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यज्ञ से पूरे हो सकते हैं मनोरथ, जानिए कैसे... - आर्य प्रतिनिधि सभा की ओर से यज्ञोत्सव कार्यक्रम का आयोजन

यज्ञ के वैदिक सिद्धांतों के साथ आधुनिक विज्ञान द्वारा प्रमाणित लाभों को जनता तक पहुंचाने के लिए आर्य प्रतिनिधि सभा उत्तर प्रदेश की ओर से यज्ञोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत की जा रही है. शुरुआत 11 सितंबर को धर्म की नगरी प्रयागराज से की जाएगी. इसके बाद प्रदेशभर में इसका आयोजन होगा. आर्य प्रतिनिधि सभा की ओर से इस आयोजन में वैदिक धर्म के विद्वानों के साथ ही वैज्ञानिकों को भी आमंत्रित किया जा रहा है.

प्रतिकात्मक चित्र.
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Published : Aug 25, 2021, 8:29 AM IST

Updated : Aug 25, 2021, 8:51 AM IST

लखनऊ: जीवन में सफलता और समृद्धि पाने के लिए हम दिन-रात मेहनत करते हैं. नौकरियां बदलते हैं. बावजूद इसके कई बार मेहनत करने के बाद भी सफलता नहीं मिल पाती है. आर्य समाज का दावा है कि ऐसे लोगों के लिए यज्ञ कारगर फार्मूला साबित हो सकता है. वेद पुराणों में यज्ञ के बारे में बहुत कुछ कहा गया है, लेकिन अब आधुनिक विज्ञान ने भी इस पर अपनी मुहर लगा दी.


यज्ञ के वैदिक सिद्धांतों के साथ आधुनिक विज्ञान द्वारा प्रमाणित लाभों को जनता तक पहुंचाने के लिए आर्य प्रतिनिधि सभा उत्तर प्रदेश की ओर से यज्ञोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत की जा रही है. शुरुआत 11 सितंबर को धर्म की नगरी प्रयागराज से की जाएगी. इसके बाद प्रदेशभर में इसका आयोजन होगा. आर्य प्रतिनिधि सभा की ओर से इस आयोजन में वैदिक धर्म के विद्वानों के साथ ही वैज्ञानिकों को भी आमंत्रित किया जा रहा.

जानकारी देते आर्य प्रतिनिधि सभा उत्तर प्रदेश देवेंद्र पाल वर्मा.
आर्य प्रतिनिधि सभा उत्तर प्रदेश के प्रधान देवेंद्र पाल वर्मा ने बताया कि बीते दिनों लखनऊ में एनबीआरआई की तरफ से एक प्रयोग किया गया. इसमें उन्होंने एक जगह को चिन्हित किया. वहां के प्रदूषण के स्तर को मापा. उसी स्थान पर जब यज्ञ कराया गया तो उसके नतीजे आश्चर्यजनक थे. नतीजों में पाया गया कि जिस स्थान पर यज्ञ कराया गया था वहां पर प्रदूषण और विषाणु का स्तर 90% तक कम हो गया था. इस प्रयोग से साफ है कि जिस स्थान पर यह होता है वहां नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के बाद यज्ञ की महत्व और भी ज्यादा बढ़ गया.

15 से 20 मिनट का यज्ञ बदल देगा जीवन

सभा प्रधान देवेंद्र पाल वर्मा ने बताया कि जरूरी नहीं है कि आप लंबे चौड़े यज्ञ कराएं. अगर आपके पास समय कम है, तो भी आप परिवार के साथ बैठकर दैनिक अग्निहोत्र यज्ञ करा सकते हैं. 15 से 20 मिनट का समय लगेगा. इस यज्ञ को नियमित रूप से करने पर जो परिवर्तन आपको देखने को मिलेगा वह आश्चर्यजनक होगा.


विद्वानों के साथ वैज्ञानिक बताएंगे यज्ञ के लाभ

आर्य प्रतिनिधि सभा उत्तर प्रदेश की ओर से प्रदेशभर में यज्ञोत्सव की शुरुआत की जा रही है. सभा के प्रधान देवेंद्र पाल वर्मा ने बताया कि आगामी 11 सितंबर को धर्म की नगरी प्रयागराज से इसकी शुरुआत की जाएगी. उसके बाद हर महीने एक जिले में इसका आयोजन होगा. प्रयागराज के बाद वाराणसी, गोरखपुर, कानपुर, कौशांबी जैसे नगरों से होते हुए दूसरे शहरों तक इसे ले जाया जाएगा. यज्ञोत्सव के मंच पर वैदिक धर्म के विद्वानों के साथ ही आधुनिक वैज्ञानिकों और समाज के हर वर्ग के बुद्धिजीवियों को आमंत्रित किया जा रहा है. इनके माध्यम से यज्ञ के लाभ को जनता तक पहुंचाने की कोशिश की जाएगी.

