लखनऊ : मानदेय वृद्धि समेत छह मांगों को लेकर शनिवार को आशा वर्करों ने मोहनलालगंज से सांसद व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री कौशल किशोर के घर का घेराव किया. वह अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गईं.
इस दौरान आसा बहु कल्याण समिति उप्र की प्रदेश अध्यक्ष सीमा सिंह ने कहा कि कोरोना संकट के दौरान आसा बहुओं ने जान जोखिम में डालकर कार्य किया. इसके बावजूद उसका भुगतान अब तक नहीं किया गया.
मानदेय वृद्धि की मांग को भी नजरअंदाज किया गया. इससे आशा बहुओं के समक्ष विभिन्न प्रकार की आर्थिक मुश्किलें खड़ी हो रहीं हैं. कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं की जातीं, तब तक वह वहां से नहीं जाने वाली हैं.
गौरतलब है कि लखनऊ जनपद के मलिहाबाद, माल, मोहनलालगंज, गोसाईंगंज, काकोरी, बीकेटी, चिनहट, इटौंजा की तमाम आशाएं व संगिनी मौजूदा सरकार से अपनी मांगों को पूरा कराने की जिद अड़ी हैं. इसे लेकर वह कैबिनेट राज्य मंत्री कौशल किशोर के घर के बाहर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गईं हैं.
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प्रदेश अध्यक्ष आसा बहु कल्याण समिति उप्र का कहना है कि सरकार को उनकी मांगों को पूरा करना ही होगा. मांगें पूरी न होने तक कार्य बहिष्कार कर आमरण अनसन की चेतावनी भी दी. समिति अध्यक्ष सीमा सिंह ने बताया कि जब तक मंत्री उनकी मांगों को पूरा कराने का वादा नही करेंगे, वह उनके घर के बाहर धरने पर डटी रहेंगी.
कहा कि सरकार भिन्न-भिन्न प्रोत्साहन राशि की बजाय एक निश्चित मानदेय की व्यवस्था करे. आसा एवं संगिनी के लिए एक शिकायत हेल्प लाइन की भी व्यवस्था की जाए. आसा व संगिनी को कर्मचारी का दर्जा दिया जाए.
इसके अलावा क्षेत्र एवं विभागीय कार्यालयों के भ्रमण के दौरान जोखिम की आशंका को देखते हुए बीमा भी कराया जाए. आशा एवं संगिनी को विभागीय शोषण से सुरक्षा प्रदान करने, योग्यता के आधार पर एएनएम आदि पदों पर नियुक्त करने की भी मांग की गई.
उन्होंने कहा कि यदि चुनाव से पहले उप्र सरकार ने उनकी जायज मांगों को लेकर सुनवाई नहीं की तो वे लोग आमरण अनशन व पूर्ण कार्य बहिष्कार करेंगी.