हरिद्वारः आयुर्वेद और एलोपैथिक को लेकर आईएमए (IMA) के बीच चल रहे विवाद पर अब बाबा रामदेव इस विवाद को खत्म करने के मूड में नजर आ रहे हैं. विवादित बयान देकर घिरे बाबा रामदेव के तेवर अब ठंडे पड़ गए हैं. इतना ही नहीं, मामले में रामदेव ने यू-टर्न ले लिया है. अब बाबा रामदेव ने मामले में सफाई देते हुए कहा है कि उनका विरोध एलोपैथिक और डॉक्टरों के खिलाफ नहीं है. उनका विरोध तो ड्रग माफियाओं के खिलाफ है, जो मात्र ₹2 की दवाइयों को 2000 तक में बेचते हैं.
एलोपैथिक इलाज को लेकर बाबा रामदेव की ओर से हर रोज एक विवादित बयान दिया जा रहा था. जिससे बाबा रामदेव की मुश्किलें भी लगातार बढ़ रही थी, लेकिन अब बाबा रामदेव इस विवाद को खत्म करना चाहते हैं. जबकि, देशभर में लगातार बाबा रामदेव के विरोध में एलोपैथिक डॉक्टर खड़े हो गए हैं. उधर, IMA से जुड़े डॉक्टरों ने रामदेव के खिलाफ आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है. साथ ही रामदेव की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हुए हैं.
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वहीं, लगातार मुश्किलें बढ़ती देख बाबा रामदेव पीछे हटते नजर आ रहे हैं. बाबा रामदेव की ओर से कहा जा रहा है कि उनका विरोध एलोपैथिक इलाज और डॉक्टरों के खिलाफ नहीं था. उनका विरोध उन ड्रग माफियाओं के खिलाफ है, जो दवाइयों को मंहगे दामों में बेचते हैं. अब वो देशभर में हो रहे आयुर्वेद और एलोपैथिक के विवाद को खत्म करना चाहते हैं.
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बाबा रामदेव का कहना है कि यदि एलोपैथिक में सर्जरी और लाइफ सेविंग ड्रग्स है तो बाकी 98 प्रतिशत बीमारियों का योग, आयुर्वेद में स्थायी समाधान है. ऐसे वो इंटीग्रेटेड पैथी के पक्ष में हैं, लेकिन योग, आयुर्वेद को स्यूडोसाइंस और अल्टरनेटिव थेरेपी कहकर मजाक उड़ाना व नीचा दिखाने की मानसिकता को देश बर्दाश्त नहीं करेगा.