लखनऊ: जीवन में सफलता और समृद्धि पाने के लिए हम दिन-रात मेहनत करते हैं. नौकरियां बदलते हैं. बावजूद इसके कई बार मेहनत करने के बाद भी सफलता नहीं मिल पाती है. आर्य समाज का दावा है कि ऐसे लोगों के लिए यज्ञ कारगर फार्मूला साबित हो सकता है. वेद पुराणों में यज्ञ के बारे में बहुत कुछ कहा गया है, लेकिन अब आधुनिक विज्ञान ने भी इस पर अपनी मुहर लगा दी.


यज्ञ के वैदिक सिद्धांतों के साथ आधुनिक विज्ञान द्वारा प्रमाणित लाभों को जनता तक पहुंचाने के लिए आर्य प्रतिनिधि सभा उत्तर प्रदेश की ओर से यज्ञोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत की जा रही है. शुरुआत 11 सितंबर को धर्म की नगरी प्रयागराज से की जाएगी. इसके बाद प्रदेशभर में इसका आयोजन होगा. आर्य प्रतिनिधि सभा की ओर से इस आयोजन में वैदिक धर्म के विद्वानों के साथ ही वैज्ञानिकों को भी आमंत्रित किया जा रहा.

जानकारी देते आर्य प्रतिनिधि सभा उत्तर प्रदेश देवेंद्र पाल वर्मा.
आर्य प्रतिनिधि सभा उत्तर प्रदेश के प्रधान देवेंद्र पाल वर्मा ने बताया कि बीते दिनों लखनऊ में एनबीआरआई की तरफ से एक प्रयोग किया गया. इसमें उन्होंने एक जगह को चिन्हित किया. वहां के प्रदूषण के स्तर को मापा. उसी स्थान पर जब यज्ञ कराया गया तो उसके नतीजे आश्चर्यजनक थे. नतीजों में पाया गया कि जिस स्थान पर यज्ञ कराया गया था वहां पर प्रदूषण और विषाणु का स्तर 90% तक कम हो गया था. इस प्रयोग से साफ है कि जिस स्थान पर यह होता है वहां नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के बाद यज्ञ की महत्व और भी ज्यादा बढ़ गया.

15 से 20 मिनट का यज्ञ बदल देगा जीवन

सभा प्रधान देवेंद्र पाल वर्मा ने बताया कि जरूरी नहीं है कि आप लंबे चौड़े यज्ञ कराएं. अगर आपके पास समय कम है, तो भी आप परिवार के साथ बैठकर दैनिक अग्निहोत्र यज्ञ करा सकते हैं. 15 से 20 मिनट का समय लगेगा. इस यज्ञ को नियमित रूप से करने पर जो परिवर्तन आपको देखने को मिलेगा वह आश्चर्यजनक होगा.


विद्वानों के साथ वैज्ञानिक बताएंगे यज्ञ के लाभ

आर्य प्रतिनिधि सभा उत्तर प्रदेश की ओर से प्रदेशभर में यज्ञोत्सव की शुरुआत की जा रही है. सभा के प्रधान देवेंद्र पाल वर्मा ने बताया कि आगामी 11 सितंबर को धर्म की नगरी प्रयागराज से इसकी शुरुआत की जाएगी. उसके बाद हर महीने एक जिले में इसका आयोजन होगा. प्रयागराज के बाद वाराणसी, गोरखपुर, कानपुर, कौशांबी जैसे नगरों से होते हुए दूसरे शहरों तक इसे ले जाया जाएगा. यज्ञोत्सव के मंच पर वैदिक धर्म के विद्वानों के साथ ही आधुनिक वैज्ञानिकों और समाज के हर वर्ग के बुद्धिजीवियों को आमंत्रित किया जा रहा है. इनके माध्यम से यज्ञ के लाभ को जनता तक पहुंचाने की कोशिश की जाएगी.

Last Updated : Aug 25, 2021, 8:51 AM IST
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