लखनऊ: डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग में बड़ी कार्रवाई की गई है. मुख्य चिकित्साधिकारी बदायूं डॉ. प्रदीप वार्ष्णेय को निलंबित किया गया है. उन्हें महानिदेशक कार्यालय, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं से संबद्ध किया गया है. पोस्टमार्टम के दौरान मृतक महिला की आंखें निकाले जाने का प्रकरण सामने आने के बाद विभाग की काफी आलोचना हुई है. इसी के चलते यह कार्रवाई की गई है.
बदायूं जिला अस्पताल का यह 3 दिन पुराना प्रकरण है. इसमें महिला पूजा की मृत्यु के बाद उसके पोस्टमार्टम के दौरान शव से आंखें निकालने का मामला सामने आया था. पारिवारिकजनों ने इसकी उच्च स्तर पर शिकायत की थी. शासन के स्तर तक मामले में हड़कंप मचा रहा था. पूजा के शव का दोबारा पोस्टमार्टम भी कराया गया था. इस संबंध में मामले की जानकारी जब उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक तक पहुंची तो उनके आदेश पर बड़ी कार्रवाई करते हुए सीधे मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निलंबित करके चिकित्सा शिक्षा विभाग मुख्यालय लखनऊ से सम्बद्ध कर दिया गया है.
इसके अलावा प्रकरण की जांच उच्च स्तर पर बैठा दी गई है और अगले एक महीने में इस जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. इस बारे में जानकारी दी जा रही है कि कई अन्य अधिकारी और कर्मचारियों को भी इस मामले में कड़ी कार्रवाई का सामना निकट भविष्य में करना पड़ेगा. शासन स्तर पर इस बात को बहुत गंभीरता से लिया गया है. इसके अलावा पूरे प्रदेश में जिला अस्पतालों में पोस्टमार्टम के दौरान और अधिक गंभीरता और संवेदनशीलता बरतने की हिदायत दी गई है.
एक्शन में योगी सरकार: महिला के शव से आंखें गायब होने के मामले में बदायूं सीएमओ निलंबित, जांच के आदेश
बदायूं में शव के पोस्टमार्टम के दौरान आंखें निकाले जाने के मामले को योगी सरकार ने गंभीरता से लेते हुए सीएमओ को निलंबित कर दिया है.
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Dec 16, 2023, 7:48 AM IST
लखनऊ: डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग में बड़ी कार्रवाई की गई है. मुख्य चिकित्साधिकारी बदायूं डॉ. प्रदीप वार्ष्णेय को निलंबित किया गया है. उन्हें महानिदेशक कार्यालय, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं से संबद्ध किया गया है. पोस्टमार्टम के दौरान मृतक महिला की आंखें निकाले जाने का प्रकरण सामने आने के बाद विभाग की काफी आलोचना हुई है. इसी के चलते यह कार्रवाई की गई है.
बदायूं जिला अस्पताल का यह 3 दिन पुराना प्रकरण है. इसमें महिला पूजा की मृत्यु के बाद उसके पोस्टमार्टम के दौरान शव से आंखें निकालने का मामला सामने आया था. पारिवारिकजनों ने इसकी उच्च स्तर पर शिकायत की थी. शासन के स्तर तक मामले में हड़कंप मचा रहा था. पूजा के शव का दोबारा पोस्टमार्टम भी कराया गया था. इस संबंध में मामले की जानकारी जब उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक तक पहुंची तो उनके आदेश पर बड़ी कार्रवाई करते हुए सीधे मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निलंबित करके चिकित्सा शिक्षा विभाग मुख्यालय लखनऊ से सम्बद्ध कर दिया गया है.
इसके अलावा प्रकरण की जांच उच्च स्तर पर बैठा दी गई है और अगले एक महीने में इस जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. इस बारे में जानकारी दी जा रही है कि कई अन्य अधिकारी और कर्मचारियों को भी इस मामले में कड़ी कार्रवाई का सामना निकट भविष्य में करना पड़ेगा. शासन स्तर पर इस बात को बहुत गंभीरता से लिया गया है. इसके अलावा पूरे प्रदेश में जिला अस्पतालों में पोस्टमार्टम के दौरान और अधिक गंभीरता और संवेदनशीलता बरतने की हिदायत दी गई है.