लखनऊ : जनवरी 2023 की ठंड में राजधानी के करीबी जिले बाराबंकी में अचानक अधेड़ महिलाओं की एक के बाद एक हत्याओं ने सभी को दहशत में डाल दिया था. दो महिलाओं की हत्या कर उन्हें नग्न अवस्था में छोड़ देने वाले हत्यारे को साइको किलर नाम दिया गया. हालांकि दो माह बाद पुलिस ने उसे एक और महिला को शिकार बनाते गिरफ्तार कर लिया, लेकिन अब यहां से 280 किलोमीटर दूर बरेली में एक साइको किलर अधेड़ महिलाओं की सिलसिलेवार हत्या कर रहा है. बीते 6 माह में 9 महिलाओं की एक ही पैटर्न में हो रही हत्याओं से पूरा जिला दहशत में है. आइए जानते हैं कि बरेली जिले का साइको किलर कैसे बाराबंकी के किलर की ही तरह अधेड़ महिलाओं की हत्या कर रहा है.
हत्या कर शृंगार का समान छोड़ जाता है बरेली का साइको किलर : बरेली जिले के शाही, शीसगढ़ और बहेड़ी क्षेत्र में इस वक्त दहशत का माहौल है. बीते छह माह में इन इलाकों में नौ अधेड़ महिलाओं की लाश मिल चुकी है. हर लाश को साड़ी से घसीटा गया और साड़ी से ही गला दबा कर हत्या की गई. किलर ने शव के आसपास शृंगार का समान डाल दिया गया. इन हत्याओं के बाद भले ही बरेली पुलिस साइको किलिंग की बात से इंकार कर रही है, लेकिन जांच साइको किलर की थ्योरी पर ही आगे बढ़ रही है. ठीक उसी तरह जैसे 11 माह पहले लखनऊ के करीबी जिले बाराबंकी पुलिस ने अपनी जांच शुरू की थी. दिसंबर 2022 में इस जिले में एक साइको किलर लोगों की दहशत का कारण बना हुआ था. न सिर्फ बाराबंकी बल्कि अयोध्या, लखनऊ और सुल्तानपुर के सीमावर्ती गांव के लोग भी दहशत में थे. एक महिला की हत्या होने के बाद पुलिस ने इसे किसी रंजिश का हिस्सा मान कर जांच शुरू की थी, लेकिन इसी पैटर्न में जब दूसरी हत्या हुई तो बाराबंकी पुलिस ने साइको किलर थ्योरी पर काम शुरू किया था.
बाराबंकी में साइको किलर ने मचाया था उत्पात : बाराबंकी के एसपी दिनेश सिंह बताते हैं कि बरेली में बीते छह माह में एक ही पैटर्न में हो रही महिलाओं की हत्या की खबर सच में विचलित करने वाली है. यह इसलिए क्योंकि एक माह तक बाराबंकी पुलिस भी ऐसे ही एक साइको किलर का सामना कर चुकी है. दिनेश सिंह बताते हैं कि 17 दिसंबर को जिले के रामसनेही घाट में एक अधेड़ महिला का नग्न शव मिला. हमारी टीम को एक ही नजर में यह ज्ञात हो गया कि यह कृत्य किसी मानसिक विक्षिप्त का ही हो सकता है. हालांकि हमें तब तक यह बिल्कुल एहसास नहीं था कि यह किसी साइको किलर का भी काम हो सकता है. जब पहली हत्या के स्थान से दो किलोमीटर दूरी पर 31 दिसंबर को एक और वृद्ध महिला की नग्न अवस्था में लाश मिली तो हम समझ चुके थे कि जिले में एक साइको किलर शिकार की तलाश में घूम रहा है जो वृद्ध महिलाओं को निशाना बना रहा है. ऐसे में हमने पांच टीमें गठित कीं और हत्यारे की तलाश शुरू कर दी. आखिर में कुछ ग्रामीणों की मदद से हमने तीसरी महिला को अपना शिकार बनाने जा रहे साइको किलर को गिरफ्तार कर लिया.
इस तरह पकड़ा गया बाराबंकी का साइको किलर : दिनेश सिंह के अनुसार जब कोई भी हत्या होती है, खासकर गांव कस्बों में तो पुलिस अमूमन व्यक्तिगत या पारिवारिक रंजिश के एंगल पर अपनी तफ्तीश शुरू करती है. इस थ्यौरी में सामने कई ऐसे लोग रहते हैं जिन पर हम शक करते हुए इन्वेस्टिगेट कर सकते हैं. हालांकि बाराबंकी के रामसनेहीघाट में जब 17 दिसंबर को पहली हत्या हुई तो उसमें हमें कोई भी रंजिश नहीं दिखी. इसके बाद 31 दिसंबर को हुई हत्या और अयोध्या में हुई 6 दिसंबर की हत्या ने हम लोगों को चिंता में डाल दिया था. हम सभी रैनबसरों और गांवों में एक एक व्यक्ति से बात कर रहे थे, लेकिन हत्यारे का कोई भी सुराग नहीं मिल रहा था. इसी बीच एक गांव में एक संदिग्ध युवक को एक अधेड़ महिला का पीछा करते हुए कुछ लोगों ने देखा और उसकी मोबाइल से फोटो खींच ली. अब हमारे पास संदिग्ध की फोटो थी. बस उसे प्रसारित किया और फिर हमने उसे अयोध्या के मवई गांव में एक महिला को शिकार बनाते वक्त ग्रामीणों ने पकड़ लिया और फिर हमने उसे जेल भेज दिया.
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