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आजाद हिंद सेना ने मनाई नेताजी की 125वीं जयंती

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Published : Jan 23, 2021, 9:46 PM IST

Updated : Jan 23, 2021, 10:06 PM IST

नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती आज धूमधाम से मनाई गई. यूपी के कई जिलों में लोगों ने नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनके आदर्शों पर चलने का आह्वान किया.

आजाद हिंद सेना ने मनाई नेताजी की 125वीं जयंती
आजाद हिंद सेना ने मनाई नेताजी की 125वीं जयंती

देवरिया: नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर आज देश उन्हें याद कर रहा है. जिले में आजाद हिंद सेना के संस्थापक ऋषि पांडेय ने रागनी मोड़ तिराहे पर अपने कार्यकर्ताओं के साथ नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इस दौरान आजाद हिंद सेना के संस्थापक ऋषि पाण्डेय ने कहा कि देश की आजादी और ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ आवाज उठाने वाले देश के पहले शख्स नेताजी सुभाष चंद्र बोस थे. नेताजी एक उग्र राष्ट्रवादी नेता थे, जिनकी उद्दंड देशभक्ति ने उन्हें भारतीय इतिहास के सबसे महान स्वतंत्रता सेनानियों में से एक बना दिया. नेताजी एक क्रांतिकारी नेता थे और वो किसी भी कीमत पर अंग्रेजों से किसी भी तरह का कोई समझौता नहीं करना चाहते थे. उनका एक मात्र लक्ष्य था कि भारत को आजाद कराया जाए.

मथुरा: जिले में अधिवक्ताओं द्वारा नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई. इस दौरान अधिवक्ताओं द्वारा नेताजी के चित्रपट पर माल्यार्पण कर और पुष्पा कर उनके पद चिन्हों पर चलने की बात कही गई. अधिवक्ताओं ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने देश की आजादी के लिए अहम भूमिका निभाई थी. उनका कठोर त्याग और युवाओं के लिए प्रेरणा दायक है. नेताजी सुभाष चंद्र बोस एक उग्र राष्ट्रवादी नेता थे. बार एसोसिएशन के पूर्व सचिव एडवोकेट राज कुमार उपाध्याय ने बताया कि हमारे महान क्रांतिकारी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती का आयोजन रखा गया है. सभी मिलकर हर्षोल्लास के साथ उनकी जयंती का कार्यक्रम मना रहे हैं.

मथुरा में अधिवक्ताओं ने मनाई नेताजी की जयंती.
मथुरा में अधिवक्ताओं ने मनाई नेताजी की जयंती.

फर्रुखाबाद: जिले में अखिल भारत हिन्दू महासभा द्वारा आयोजित वन्दे मातरम यात्रा का जबरदस्त आगाज हुआ, जिसमें भारी संख्या में लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. वहीं यात्रा में तिरंगे झंडे वा भगवा झंडे लहराए गए. वन्दे मातरम यात्रा पण्डाबाग मंदिर से शुरू होकर स्वराज कुटीर तक निकाली गई, जिसमें भारी संख्या में लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. वहीं यात्रा में तिरंगे झंडे वा भगवा झंडे लहराए गए. वन्दे मातरम यात्रा पण्डाबाग मंदिर से शुरू होकर स्वराज कुटीर तक निकाली गई. वन्दे मातरम यात्रा में मौजूद हिंदू संगठनों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया.

फर्रुखाबाद में नेताजी की जयंती पर निकाली गई वंदे मातरम यात्रा
फर्रुखाबाद में नेताजी की जयंती पर निकाली गई वंदे मातरम यात्रा

कानपुर: रेलवे चाइल्ड लाइन कानपुर ने संदेश यात्रा निकालकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया. कार्यक्रम का आरंभ मुख्य अतिथि उप मुख्य यातायात प्रबंधक हिमांषु शेखर उपाध्याय ने संदेश यात्रा को हरी झंडी दिखाकर किया. साथ ही उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित बच्चों एवं जन समुदाय से आवाह्न किया कि वह नेताजी के आदर्शों व उनके सिद्धांतों को अपनाएं, जिससे समाज और राष्ट्र को एक नई दिशा प्राप्त हो. संदेश यात्रा कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर स्थित रेलवे स्टेशन कानपुर सेंट्रल के बूथ से कानपुर सेंट्रल के प्लेटफार्म होते हुए पुनः कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर समाप्त हुई.

