ETV Bharat / state

ISI से थे बंजारा भाइयों के कनेक्शन, पुलिस एनकाउंटर में मारे गए थे गो-तस्कर - Lucknow latest news

असम में मुठभेड़ में मारे गए उत्तर प्रदेश में मेरठ के रहने वाले इंटरनेशनल गोवंश तस्कर अकबर बंजारा और सलमान बंजारा का आतंकी कनेक्शन की जानकारी मिलते ही जांच एजेंसी ने अपनी जांच तेज कर दी है.

etv bharat
गौ तस्कर अकबर बंजारा
author img

By

Published : Apr 21, 2022, 4:41 PM IST

Updated : Apr 21, 2022, 6:00 PM IST

लखनऊ: मेरठ के रहने वाले गो-तस्कर अकबर बंजारा (Akbar Banjara) और सलमान बंजारा (Salman Banjara) मंगलवार को असम पुलिस (Assam Police) के एनकाउंटर में मारे गए. इसके बाद से दोनों को लेकर तमाम तरह की बातें समाने आ रहीं हैं. कहा जा रहा है कि दोनों ही आरोपियों का ताल्लुक IS आतंकियों से था. इसी के चलते जांच एजेंसी ने मामले की पड़ताल शुरू कर दी है.

सूत्रों के मुताबिक 12 सितंबर 2009 को कानपुर में पकड़े आईएसआई एजेंट इम्तियाज के लिए टेरर फंडिंग के सिलसिले में सलमान बंजारा की गिरफ्तारी हुई थी. 10 जनवरी 2009 को मेरठ कैंट में पकड़े गए आईएसआई एजेंट अमीर अहमद उर्फ भूरा और 2 जून 2011 को रुड़की में पकड़ा गया मेरठ निवासी आइएसआइ एजेंट फुरकान अहमद उर्फ अजय ने मेरठ में हवाला कनेक्शन होने का खुलासा किया था. इसके बाद जांच एजेंसी को सलमान बंजारा की मुख्य भूमिका का शक है.

यह भी पढ़ें- UP में अब यूजी के छात्रों को अंक देने की व्यवस्था समाप्त, ग्रेडिंग सिस्टम किया लागू

फिर 26 जनवरी 2010 को मेरठ की रूबी और पाकिस्तानी असद को रुड़की में गिरफ्तार किया गया था. यही नहीं, असद मेरठ में नाम बदलकर रह रहा था. पासपोर्ट भी बनवा रखा था. जांच एजेंसी ने दोनों को आईएसआई एजेंट बताया था. इनका भी संपर्क सलमान और अकबर बंजारा से बताया गया है. वहीं, मेरठ के लिसाड़ी गेट का रहने वाला सलीम उर्फ पतला का नाम भी सुर्खियों में रहा है. इसके संपर्क में सलमान और बंजारा आए थे.

उसके बाद वो मेरठ में आईएअसाई के एजेंट की आर्थिक मदद करने लगे. 11 जनवरी 2010 को मेरठ के ही आबूलेन में आईएसआई एजेंट नासिर गिरफ्तार हुआ था जबकि असम पुलिस के एनकाउंटर में मारे गए सलमान का नासिर से भी संपर्क बताया गया था. गौरतलब है कि 13 अप्रैल को मेरठ पुलिस ने अकबर बंजारा, उसके भाई सलमान और शमीम को गिरफ्तार किया था. इसके बाद असम पुलिस तीनों को बी वारेंट पर असम ले गए थे. यहां 19 अप्रैल को दोनों ही एनकाउंटर में मारे गए थे.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

लखनऊ: मेरठ के रहने वाले गो-तस्कर अकबर बंजारा (Akbar Banjara) और सलमान बंजारा (Salman Banjara) मंगलवार को असम पुलिस (Assam Police) के एनकाउंटर में मारे गए. इसके बाद से दोनों को लेकर तमाम तरह की बातें समाने आ रहीं हैं. कहा जा रहा है कि दोनों ही आरोपियों का ताल्लुक IS आतंकियों से था. इसी के चलते जांच एजेंसी ने मामले की पड़ताल शुरू कर दी है.

सूत्रों के मुताबिक 12 सितंबर 2009 को कानपुर में पकड़े आईएसआई एजेंट इम्तियाज के लिए टेरर फंडिंग के सिलसिले में सलमान बंजारा की गिरफ्तारी हुई थी. 10 जनवरी 2009 को मेरठ कैंट में पकड़े गए आईएसआई एजेंट अमीर अहमद उर्फ भूरा और 2 जून 2011 को रुड़की में पकड़ा गया मेरठ निवासी आइएसआइ एजेंट फुरकान अहमद उर्फ अजय ने मेरठ में हवाला कनेक्शन होने का खुलासा किया था. इसके बाद जांच एजेंसी को सलमान बंजारा की मुख्य भूमिका का शक है.

यह भी पढ़ें- UP में अब यूजी के छात्रों को अंक देने की व्यवस्था समाप्त, ग्रेडिंग सिस्टम किया लागू

फिर 26 जनवरी 2010 को मेरठ की रूबी और पाकिस्तानी असद को रुड़की में गिरफ्तार किया गया था. यही नहीं, असद मेरठ में नाम बदलकर रह रहा था. पासपोर्ट भी बनवा रखा था. जांच एजेंसी ने दोनों को आईएसआई एजेंट बताया था. इनका भी संपर्क सलमान और अकबर बंजारा से बताया गया है. वहीं, मेरठ के लिसाड़ी गेट का रहने वाला सलीम उर्फ पतला का नाम भी सुर्खियों में रहा है. इसके संपर्क में सलमान और बंजारा आए थे.

उसके बाद वो मेरठ में आईएअसाई के एजेंट की आर्थिक मदद करने लगे. 11 जनवरी 2010 को मेरठ के ही आबूलेन में आईएसआई एजेंट नासिर गिरफ्तार हुआ था जबकि असम पुलिस के एनकाउंटर में मारे गए सलमान का नासिर से भी संपर्क बताया गया था. गौरतलब है कि 13 अप्रैल को मेरठ पुलिस ने अकबर बंजारा, उसके भाई सलमान और शमीम को गिरफ्तार किया था. इसके बाद असम पुलिस तीनों को बी वारेंट पर असम ले गए थे. यहां 19 अप्रैल को दोनों ही एनकाउंटर में मारे गए थे.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

Last Updated : Apr 21, 2022, 6:00 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.