लखनऊ : राजधानी में शुक्रवार को उन्नाव से आए एक परिवार के सदस्यों ने विधानसभा भवन के सामने आत्मदाह का प्रयास किया. पुलिस को भनक लगी तो आननफानन पहुंच कर परिवार के सभी सदस्यों को हिरासत में लेकर थाने चली गई. बताया गया कि परिवार के लोगों के पास से आत्मदाह करने का कोई भी सामान नहीं मिला है.
जानकारी के अनुसार उन्नाव में पड़ोसियों से जमीन विवाद को लेकर थाने में सुनवाई नहीं होने से परेशान एक परिवार शुक्रवार को लखनऊ के विधानसभा भवन के सामने पहुंचा था. इसी दौरान सोशल मीडिया पर किशोरी की हत्या के मामले में परिवार के आत्मदाह के प्रयास की खबर फैल गई. इससे मौहाल काफी टेंस हो गया. हालांकि ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने परिवारों को हिरासत लिया तो सच्चाई सामने आई. उन्नाव पुलिस ने बताया कि किशोरी की हत्या की खबर असत्य है. दो पक्षों के बीच ज़मीन विवाद का मामला है. इसमें एक पक्ष लखनऊ आया था.
पुलिस के मुताबिक मौरावां थाना क्षेत्र के स्वयंवर खेड़ा गांव में बुधवार को पांच बिस्वा जमीन को लेकर दो पक्षों में विवाद और मारपीट हुई थी. मेडिकल के बाद पुलिस ने दोनों तरफ की तहरीर पर एनसीआर दर्ज की थी. पुलिस की इस कार्रवाई से एक पक्ष बलजीत सिंह के परिवार की महिलाएं संतुष्ट नहीं थीं. इस मामले में उसने गुरुवार को एसपी कार्यालय पहुंच कर न्याय की गुहार लगाई थी. आरोप था कि स्थानीय पुलिस की तरफ से कोई न्याय नहीं मिला है. पुलिस ने उनकी मांग पूरी नहीं की तो शुक्रवार सुबह बलजीत सिंह का परिवार विधानसभा भवन गेट पर परिवार के साथ आत्मदाह कर लेगा.
एसीपी हजरतगंज अरविंद कुमार वर्मा ने बताया कि मौरावां निवासी किसान बलजीत सिंह शुक्रवार को पत्नी, मां, बच्चों और बहन संग विधानसभा के पास पहुंचा था. पुलिसकर्मियों द्वारा पूछताछ करने पर पता चला कि मौरावां पुलिस सुनवाई नहीं कर रही है. इसीलिए विधानसभा के सामने बैठकर आत्मदाह करने आए हैं. इसके बाद किसान के परिवार को महिला सिपाहियों की मदद से हजरतगंज कोतवाली ले जाया गया. उन्नाव पुलिस का कहना है कि मारपीट के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था. इसी से नाराज होकर द्वितीय पक्ष के लोग लखनऊ स्थित विधानसभा भवन के सामने गए थे. सोशल मीडिया पर चल रही किशोरी की हत्या की खबर असत्य है.
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