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42 साल पहले मारपीट के मामले में पूर्व कैबिनेट मंत्री के खिलाफ कुर्की का नोटिस जारी

42 साल पहले डॉक्टर से मारपीट के मामले में पिछली सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे रविदास मेहरोत्रा के घर पर कुर्की की नोटिस चस्पा की गई है. हसनगंज पुलिस ने मुनादी पिटवाते हुए उन्हें हाजिर होने के लिए कहा है. उनके हाजिर न होने पर पुलिस उनकी संपत्ति कुर्क कर सकती है.

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Published : Sep 26, 2021, 12:48 PM IST

42 साल पहले मारपीट के मामले में पूर्व कैबिनेट मंत्री के खिलाफ कुर्की का नोटिस जारी.
42 साल पहले मारपीट के मामले में पूर्व कैबिनेट मंत्री के खिलाफ कुर्की का नोटिस जारी.

लखनऊ: सपा सरकार में पूर्व कैबिनेट मंत्री रहे रविदास मेहरोत्रा के घर पर कुर्की की नोटिस चस्पा की गई है. हसनगंज पुलिस ने मुनादी पिटवाते हुए पूर्व मंत्री को हाजिर होने के लिए कहा है. तय समय में उपस्थित नहीं होने पर उनकी संपत्ति कुर्क हो सकती है.

इंस्पेक्टर हसनगंज यशवंत सिंह के मुताबिक कैसरबाग खयाली गंज निवासी रविदास मेहरोत्रा लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र रहे हैं. वर्ष 1979 में साथियों की मदद से रविदास मेहरोत्रा ने एक डॉक्टर के क्लीनिक पर हंगामा और तोड़फोड़ की थी. इस आरोप में रविदास मेहरोत्रा के खिलाफ डॉक्टर की तरफ से हसनगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया था. इसकी सुनवाई के दौरान कई बार सम्मन भेजने पर भी रविदास मेहरोत्रा हाजिर नहीं हुए थे. उनकी गिरफ्तारी भी नहीं हो सकी थी. ऐसे में विवेचक ने कोर्ट में अर्जी देकर पूर्व विधायक के खिलाफ कुर्की का आदेश पारित करने की अर्जी दी थी.

यह भी पढ़ेंः सांसद कौशल किशोर के मीडिया प्रतिनिधि का ऑडियो वायरल

कोर्ट के आए इस फैसले के बाद कैसरबाग के ख्यालीगंज स्थित रविदास मेहरोत्रा के आवास पर शनिवार को हसनगंज पुलिस की टीम पहुंची थी. पूर्व विधायक के आवास पर नोटिस चस्पा की गई. इंस्पेक्टर ने बताया कि नोटिस के बाद भी यदि वह कोर्ट में हाजिर नहीं होंगे तो संपत्ति की कुर्की शुरू हो जाएगी.

लखनऊ: सपा सरकार में पूर्व कैबिनेट मंत्री रहे रविदास मेहरोत्रा के घर पर कुर्की की नोटिस चस्पा की गई है. हसनगंज पुलिस ने मुनादी पिटवाते हुए पूर्व मंत्री को हाजिर होने के लिए कहा है. तय समय में उपस्थित नहीं होने पर उनकी संपत्ति कुर्क हो सकती है.

इंस्पेक्टर हसनगंज यशवंत सिंह के मुताबिक कैसरबाग खयाली गंज निवासी रविदास मेहरोत्रा लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र रहे हैं. वर्ष 1979 में साथियों की मदद से रविदास मेहरोत्रा ने एक डॉक्टर के क्लीनिक पर हंगामा और तोड़फोड़ की थी. इस आरोप में रविदास मेहरोत्रा के खिलाफ डॉक्टर की तरफ से हसनगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया था. इसकी सुनवाई के दौरान कई बार सम्मन भेजने पर भी रविदास मेहरोत्रा हाजिर नहीं हुए थे. उनकी गिरफ्तारी भी नहीं हो सकी थी. ऐसे में विवेचक ने कोर्ट में अर्जी देकर पूर्व विधायक के खिलाफ कुर्की का आदेश पारित करने की अर्जी दी थी.

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कोर्ट के आए इस फैसले के बाद कैसरबाग के ख्यालीगंज स्थित रविदास मेहरोत्रा के आवास पर शनिवार को हसनगंज पुलिस की टीम पहुंची थी. पूर्व विधायक के आवास पर नोटिस चस्पा की गई. इंस्पेक्टर ने बताया कि नोटिस के बाद भी यदि वह कोर्ट में हाजिर नहीं होंगे तो संपत्ति की कुर्की शुरू हो जाएगी.

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