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लाइट..कैमरा..एक्शन का इंतजार कर रहे कलाकारों को मिलेगा मौका, लखनऊ में शूट होगीं कई फिल्में..

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Published : Jul 27, 2021, 5:29 PM IST

Updated : Jul 27, 2021, 6:10 PM IST

कोरोना संकट(Corona Crisis) के दौरान देश भर के सभी उद्योग-धंधों(Industries) पर बुरा असर पड़ा है. इसी क्रम में फिल्म इडस्ट्रीज(Film Industries) पर भी इसका खासा असर हुआ है. जिसके कारण पर्दे के कई छोटे कलाकार बेरोजगारी और आर्थिक तंगी की मार झेल रहे हैं.

लखनऊ में शूट होगीं की फिल्में
लखनऊ में शूट होगीं की फिल्में

लखनऊ : एक दौर था जब राजधानी लखनऊ फिल्मों और धारावाहिक कार्यक्रमों की शूटिंग की गूंज रहती थी. शूटिंग का हब रही राजधानी लखनऊ को अब लाइट, कैमरा, एक्शन का इंतजार है. कोरोना संकट के कारण लगभग 16 महीनों से लखनऊ में शूटिंग बंद है. शूटिंग ने होने के कारण कलाकार हताश हैं. बता दें कि लखनऊ में शूट की गई फिल्मों और धारावाहिकों से कई स्थानीय कलाकारों को राष्ट्रीय पहचान और लाभ मिला है.

लखनऊ में फिल्मांकन के कई कारण रहे हैं. जिसमें खास बात यह कि नवाबों का नगर कहे जाने वाले इस शहर में शूटिंग के लिए दिलचस्प लोकेशन मिल जाती है. उत्तर प्रदेश सरकार की फिल्म नीति का लाभ भी कलाकरों को मिल जाता है, जिसके कारण इस शहर में शूटिंग करने के लिए कलाकार आकर्षित होते हैं. हिन्दी सिनेमा में बड़े बजट की फिल्मों के साथ बड़ी संख्या में भोजपुरी फिल्में भी यहां फिल्माई जाती रही हैं. कोरोना संकट के पहले तक स्थिति ऐसी थी, कि एक ही समय में कई कई फिल्मों की शूटिंग होती थी.

बेरोजगारी और आर्थिक तंगी की मार झेल रहे कलाकार


यूं तो लखनऊ में फिल्मों की शूटिंग का सिलसिला बहुत पुराना है. हाल ही के कुछ वर्षो की बात करें तो यहां फिल्माई गई कई फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा व्यवसाय किया है. लखनऊ में फिल्माई गई फिल्में खूब लोकप्रिय हुई हैं. जिनमें मुदस्सर अजीज के निर्देशन में बनी फिल्म 'पति पत्नी और वो' जिसमें कार्तिक आर्यन के साथ अनन्या पांडे और भूमि पेडनेकर ने रोल किया था. ये फिल्म 2019 में रिलीज हुई थी, जो लखनऊ के कई हिस्सों में फिल्माई गई थी.

इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर भी धमाल मचाया था. इसी से मिलते जुलते नाम वाली राजपाल यादव की फिल्म भी लखनऊ विश्वविद्यालय तथा नगर के कई हिस्सों में फिल्माई गई थी. इसके अलावा लखनऊ में शूट की गई आयुष्मान खुराना की फिल्म 'आर्टिकल-15' भी काफी चर्चा में रही. लखनऊ के दृश्यों पर शूट की गई डायरेक्टर अमर कौशिक की फिल्म 'बाला' को भी दर्शकों ने खूब पसंद किया था. ऐसी तमाम फिल्में हैं जो लखनऊ में फिल्माई गईं और दर्शकों को को लुभाती रहीं.

