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एनसीईआरटी की वजह से बेसिक शिक्षा परिषद की किताबें प्रकाशित करने का टेंडर पुरानी कंपनियों के हवाले

बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से एनसीईआरटी को पत्र लिखकर कक्षा 12 की किताबें मुहैया कराने का ऑर्डर दिया गया था. एनसीईआरटी ने किताबें मुहैया कराने में असमर्थता जाहिर की. इसके बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने किताबों के पब्लिकेशन के साथ ही किताबों को जिलों में पहुंचाने की जिम्मेदारी भी प्रकाशकों को ही सौंप दी है.

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Published : Mar 24, 2023, 3:26 PM IST

लखनऊ : बेसिक शिक्षा परिषद शैक्षणिक सत्र 2023-24 से कक्षा 1 व 2 में एनसीईआरटी की किताबें लागू करने की तैयारी कर रहा था. इसके लिए विभाग की ओर से दिसंबर 2022 में एनसीईआरटी को पत्र लिखकर प्रदेश के बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों के लिए कक्षा 12 की किताबें मुहैया कराने का ऑर्डर दिया गया था. पत्र प्राप्त होने के बाद एनसीईआरटी ने किताबें मुहैया कराने में असमर्थता जाहिर कर दी. इसके बाद दोबारा से विभाग ने इस पूरे मामले को कैबिनेट की मीटिंग में रखा जहां कैबिनेट में सरकार ने एससीईआरटी के तर्ज पर खुद ही किताबें प्रकाशित करने का निर्णय लिया.

एनसीईआरटी की वजह से बेसिक शिक्षा परिषद की किताबें प्रकाशित करने का टेंडर पुरानी कंपनियों के हवाले.
एनसीईआरटी की वजह से बेसिक शिक्षा परिषद की किताबें प्रकाशित करने का टेंडर पुरानी कंपनियों के हवाले.

ऐसे में बेसिक शिक्षा विभाग ने किताबों के पब्लिकेशन के साथ ही किताबों को उन जिलों में पहुंचाने की जिम्मेदारी भी प्रकाशकों को ही सौंप दी है. विभाग की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि पूर्व में जारी टेंडर के अनुसार ही इन कक्षाओं की किताबें भी निर्धारित दरों पर प्रकाशकों को छापनी होंगी. महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर अवगत कराया है. अपने आदेश में उन्होंने कहा है कि विभाग की ओर से कक्षा 1 और 2 की किताबें प्रकाशित करने की जिम्मेदारी उन्हीं प्रकाशकों को दी गई हैं. जिन्होंने कक्षा 4 से 8 तक की किताबें प्रकाशित की हैं. महानिदेशक ने सभी जिला बेसिक अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वह संबंधित प्रकाशकों से संपर्क कर निर्गत आदेश के 30 दिन के भीतर किताबें अपने जिलों में प्राप्त कर लें.

एनसीईआरटी की वजह से बेसिक शिक्षा परिषद की किताबें प्रकाशित करने का टेंडर पुरानी कंपनियों के हवाले.
एनसीईआरटी की वजह से बेसिक शिक्षा परिषद की किताबें प्रकाशित करने का टेंडर पुरानी कंपनियों के हवाले.

विभागीय अधिकारियों का कहना है कि अगर विभाग दोबारा से कक्षाओं की किताबें प्रकाशित करने के लिए टेंडर जारी करता तो उसमें काफी विलंब हो जाता. ऐसे में जिन प्रकाशकों को बाकी कक्षाओं के किताबें प्रकाशित करने का टेंडर दिया गया है. उन्हीं को शासन से मंजूरी लेकर इन दोनों कक्षाओं के ही किताबें तय दर पर छापने का टेंडर दे दिया गया. ऐसे में केवल 30 दिनों में प्रकाशकों को किताबें छाप कर देने का निर्देश दिया गया है. बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से संचालित प्राथमिक और जूनियर विद्यालयों में कक्षा 4.से 8 तक के बच्चों को इस बार एक दो नहीं, बल्कि पूरा किताबों का सेट 1 अप्रैल से दिया जाएगा. इसके लिए सभी तैयारियां करने के लिए शिक्षा महानिदेशक विजय किरण आनंद ने बेसिक शिक्षा अधिकारियों को आदेश दिया है. महानिदेशक ने कहा कि किताबों का वितरण सभी बीएसए की ओर से समय कराया जाए.

एनसीईआरटी की वजह से बेसिक शिक्षा परिषद की किताबें प्रकाशित करने का टेंडर पुरानी कंपनियों के हवाले.
एनसीईआरटी की वजह से बेसिक शिक्षा परिषद की किताबें प्रकाशित करने का टेंडर पुरानी कंपनियों के हवाले.
एक साथ वितरित होंगी 10 करोड़ किताबें : ऐसा पहली बार होने जा रहा है कि जब सभी बच्चों के हाथों में एक साथ किताबें 1 अप्रैल को मिल जाएंगी. इससे पहले बच्चों को शुरुआती सत्र में दो से तीन किताबें ही मिल पानी थीं, लेकिन इस बार किताबों के सेंट वितरित किए जाएंगे. इस बारे में सभी बीएसए को जानकारी देते हुए पाठ्य पुस्तक अधिकारी डॉ. पवन कुमार सचान ने बताया कि शैक्षिक सत्र 2023-24 हेतु निशुल्क पाठ्य पुस्तकों का वितरण का कार्य भी सही ढंग से कराया जाए पाठ्य पुस्तकों का वितरण विद्यालय स्तर तक समयानुसार या जाय इस पर विशेष ध्यान रखा जाए. डॉ. सचान ने बताया इस बार विद्यालय खुलने से पहले ही 80 प्रतिशत बच्चों के लिए नामांकन संख्या के आधार पर किताबों को भेज दिया गया है. ताकि बच्चों की पढ़ाई न प्रभावित होने पाए.


