष
विश्वविद्यालय की प्रवक्ता डॉ. रचना गंगवार का कहना है कि प्रो. कमान सिंह के इस्तीफे का उनके कुलपति को भेजे गए पत्र से कोई लेना देना नहीं है. उन्होंने अपनी इच्छा से इस्तीफा दिया है. उनके पद से हटने के बाद प्रो. रिपु सुधन सिंह को इस पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
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