रोजगार की तलाश कर रहे कलाकार

कोरोना संकट(Corona Crisis) के दौरान देश भर के सभी उद्योग-धंधों(Industries) पर बुरा असर पड़ा है. इसी क्रम में फिल्म इडस्ट्रीज(Film Industries) को भी करारा झटका लगा है. पर्दे के छोटे-बड़े सभी कलाकारों को कोरोना की मार झेलनी पड़ी है. कोरोना संकट का असर आम जन और कलाकारों के रोजगार और इनकम के साधनों पर पड़ा है. हालांकि धीरे-धीरे स्थितियां सामान्य हो रहीं हैं. लेकिन फिर भी पर्दे के कई कलाकार स्थितियां काबू होने का इंतजार कर रहे हैं, ताकि जल्द से जल्द उन्हें पहले की तरह प्रदर्शन करने का मंच मिल सके.

एक्टर महेश चंद देवा बताते हैं कि राजधानी में शूटिंग बंद हुए लंबा समय हो गया है. जिसकी वजह से छोटे कलाकारों को रोजगार नहीं मिल रहा है. कोरोना काल में कलाकारों ने बेरोजगारी की मार झेली है. बता दें कि महेश चंद्र देवा ने बॉलीवुड की कई फिल्मों और वेब सीरीज में काम किया है. जब भी कोई बॉलीवुड की फिल्म लखनऊ में शूट होती है तो उसमें महेश चंद्र देवा जरूर शामिल रहते हैं. महेश देवा ने 'शादी में जरूर आना', 'रेड', 'मुल्क' आदि की कई फिल्मों में रोल किया है. महेश देवा ने भोजपुरी की फिल्म 'दबंग', सरकार और 'भाग खेसरी भाग' जैसी अनेक फिल्म में काम किया है. महेश देवा ने कहा कि छोटे कलाकारों के लिए काम ही सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि एक्टिंग न सिर्फ रोजी-रोटी है बल्कि हमारा जुनून और शौक भी है.

कलाकारों की मांग सरकार लाए कोई स्कीम

बेरोजगारी और आर्थिक तंगी की मार झेल रहे पर्दे के छोटे कलाकारों को अब राज्य सरकार से उपेक्षा है. कलाकारों का कहना है कि सरकार उनके लिए कोई स्कीम निकाले जिससे कि वह बेरोजगारी की समस्या से सामना कर सकें. कई फिल्मों और वेब सीरीज में काम कर चुके चाइल्ड एक्टर रूबल जैन का कहना है कि वह बच्चे हैं. वह अपने माता-पिता के पर निर्भर हैं, लेकिन कोरोना संकट से उन तमाम छोटे कलाकारों को बहुत अधिक दिक्कतें हुई हैं. चाइल्ड एक्टर रूबल जैन ने कहा कि जिन कलाकारों की रोजी-रोटी एक्टिंग से चलती है. कोरोना काल के दौरान वह कोई भी फिल्म शूट नहीं कर पाए.

ऐसे में कलाकार आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं, सरकार को इनके लिए कोई स्कीम निकालनी चाहिए. जिससे छोटे कलाकारों को मदद मिल सके. 'इश्कजादे', 'मैं चुप नहीं रहूंगी', 'जनम से पहले', 'अम्बा', 'सौतेला भाई', 'अम्मा', 'मुल्क' फिल्मों में काम कर चुके विनय श्रीवास्तव ने कहा कि कोरोना काल ने कई छोटे कलाकारों की कमर तोड़ दी. लखनऊ में कलाकार एसोसिएशन एक संस्था है, जो छोटे कलाकारों को कोरोना के दौरान आर्थिक मदद करती रही है.

कुछ और भी संस्था है जो कलाकारों की मदद करती है, लेकिन राज्य सरकार को छोटे कलाकारों की आर्थिक मदद करना चाहिए. उत्तर प्रदेश फिल्म विकास परिषद(Uttar Pradesh Film Development Council) के अध्यक्ष राजू श्रीवास्तव ने बताया कि कोरोना वायरस की वजह से लगभग 2 साल से राजधानी लखनऊ में शूटिंग बंद है. फिलहाल कुछ वेब सीरीज की शूटिंग शहर में होती रहती हैं. आने वाले समय में बॉलीवुड की कई फिल्में राजधानी लखनऊ में शूट होगीं, जिससे छोटे कलाकारों को फिर से मौका मिलेगा.

