लखनऊ : राजधानी में शिक्षक नवीन सैमुअल सिंह को पोलैंड से गिफ्ट भेजने का झांसा देकर डेढ़ करोड़ रुपये की ठगी करने वाले युवक को गिरफ्तार किया गया है. जालसाजी के आरोप में साइबर क्राइम सेल टीम ने सिक्किम के रहने वाले एक युवक को गिरफ्तार किया है. जालसाज ने शिक्षक को मनी लॉन्ड्रिंग का भय दिखाते हुए ठगी की थी. ठगी का अहसास होने पर पीड़ित शिक्षक ने मदेयगंज कोतवाली में 4 अगस्त को मुकदमा दर्ज कराया था. पुलिस ने साइबर सेल की मदद से जालसाज को गिरफ्तार कर लिया गया है.
क्या था घटनाक्रम : त्रिवेणी नगर निवासी नवीन सैमुअल सिंह पेशे से शिक्षक हैं. वह धार्मिक आयोजनों को यूट्यूब पर अपलोड करते हैं. अगस्त में उनके पास बिलटन एक्सप्रेस लॉजिस्टिक से जॉनसन स्पेंसर का फोन आया था, जिन्होंने बताया कि पोलैंड से सैमुअल के नाम पर एक पार्सल आया है, जो डॉ. फेलिक्स ने भेजा है. यह बात सुनकर वह सोच में पड़ गए. उन्होंने बताया कि पार्सल भेजने वाले फेलिक्स के नंबर पर फोन किया, जिसने बताया था कि उन्होंने कई कार्यक्रम यूट्यूब पर अपलोड किए थे, जिन्हें देखकर फेलिक्स प्रभावित हुआ, इसलिए सैमुअल के लिए गिफ्ट भेजा है. फेलिक्स से बात होने के बाद सैमुअल ने बिलटन लॉजिस्टिक के जानसन स्पेंसर को फोन कर पार्सल मांगा, वहीं से उनके साथ धोखाधड़ी की शुरुआत हुई. पार्सल में हीरे जड़ित घड़ी, हीरे का हार, ब्रेसलेट, आईफोन समेत अन्य महंगे उत्पाद होने की बात कही. फिर उसने अलग-अलग खातों में करीब डेढ़ करोड़ रुपए जमा कराए. उन्होंने बताया कि पार्सल छुड़ाने के लिए सैमुअल ने एक्सिस बैंक महाराष्ट्र के खाताधारक विनोद थापा के खाते में उनसे कई बार में रुपए जमा कराए थे. लगातार मांग होते देख पीड़ित ने रुपए जमा करने से मना कर दिया. इस पर जॉन स्पेंसर ने बताया कि पार्सल में करीब पांच हजार पाउंड भी है. ऐसे में स्वयं उसके खिलाफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत कार्रवाई की जा सकती है. अगर परेशानी से बचना चाहते हैं तो रुपए जमाकर दो. सैमुअल ने रिश्तेदारों से उधार लेने के साथ ही बैंक से कर्ज लेकर रुपए जमा किए थे, लेकिन पैसों की डिमांड बंद नहीं हुई. बुरी तरह से परेशान हो चुके सैमुअल ने 4 अगस्त 2022 मदेयगंज थाने में बिलटन एक्सप्रेस लॉजिस्टिक के जानसन स्पेंसर और डॉ. फेलिक्स के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया.
गिरफ्तार करने वाली साइबर क्राइम टीम के प्रभारी क्राइम सेल के निरीक्षक सतीश चंद्र साहू ने बताया कि 'पकड़ा गया आरोपी ओथेनेल राय निवासी मिडल टारकू पीडब्ल्यू जीपीयू नियर नामची रोड सिक्किम का रहने वाला है. इस पूरे मामले में पूछताछ की गई तो उसने बताया कि पिछले कई वर्षों से दिल्ली में रहकर होटल में काम करता था. तभी उसकी मुलाकात कई विदेशी नागरिकों से हुई, जिनके साथ उसने व उसके अन्य साथियों ने मिलकर लोगों को सोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क कर विदेशी नागरिक बनकर महंगे गिफ्ट भेजने का झांसा दिया. फिर कस्टम अधिकारी बनकर उनसे अपने बैंक खातों में रुपए ठगने का काम शुरू किया था. इसी क्रम में आरोपी ने बताया कि उसके साथियों ने लखनऊ निवासी सैमुअल्स से विदेशी नागरिक बनकर महंगा गिफ्ट भेजने के नाम पर कस्टम अधिकारी बनकर विभिन्न प्रकार के फ़र्जी शुल्क के रूप में करीब एक करोड़ 38 लाख रुपये अपने कई फ़र्जी खातों में ले लिए थे.'
यह भी पढ़ें : गाजीपुर में मोबाइल टावर से बैटरी चुराने वाले 6 चोरों को पुलिस ने पकड़ा, 3 की तलाश जारी