लखनऊ : लखनऊ विश्वविद्यालय के तिलक हॉस्टल में रहने वाली छात्र अंशिका गुप्ता ने बुधवार की शाम करीब 5:30 बजे अपने हॉस्टल के कमरे में आत्महत्या कर ली. हॉस्टल के प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि छात्रा ने मोबाइल पर आत्महत्या का पूरा वीडियो बनाया है. छात्रा की आत्महत्या की सूचना पर मौके पर फॉरेंसिक टीम ने पहुंचकर पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है.
एडीसीपी सेंट्रल मनीषा सिंह ने बताया कि 'प्रयागराज की रहने वाली अंशिका एलयू में बीएफए थर्ड ईयर की छात्रा थी. तिलक महिला छात्रावास के 10 रूम में अंशिका के अलावा दो छात्राएं और रहती थीं. एडीसीपी ने बताया कि बुधवार शाम दोनों छात्राएं शॉपिंग के लिए हजरतगंज चली गईं, जबकि अंशिका कमरे में अकेले थी. शाम करीब साढ़े पांच बजे रूम मेट छात्रा को किसी युवक ने फोन कर बताया कि 'अंशिका से झगड़ा हो गया है, वह गुस्से में आत्महत्या करने की बात कह रही है. आनन-फानन में दोनों छात्राओं ने पड़ोस के रूम में रहने वाली छात्राओं को जाकर देखने को कहा. पड़ोसी छात्राएं अंशिका के रूम पर पहुंची तो वह अंदर से बंद था. काफी प्रयास के बाद भी जब दरवाजा नहीं खुला तो रौशनदान का शीशा तोड़ा गया. भीतर अंशिका की हालत देख छात्रावास में अफरा-तफरी मच गई. दरवाजा तोड़कर कमरे में दाखिल हुई छात्राओं ने अंशिका को देखा तब तक अंशिका की सांसे थम चुकी थीं.'
फोरेंसिक टीम ने की जांच : छात्रावास में छात्रा के सुसाइड की सूचना मिलते ही एडीसीपी मनीषा सिंह के अलावा हसनगंज और महानगर थाने की फोर्स मौके पर पहुंच गई. फोरेंसिक टीम को मौके पर बुलाकर जांच की. पुलिस को टेबल पर रखा छात्रा का फोन मिला गया. पुलिस का कहना है कि फोन पर वीडियो कॉल चल रही थी. पुलिस ने फोन को कब्जे में ले लिया है. पुलिस ने छात्रा के पिता से संपर्क कर घटना के बारे में बताया. पिता से जानकारी पाकर लखनऊ में ही रहने वाले एक रिश्तेदार मौके पर पहुंच गए. वहीं हॉस्टल में अंशिका के साथ रहने वाली एक छात्रा ने बताया कि अंशिका की मित्रता वाराणसी के रहने वाले एक युवक से थी. पिछले कुछ दिनों से उसके और युवक के बीच मनमुटाव चल रहा था. छात्रा के मुताबिक, बुधवार परीक्षा से लौटने के बाद अंशिका गोमती नगर इलाके में घूमने के लिए गई थी. वहां से वापस आने के बाद युवती ने आत्महत्या कर ली.
वीसी की बुलाने की मांग को लेकर हंगामा : छात्रावास में सुसाइड का पता चलते ही एलयू के अन्य हॉस्टल में रहने वाली छात्र-छात्राएं मौके पर पहुंच गए. वीसी को बुलाने की मांग पर अड़े छात्र-छात्राओं ने शव ले जा रही एंबुलेंस को रोक लिया. काफी देर चले हंगामे के बाद पुलिस ने किसी तरह उन्हें शांत करवाया. इसके बाद शव को मर्च्युरी पर रखा जा सका. एडीसीपी सेंट्रल मनीषा सिंह ने बताया कि फोन को कब्जे में ले लिया गया है. आत्महत्या की वजह जानने के लिए छात्रा की दोस्त से जिस शख्स से बात हुई थी उसे थाने बुलाया गया है. परिवारीजन लखनऊ के लिए निकल चुके हैं. उनके आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
छात्रों ने रोकी एम्बुलेंस, किया हंगामा : एलयू के तिलक हॉस्टल में छात्रा की सुसाइड की जानकारी पाते ही आसपास के छात्रावास में रहने वाले छात्र मौके पर पहुंच गए. छात्रों को पुलिस ने अंदर जाने नहीं दिया. जिसके बाद स्टूडेंट्स गेट के बाहर ही हंगामा करने लगे. छात्रों का आरोप था कि घटना के दो घंटे बाद भी यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से कोई भी बयान देने नहीं पहुंचा है. उधर, हॉस्टल में रहनी वाली प्रॉक्टर और प्रोवोस्ट ने भी किसी को कोई बयान नहीं दिया है. वहीं, जैसे ही एम्बुलेंस हॉस्टल से बाहर निकली तो छात्रों ने उसे घेर लिया और जाने से रोक दिया. इसके बाद हरदोई निरीक्षण पर गए एलयू कुलपति मौके पर पहुंच गए. प्रो आलोक कुमार राय ने बताया कि 'छात्रा के आत्महत्या करने का कारण अभी स्पष्ट नहीं है. पुलिस जांच कर रही है. इसके बाद कुलपति ने हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं से मुलाकात की. वहीं, डीएसडब्ल्यू संगीता साहू ने कहा कि 'घटना में यूनिवर्सिटी प्रशासन का कोई रोल नहीं है. जांच के बाद आत्महत्या के कारणों का पता चलेगा तभी कुछ बताया जा सकता है.'
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