यह भी पढ़ें : Lucknow News : शादी का झांसा देकर दो साल तक लूटता रहा महिला डॉक्टर की अस्मत, सोशल मीडिया पर पर्सनल फोटो कर दी पोस्ट

लखनऊ : बेसिक शिक्षा परिषद शैक्षणिक सत्र 2023-24 से कक्षा 1 व 2 में एनसीईआरटी की किताबें लागू करने की तैयारी कर रहा था. इसके लिए विभाग की ओर से दिसंबर 2022 में एनसीईआरटी को पत्र लिखकर प्रदेश के बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों के लिए कक्षा 12 की किताबें मुहैया कराने का ऑर्डर दिया गया था. पत्र प्राप्त होने के बाद एनसीईआरटी ने किताबें मुहैया कराने में असमर्थता जाहिर कर दी. इसके बाद दोबारा से विभाग ने इस पूरे मामले को कैबिनेट की मीटिंग में रखा जहां कैबिनेट में सरकार ने एससीईआरटी के तर्ज पर खुद ही किताबें प्रकाशित करने का निर्णय लिया.

एनसीईआरटी की वजह से बेसिक शिक्षा परिषद की किताबें प्रकाशित करने का टेंडर पुरानी कंपनियों के हवाले.
एनसीईआरटी की वजह से बेसिक शिक्षा परिषद की किताबें प्रकाशित करने का टेंडर पुरानी कंपनियों के हवाले.

ऐसे में बेसिक शिक्षा विभाग ने किताबों के पब्लिकेशन के साथ ही किताबों को उन जिलों में पहुंचाने की जिम्मेदारी भी प्रकाशकों को ही सौंप दी है. विभाग की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि पूर्व में जारी टेंडर के अनुसार ही इन कक्षाओं की किताबें भी निर्धारित दरों पर प्रकाशकों को छापनी होंगी. महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर अवगत कराया है. अपने आदेश में उन्होंने कहा है कि विभाग की ओर से कक्षा 1 और 2 की किताबें प्रकाशित करने की जिम्मेदारी उन्हीं प्रकाशकों को दी गई हैं. जिन्होंने कक्षा 4 से 8 तक की किताबें प्रकाशित की हैं. महानिदेशक ने सभी जिला बेसिक अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वह संबंधित प्रकाशकों से संपर्क कर निर्गत आदेश के 30 दिन के भीतर किताबें अपने जिलों में प्राप्त कर लें.

एनसीईआरटी की वजह से बेसिक शिक्षा परिषद की किताबें प्रकाशित करने का टेंडर पुरानी कंपनियों के हवाले.
एनसीईआरटी की वजह से बेसिक शिक्षा परिषद की किताबें प्रकाशित करने का टेंडर पुरानी कंपनियों के हवाले.

विभागीय अधिकारियों का कहना है कि अगर विभाग दोबारा से कक्षाओं की किताबें प्रकाशित करने के लिए टेंडर जारी करता तो उसमें काफी विलंब हो जाता. ऐसे में जिन प्रकाशकों को बाकी कक्षाओं के किताबें प्रकाशित करने का टेंडर दिया गया है. उन्हीं को शासन से मंजूरी लेकर इन दोनों कक्षाओं के ही किताबें तय दर पर छापने का टेंडर दे दिया गया. ऐसे में केवल 30 दिनों में प्रकाशकों को किताबें छाप कर देने का निर्देश दिया गया है. बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से संचालित प्राथमिक और जूनियर विद्यालयों में कक्षा 4.से 8 तक के बच्चों को इस बार एक दो नहीं, बल्कि पूरा किताबों का सेट 1 अप्रैल से दिया जाएगा. इसके लिए सभी तैयारियां करने के लिए शिक्षा महानिदेशक विजय किरण आनंद ने बेसिक शिक्षा अधिकारियों को आदेश दिया है. महानिदेशक ने कहा कि किताबों का वितरण सभी बीएसए की ओर से समय कराया जाए.

एनसीईआरटी की वजह से बेसिक शिक्षा परिषद की किताबें प्रकाशित करने का टेंडर पुरानी कंपनियों के हवाले.
एनसीईआरटी की वजह से बेसिक शिक्षा परिषद की किताबें प्रकाशित करने का टेंडर पुरानी कंपनियों के हवाले.
एक साथ वितरित होंगी 10 करोड़ किताबें : ऐसा पहली बार होने जा रहा है कि जब सभी बच्चों के हाथों में एक साथ किताबें 1 अप्रैल को मिल जाएंगी. इससे पहले बच्चों को शुरुआती सत्र में दो से तीन किताबें ही मिल पानी थीं, लेकिन इस बार किताबों के सेंट वितरित किए जाएंगे. इस बारे में सभी बीएसए को जानकारी देते हुए पाठ्य पुस्तक अधिकारी डॉ. पवन कुमार सचान ने बताया कि शैक्षिक सत्र 2023-24 हेतु निशुल्क पाठ्य पुस्तकों का वितरण का कार्य भी सही ढंग से कराया जाए पाठ्य पुस्तकों का वितरण विद्यालय स्तर तक समयानुसार या जाय इस पर विशेष ध्यान रखा जाए. डॉ. सचान ने बताया इस बार विद्यालय खुलने से पहले ही 80 प्रतिशत बच्चों के लिए नामांकन संख्या के आधार पर किताबों को भेज दिया गया है. ताकि बच्चों की पढ़ाई न प्रभावित होने पाए.


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