इसे पढ़ें- यूपी ATS को मिली बड़ी सफलता, तीन रोहिंग्या मानव तस्कर गिरफ्तार

लखनऊ : एक दौर था जब राजधानी लखनऊ फिल्मों और धारावाहिक कार्यक्रमों की शूटिंग की गूंज रहती थी. शूटिंग का हब रही राजधानी लखनऊ को अब लाइट, कैमरा, एक्शन का इंतजार है. कोरोना संकट के कारण लगभग 16 महीनों से लखनऊ में शूटिंग बंद है. शूटिंग ने होने के कारण कलाकार हताश हैं. बता दें कि लखनऊ में शूट की गई फिल्मों और धारावाहिकों से कई स्थानीय कलाकारों को राष्ट्रीय पहचान और लाभ मिला है.

लखनऊ में फिल्मांकन के कई कारण रहे हैं. जिसमें खास बात यह कि नवाबों का नगर कहे जाने वाले इस शहर में शूटिंग के लिए दिलचस्प लोकेशन मिल जाती है. उत्तर प्रदेश सरकार की फिल्म नीति का लाभ भी कलाकरों को मिल जाता है, जिसके कारण इस शहर में शूटिंग करने के लिए कलाकार आकर्षित होते हैं. हिन्दी सिनेमा में बड़े बजट की फिल्मों के साथ बड़ी संख्या में भोजपुरी फिल्में भी यहां फिल्माई जाती रही हैं. कोरोना संकट के पहले तक स्थिति ऐसी थी, कि एक ही समय में कई कई फिल्मों की शूटिंग होती थी.

बेरोजगारी और आर्थिक तंगी की मार झेल रहे कलाकार


यूं तो लखनऊ में फिल्मों की शूटिंग का सिलसिला बहुत पुराना है. हाल ही के कुछ वर्षो की बात करें तो यहां फिल्माई गई कई फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा व्यवसाय किया है. लखनऊ में फिल्माई गई फिल्में खूब लोकप्रिय हुई हैं. जिनमें मुदस्सर अजीज के निर्देशन में बनी फिल्म 'पति पत्नी और वो' जिसमें कार्तिक आर्यन के साथ अनन्या पांडे और भूमि पेडनेकर ने रोल किया था. ये फिल्म 2019 में रिलीज हुई थी, जो लखनऊ के कई हिस्सों में फिल्माई गई थी.

इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर भी धमाल मचाया था. इसी से मिलते जुलते नाम वाली राजपाल यादव की फिल्म भी लखनऊ विश्वविद्यालय तथा नगर के कई हिस्सों में फिल्माई गई थी. इसके अलावा लखनऊ में शूट की गई आयुष्मान खुराना की फिल्म 'आर्टिकल-15' भी काफी चर्चा में रही. लखनऊ के दृश्यों पर शूट की गई डायरेक्टर अमर कौशिक की फिल्म 'बाला' को भी दर्शकों ने खूब पसंद किया था. ऐसी तमाम फिल्में हैं जो लखनऊ में फिल्माई गईं और दर्शकों को को लुभाती रहीं.

रोजगार की तलाश कर रहे कलाकार

कोरोना संकट(Corona Crisis) के दौरान देश भर के सभी उद्योग-धंधों(Industries) पर बुरा असर पड़ा है. इसी क्रम में फिल्म इडस्ट्रीज(Film Industries) को भी करारा झटका लगा है. पर्दे के छोटे-बड़े सभी कलाकारों को कोरोना की मार झेलनी पड़ी है. कोरोना संकट का असर आम जन और कलाकारों के रोजगार और इनकम के साधनों पर पड़ा है. हालांकि धीरे-धीरे स्थितियां सामान्य हो रहीं हैं. लेकिन फिर भी पर्दे के कई कलाकार स्थितियां काबू होने का इंतजार कर रहे हैं, ताकि जल्द से जल्द उन्हें पहले की तरह प्रदर्शन करने का मंच मिल सके.

