लखनऊ: राजधानी में आयोजित डिफेंस एक्सपो के अंतर्गत प्रदर्शनी की एक विशेष आकर्षक आर्टिलरी गन भी है. इस गन को टाटा और डीआरडीओ ने तैयार किया है. ये गन अपनी खूबियों के लिए पहचानी जा रही है. डीआरडीओ के साइंटिस्ट ने बताया कि बहुत ही जल्द ये सेना में शामिल होगी.
गन की खास बातें
इस गन के सभी उपकरण सेंसर युक्त हैं. ये पूरी तरह से इलेक्ट्रिक ड्राइव है. इन्हीं उपकरणों के आधार पर ये गन चलती है. सेना ने अपने इंटरनल ट्रायल में इसे पास कर लिया है. डीआरडीओ के सूत्रों के अनुसार काफी संख्या में इंजन का निर्माण सेना की डिमांड पर किया गया है.
डीआरडीओ के सूत्रों के अनुसार इस गन को सेना के रक्षा बेड़े में जल्द ही शामिल करने की औपचारिक प्रक्रिया पूरी होगी. सेना की डिमांड पर आर्टिलरी गन का निर्माण कराया गया है. दो से तीन चरणों की टेस्टिंग प्रक्रिया में सेना के मानकों में खरी भी उतरी है.
यह खास आर्टिलरी गन तमाम दूसरी गन से काफी अलग है और 48 किलोमीटर तक की मारक क्षमता इसकी खास बात है. इसे कई चरणों की टेस्टिंग प्रक्रिया में पास कर लिया गया है. यह जल्द ही सेना के रक्षा बेड़े में शामिल हो जाएगी.
-सुभाष कुमार, साइंटिस्ट, डीआरडीओ