कानपुर में मनाई गई नेताजी की जयंती.
कानपुर में मनाई गई नेताजी की जयंती.

देवरिया: नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर आज देश उन्हें याद कर रहा है. जिले में आजाद हिंद सेना के संस्थापक ऋषि पांडेय ने रागनी मोड़ तिराहे पर अपने कार्यकर्ताओं के साथ नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इस दौरान आजाद हिंद सेना के संस्थापक ऋषि पाण्डेय ने कहा कि देश की आजादी और ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ आवाज उठाने वाले देश के पहले शख्स नेताजी सुभाष चंद्र बोस थे. नेताजी एक उग्र राष्ट्रवादी नेता थे, जिनकी उद्दंड देशभक्ति ने उन्हें भारतीय इतिहास के सबसे महान स्वतंत्रता सेनानियों में से एक बना दिया. नेताजी एक क्रांतिकारी नेता थे और वो किसी भी कीमत पर अंग्रेजों से किसी भी तरह का कोई समझौता नहीं करना चाहते थे. उनका एक मात्र लक्ष्य था कि भारत को आजाद कराया जाए.

मथुरा: जिले में अधिवक्ताओं द्वारा नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई. इस दौरान अधिवक्ताओं द्वारा नेताजी के चित्रपट पर माल्यार्पण कर और पुष्पा कर उनके पद चिन्हों पर चलने की बात कही गई. अधिवक्ताओं ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने देश की आजादी के लिए अहम भूमिका निभाई थी. उनका कठोर त्याग और युवाओं के लिए प्रेरणा दायक है. नेताजी सुभाष चंद्र बोस एक उग्र राष्ट्रवादी नेता थे. बार एसोसिएशन के पूर्व सचिव एडवोकेट राज कुमार उपाध्याय ने बताया कि हमारे महान क्रांतिकारी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती का आयोजन रखा गया है. सभी मिलकर हर्षोल्लास के साथ उनकी जयंती का कार्यक्रम मना रहे हैं.

मथुरा में अधिवक्ताओं ने मनाई नेताजी की जयंती.
मथुरा में अधिवक्ताओं ने मनाई नेताजी की जयंती.

फर्रुखाबाद: जिले में अखिल भारत हिन्दू महासभा द्वारा आयोजित वन्दे मातरम यात्रा का जबरदस्त आगाज हुआ, जिसमें भारी संख्या में लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. वहीं यात्रा में तिरंगे झंडे वा भगवा झंडे लहराए गए. वन्दे मातरम यात्रा पण्डाबाग मंदिर से शुरू होकर स्वराज कुटीर तक निकाली गई, जिसमें भारी संख्या में लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. वहीं यात्रा में तिरंगे झंडे वा भगवा झंडे लहराए गए. वन्दे मातरम यात्रा पण्डाबाग मंदिर से शुरू होकर स्वराज कुटीर तक निकाली गई. वन्दे मातरम यात्रा में मौजूद हिंदू संगठनों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया.

फर्रुखाबाद में नेताजी की जयंती पर निकाली गई वंदे मातरम यात्रा
फर्रुखाबाद में नेताजी की जयंती पर निकाली गई वंदे मातरम यात्रा

कानपुर: रेलवे चाइल्ड लाइन कानपुर ने संदेश यात्रा निकालकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया. कार्यक्रम का आरंभ मुख्य अतिथि उप मुख्य यातायात प्रबंधक हिमांषु शेखर उपाध्याय ने संदेश यात्रा को हरी झंडी दिखाकर किया. साथ ही उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित बच्चों एवं जन समुदाय से आवाह्न किया कि वह नेताजी के आदर्शों व उनके सिद्धांतों को अपनाएं, जिससे समाज और राष्ट्र को एक नई दिशा प्राप्त हो. संदेश यात्रा कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर स्थित रेलवे स्टेशन कानपुर सेंट्रल के बूथ से कानपुर सेंट्रल के प्लेटफार्म होते हुए पुनः कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर समाप्त हुई.

कानपुर में मनाई गई नेताजी की जयंती.
कानपुर में मनाई गई नेताजी की जयंती.
Last Updated : Jan 23, 2021, 10:06 PM IST
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