एक्टर महेश चंद देवा बताते हैं कि राजधानी में शूटिंग बंद हुए लंबा समय हो गया है. जिसकी वजह से छोटे कलाकारों को रोजगार नहीं मिल रहा है. कोरोना काल में कलाकारों ने बेरोजगारी की मार झेली है. बता दें कि महेश चंद्र देवा ने बॉलीवुड की कई फिल्मों और वेब सीरीज में काम किया है. जब भी कोई बॉलीवुड की फिल्म लखनऊ में शूट होती है तो उसमें महेश चंद्र देवा जरूर शामिल रहते हैं. महेश देवा ने 'शादी में जरूर आना', 'रेड', 'मुल्क' आदि की कई फिल्मों में रोल किया है. महेश देवा ने भोजपुरी की फिल्म 'दबंग', सरकार और 'भाग खेसरी भाग' जैसी अनेक फिल्म में काम किया है. महेश देवा ने कहा कि छोटे कलाकारों के लिए काम ही सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि एक्टिंग न सिर्फ रोजी-रोटी है बल्कि हमारा जुनून और शौक भी है.

कलाकारों की मांग सरकार लाए कोई स्कीम

बेरोजगारी और आर्थिक तंगी की मार झेल रहे पर्दे के छोटे कलाकारों को अब राज्य सरकार से उपेक्षा है. कलाकारों का कहना है कि सरकार उनके लिए कोई स्कीम निकाले जिससे कि वह बेरोजगारी की समस्या से सामना कर सकें. कई फिल्मों और वेब सीरीज में काम कर चुके चाइल्ड एक्टर रूबल जैन का कहना है कि वह बच्चे हैं. वह अपने माता-पिता के पर निर्भर हैं, लेकिन कोरोना संकट से उन तमाम छोटे कलाकारों को बहुत अधिक दिक्कतें हुई हैं. चाइल्ड एक्टर रूबल जैन ने कहा कि जिन कलाकारों की रोजी-रोटी एक्टिंग से चलती है. कोरोना काल के दौरान वह कोई भी फिल्म शूट नहीं कर पाए.

ऐसे में कलाकार आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं, सरकार को इनके लिए कोई स्कीम निकालनी चाहिए. जिससे छोटे कलाकारों को मदद मिल सके. 'इश्कजादे', 'मैं चुप नहीं रहूंगी', 'जनम से पहले', 'अम्बा', 'सौतेला भाई', 'अम्मा', 'मुल्क' फिल्मों में काम कर चुके विनय श्रीवास्तव ने कहा कि कोरोना काल ने कई छोटे कलाकारों की कमर तोड़ दी. लखनऊ में कलाकार एसोसिएशन एक संस्था है, जो छोटे कलाकारों को कोरोना के दौरान आर्थिक मदद करती रही है.

कुछ और भी संस्था है जो कलाकारों की मदद करती है, लेकिन राज्य सरकार को छोटे कलाकारों की आर्थिक मदद करना चाहिए. उत्तर प्रदेश फिल्म विकास परिषद(Uttar Pradesh Film Development Council) के अध्यक्ष राजू श्रीवास्तव ने बताया कि कोरोना वायरस की वजह से लगभग 2 साल से राजधानी लखनऊ में शूटिंग बंद है. फिलहाल कुछ वेब सीरीज की शूटिंग शहर में होती रहती हैं. आने वाले समय में बॉलीवुड की कई फिल्में राजधानी लखनऊ में शूट होगीं, जिससे छोटे कलाकारों को फिर से मौका मिलेगा.

इसे पढ़ें- यूपी ATS को मिली बड़ी सफलता, तीन रोहिंग्या मानव तस्कर गिरफ्तार

Last Updated : Jul 27, 2021, 6:10 PM IST
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