लखनऊ : डग्गामार वाहन संचालकों को न परिवहन अधिकारियों का खौफ है और न ही पुलिस का. एक राज्य से दूसरे राज्य के बीच बिना कानूनी दस्तावेज के ही डग्गामार बसें फर्राटा भर रहीं हैं. दिल्ली से बिहार के बीच उत्तर प्रदेश से होकर गुजरने वाली ऐसी ही एक बस लखनऊ में चेकिंग के दौरान एआरटीओ प्रवर्तन अंकिता शुक्ला ने रोकी. वह आश्चर्यचकित रह गईं जब इस बस में भूसे की तरह यात्री भरे हुए मिले. बस की गैलरी तक में यात्रियों को बिठाया गया था. 100 सवारियां लेकर दिल्ली से बस बिहार के लिए जा रही थी. एआरटीओ अंकिता शुक्ला ने बस पकड़कर नादरगंज में बंद करा दिया है. वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर यात्रियों को रोडवेज बसों से रवाना किया गया.
डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर निर्मल प्रसाद ने बताया कि एआरटीओ प्रवर्तन अंकिता शुक्ला ने रविवार को दिल्ली से बिहार 100 सवारियां ले जाती हुई बस को चेक किया. यह बस बिना वैध फिटनेस और बिना टैक्स अदा किए और परमिट शर्तों के विरुद्ध संचालित हो रही थी. इस बस को नादरगंज में बंद किया गया है. उप परिवहन आयुक्त ने परिवहन निगम प्रबंधन पर आरोप लगाया है कि यात्रियों को उनके गंतव्य तक भेजने के लिए समय से वैकल्पिक बस उपलब्ध कराने में निगम अधिकारियों का अपेक्षित सहयोग नहीं मिल पा रहा है.
उनका कहना है कि यात्रियों को असुविधा न हो, इसके लिए पिछले सप्ताह लखनऊ के क्षेत्रीय प्रबंधक को मेरी तरफ से अनुरोध पत्र भी लिखा गया था. जिस बस को एआरटीओ ने बंद कराया उसमें 100 से ज्यादा सवारियां थीं. काफी देर बाद परिवहन निगम की तरफ से बसें उपलब्ध कराई गईं, इसके बाद यात्रियों को उनके गंतव्य के लिए रवाना किया गया.
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बता दें कि डग्गामार बसों के खिलाफ लगातार डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर निर्मल प्रसाद की तरफ से अभियान चलाया जा रहा है. इसमें रोजाना ही कई डग्गामार बसें नियमों का उल्लंघन करते हुए पकड़ी जा रही हैं. हर रोज बसों का चालान भी हो रहा है और बंद भी कराई जा रही हैं.
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